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najm........
aapke sath jo h usase ghul mil kr rho ek din o chale jayenge to .. wapas nhi aayenge ©najm........ #Family
Anil gupta
"परिवार का प्रेम" जहां पहली किरण प्रेम की पड़े, वहीं से जीवन के सपने गढ़ें। मां का ममत्व, पिता का सहारा, भाई-बहन संग हंसी का नज़ारा। दादा-दादी की सीख पुरानी, जुड़े हैं यादों से अनमोल कहानी। हर मुश्किल में देते साथ, परिवार बनता है जीवन का हाथ। प्रेम की मिट्टी, विश्वास का जल, संबंधों का ये अद्भुत महल। जोड़े दिलों को, सिखाए त्याग, परिवार का प्रेम है सबसे बड़ा राग। "रखो संभालकर इस अनमोल खजाने को, यह प्रेम है जीवन के दीवाने को।" ©Anil gupta(Storyteller) #Family
Kiran Pawara
प्यार का मतलब क्या है ??? पुछो ? माँ से !!!! बाप से!!!!! भाई से !!!! बहन से !!! बेगम से !!!! बेटे से !!!! बेटी से !!! रांझा बन के सडक पे मतलबी दुनिया से मत पुछ लेना दोस्त … पत्थर के अलावा वापस ये … दुनिया कुछ नहीं देगी … आपका हमदर्द ©Kiran Pawara #Family
Rishi Kumar
आप अपने बच्चों को रिश्तों की गहराई और अहमियत रिश्तों को खुद निभाते हुए समझा सकते हैं, बता के नहीं। _~```RishiRam..✍️..``🌻 ©Rishi Kumar #Family
Narendra kumar
परिवार संगठन,संस्था,परिषद या समिति नहीं है। परिवार सहयोग ,विश्वास प्रेम ,सत्य पर आधारित एक संस्कार और संस्कृति है। ©Narendra kumar #Family
Rajat Himachal Wale
White I don't want to go away from my family to earn more money. I will earn some low money but I want to be happy with my family. The one who has a family is the richest person in the world. ur Rj ⭐ Rajat ©Rajat Himachal Wale family 1st #rajathimachalwale #Family
family 1st #rajathimachalwale #Family
read moreBALJEET SINGH MAHLA
ਹੱਥ ਅੱਡ ਕੇ ਖੜਾ ਤੇਰੇ ਦਰ ਸਾਈਂ ਤੂੰ ਖ਼ੈਰ ਝੋਲੀ ਮੇਰੇ ਪਾ ਸਾਈਂ ਮੈਂ ਦੌਲਤ ਸ਼ੋਰਤ ਤੈਥੋਂ ਨਈਂ ਮੰਗਦਾ ਤੂੰ ਚਰਨਾ ਦੇ ਨਾਲ ਲਾ ਸਾਈਂ ਬਲਜੀਤ ਮਹਲਾ ਭਟਕਿਆ ਫਿਰਦਾ ਹੈ ਤੂੰ ਉਹਨੂੰ ਸਿੱਧੇ ਰਾਹੇ ਪਾ ਸਾਈਂ ©BALJEET SINGH MAHLA Sai Dilip Singh Harpreet Kamal poetry by heart suman kadvasra Aashima khan
Sai Dilip Singh Harpreet Kamal poetry by heart suman kadvasra Aashima khan
read moreBALJEET SINGH MAHLA
ਬੰਨ੍ਹ ਕੇ ਘੁੰਗਰੂ ਬੁੱਲ੍ਹਾ ਜੱਦ ਨੱਚਿਆ ਲੋਕੀ ਆਖਣ ਝੱਲਾ ਦੁਨੀਆਂ ਦਾਰੀ ਭੁੱਲ ਜਾਂਦੇ ਔ ਤੇ ਰਹਿੰਦੇ ਕਲਮ ਕੱਲਾ ਬੁੱਲ੍ਹੇ ਨੂੰ ਚੜੀ ਨਾਮ ਖੁਮਾਰੀ ਮੂੰਹੋਂ ਬੋਲੇ ਅੱਲ੍ਹਾ- ਅੱਲ੍ਹਾ ਬਲਜੀਤ ਮਾਹਲੇ ਤੇਰੇ ਅੰਦਰ ਮੁਰਸ਼ਦ ਤੂੰ ਕਿਹੜੇ ਦਰ ਤੁਰ ਚੱਲਾ ©BALJEET SINGH MAHLA ਮੁਰਸ਼ਦ Faraz Khan Kamal writer dream poetry by heart Rashmi vyas
ਮੁਰਸ਼ਦ Faraz Khan Kamal writer dream poetry by heart Rashmi vyas
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