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Naushad bin Sharif
डर इसे कहते हैं ©Naushad bin Sharif दर किसे कहते हैं जब लोग तुमसे डरे और सारी दुनिया के लोग एक हो जाएं
दर किसे कहते हैं जब लोग तुमसे डरे और सारी दुनिया के लोग एक हो जाएं
read more- Arun Aarya
इस ग़लती को ग़लती नहीं कहते , बेवफाई को ज़िंदगी नहीं कहते ! मैंने जीवन के आड़ पे मौत माँगी है ,, अफ़सोस की इसे खुदखुशी नहीं कहते..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #ManKeUjaale #खुदखुशी नहीं कहते
#ManKeUjaale #खुदखुशी नहीं कहते
read moreRadhe Radhe
बहुत खाश हो मेरे लिए पर तुम कहते क्यो नही माना कृष्ण राधा से विदह लेगी फिर भी तुम कहते क्यू नही जय श्री राधे ©Radhe Radhe कहते क्यू नही
कहते क्यू नही
read morePUKHARAJ SUTHAR
White "जिंदगी हमेशा आपको दूसरा मौका देती है जिसे कल कहते हैं। शुभ रात्रि, स्वीट ड्रीम्स।" ©PUKHARAJ SUTHAR #sad_dp "जिंदगी हमेशा आपको दूसरा मौका देती है जिसे कल कहते हैं। शुभ रात्रि, स्वीट ड्रीम्स।"
#sad_dp "जिंदगी हमेशा आपको दूसरा मौका देती है जिसे कल कहते हैं। शुभ रात्रि, स्वीट ड्रीम्स।"
read moreKushal - कुशल
White सब कहते रहे कि, सब कुछ भूलकर आगे बढ़ जाना ही जीवन है, और हम सोचते रहे की, सब कुछ भूल जाने के बाद जो बचेगा, वो निःसंदेह, जीवन तो नहीं होगा। ©Kushal - कुशल सब कहते रहे कि, सब कुछ भूलकर आगे बढ़ जाना ही जीवन है,,,
सब कहते रहे कि, सब कुछ भूलकर आगे बढ़ जाना ही जीवन है,,,
read moreF M POETRY
White पास अपने कभी बुलाओ मुझे.. ग़म से राहत कभी दिलाओ मुझे.. सोंच भी लूँ तो जाँ निकलती है.. आप कहते हो भूल जाओ मुझे.. यूसुफ़ आर खान..... ©F M POETRY #आप कहते हो भूल जाओ...
#आप कहते हो भूल जाओ...
read moreAnuj Ray
White अनुप्रास अलंकार कविता खिली है रुत बसंत की, कली कली ने डाल डाल पर, मधुमास के मौसम में , मद भरी ख़ुशबू का रंग बिखेरा है। बहक के बावरे हुए हैं भंवरे, प्रीत ने प्रेम से योगियों को घेरा है, किरण किरण ख़ुशी से खिल उठी है,नई सुबह ने डाला डेरा है। ©Anuj Ray अनुप्रास अलंकार कविता"
अनुप्रास अलंकार कविता"
read moreRameshkumar Mehra Mehra
Unsplash पता नही लोग मोहब्बत को कया नाम देते है.....! हम तो तेरे नाम को ही मोहब्बत कहते है....💞 ©Rameshkumar Mehra Mehra # पता नही लोग मोहब्बत को क्या नाम देते है,हम तो तेरे नाम को ही मोहब्बत कहते है....💞
# पता नही लोग मोहब्बत को क्या नाम देते है,हम तो तेरे नाम को ही मोहब्बत कहते है....💞
read moreSumitGaurav2005
White मेरा मन मस्तिष्क मदहोश करती मतवाली अदा, सनम तू मेरे लिए है हर पल ही ज़माने से जुदा। क्यों रहती गुपचुप गुमसुम गुम हो किन ख़्यालों में, तुम ही बसी हो सनम मेरे हर इक सवालों में। बड़ी बेचैनी बड़ी बेताबी खोया है बड़ा करार, जब से तुमसे सनम हो गया है मुझको प्यार। पहले प्यार की पहचान होनी बड़ी है जरूरी, फिर हमारे बीच सनम क्यों है इतनी ज्य़ादा दूरी। चाह मेरी चाहना तुम्हें चाहत फिर भी है अधूरी, सनम अपना लो मुझे हर कमी हो जाए पूरी। कर रहे कब से इंतज़ार इनकार या इकरार करो, प्यार का इज़हार करने से किसी से भी ना डरो। या तो अपना लो मुझे या फिर साफ मना करो, ऐसी भी क्या मज़बूरी थोड़ा तो इंसाफ करो। ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎 ©SumitGaurav2005 अनुप्रास अलंकार वाली कविता। अलंकार का अर्थ है काव्य या भाषा को शोभा देने वाला मनोरंजक तरीका। जब किसी काव्य में एक या एक से अधिक वर्णों की प
अनुप्रास अलंकार वाली कविता। अलंकार का अर्थ है काव्य या भाषा को शोभा देने वाला मनोरंजक तरीका। जब किसी काव्य में एक या एक से अधिक वर्णों की प
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