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ashok singh
आज दिग्विजयनाथ पी. जी. कालेज न्यू कैम्पस गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम राष्ट्रीय विचार संगोष्ठी के मुख्य अतिथि ॥राष्ट्रीय संगठन मंत्री॥श्री य
Praveen Storyteller
#maxicandragon
जो कहलाते है शांतीदूत बोलो इनकी .... Rhyme बंद करो ये सब करतूत बोलो इनकी.... Rhyme सेवईय्या बनी है डालो दूध बोलो इनकी.... Rhyme सब के सब है ये दाऊद बोलो इनकी.... Rhyme पप्पू बोला "जी" अजहर मसूद बोलो इनकी.... Rhyme पहने जो विलायती महंगे शूज बोलो इनकी.... Rhyme जिसको चाहिए पाया सूप बोलो इनकी.... Rhyme काटा भारत हिंसा फिर लूट बोलो इनकी.... Rhyme गजब ए हिंद बनाने पडे है टूट बोलो इनकी.... Rhyme बचाने हिंद हो जाओ एक जूट (Sad) वरना तुम्हारी भी.... Rhyme #Sadharanmanushya #Unite #LastTime जो कहलाते है शांतीदूत बोलो इनकी .... Rhyme बंद करो ये सब करतूत बोलो इनकी.... Rhyme सेवईय्या बनी है डालो दूध बोलो इनकी.... Rhyme सब के सब है
OMG INDIA WORLD
Story Contd............ ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD रात_के_8_बजे_का_समय_रहा_होगा। एक लड़का एक जूतों की दुकान में आता है, गांव का रहने वाला था, पर तेज़ था। उसका बोलने का लहज़ा गां
Hrishabh Trivedi
The Non-Family Man (भाग-1) (अनुशीर्षक में पढ़े) डिस्क्लेमर:- कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं, इन्हें अपने ऊपर ना लें, और प्लीज़ मुझे भी इनसे ना जोड़े, जैसा कि आप लोग हर कहानी के
vasundhara pandey
कहानी मैं वैलेन्टाइन नहीं मनाती भाग २ #part_2 कहानी-मैं वैलेंटाइन नहीं मनाती। "हाँ वो मैं क्या कह रहा था, कि ये हमारा पहला वैलेंटाइन है, क्यों न कहीं बाहर डिनर करने चलें...क्या
Pankaj Singh Chawla
पर्किंग वाला प्यार भाग - 13 (Read in Caption) पर्किंग वाला प्यार 13 सुनो...! ठीक 5 बजकर 15 मिंट पर उसकी कॉल आ गई, 'परम' जी मैं निकल रहीं हूँ सेक्टर-31 के बाहर वाले हाईवे पर मिलूंगी... ओ
आयुष पंचोली
दिल के जज्बात आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #NojotoQuote आज के दौर मे अगर हम देखे तो जीवन की मूलभूत आव्शयकतओ मे सबसे महत्वपूर्ण अगर कुछ हैं तो वह हो गया हैं धन । आज हर कोई सिर्फ धन संग्रह के पीछे भ
Vikas Rawal
my last day in benaras -A letter to the holy city varanasi☝ प्रिय बनारस, 6 जून, 2017 ये केवल एक तारीख नहीं है। एक तरफ यह वो दिन है जब मैं यहाँ पर आखिरी बार हूँ, वहीं दूसरी तरफ यह एक नई शुरुआत लिए हुए
अशेष_शून्य
सुनो मधुबाला ...! Dedicating a #testimonial to Madhumayi पत्र बहुत कम लिखती बहुत कम लोगो को लिखा भी है आज तक बहुत लापरवाह हूं इस मामले में या यूं कहूं कीउन न