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gauranshi chauhan
New Year 2024-25 Day -434 पर किसी को खोना और दुबारा उसको, कभी ना मिल पाना असली दर्द यही है!! ❣️🧿🍀🍁 ©gauranshi chauhan #NewYear2024-25 Day -434 पर किसी को खोना और दुबारा उसको, कभी ना मिल पाना असली दर्द यही है!! ✨✨🧿❣️✨✨ आधुनिक कवयित्री Sandip rohilla Sabanoo
#Newyear2024-25 Day -434 पर किसी को खोना और दुबारा उसको, कभी ना मिल पाना असली दर्द यही है!! ✨✨🧿❣️✨✨ आधुनिक कवयित्री Sandip rohilla Sabanoo
read moreSarfaraj idrishi
मेरे अज़ीज़ो हर बड़ी कामयाबी वक्त मांगती है इसलिए सब्र का साथ कभी ना छोड़े। ©Sarfaraj idrishi मेरे अज़ीज़ो हर बड़ी कामयाबी वक्त मांगती है इसलिए सब्र का साथ कभी ना छोड़े Islam Sarfraz Ahmad KRISHNA KUMAR KUSHVAHA Internet Jockey h m
मेरे अज़ीज़ो हर बड़ी कामयाबी वक्त मांगती है इसलिए सब्र का साथ कभी ना छोड़े Islam Sarfraz Ahmad KRISHNA KUMAR KUSHVAHA Internet Jockey h m
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White सोचता हूँ कभी कभी क्या तुम मेरा इश्क़ थीं या, यूँ ही बस एक इंसानी फ़ितरत पसन्द करना किसी को मोहब्बत के ख्याली पुलाव पकाना ग़र ये, महज़ एक आकर्षण था तेरे मुँह मोड़ने पर भी बाकी क्यूँ है तो क्या है जो अब भी बाकी है मुझ में एक शोर सा, मेरी सांसों की डोर सा क्यों होता है ऐसा… हर बार बेवफ़ा समझ कर सोचता हूँ तुम से दूर जाने को तेरा अक्स मेरी आँखों में उतर आता है मुस्कुरा कर जैसे पूछ रहा हो कैसे हो तुम, जो कहा करते थे आख़िरी साँस तक चाहोगे मुझे तब शर्त कहाँ थी उतना ही चाहोगी तुम मुस्कुराहट तुम्हारी शोर बन कर गूंजने लगती है मेरे भीतर धड़कनें इस क़दर बढ़ जाती है मानो दिल फटने को हो हँसी में घुले सवाल गूंजने लगते हैं मेरे कानों में एक शोर, जो डराने लगता है मुझे हर बार, हर रात मुझे जाग जाता हूँ मैं, भूल कर सारे शिकवे एक और सुबह होती है मुझे याद दिलाने को इश्क़ है मुझे तुम से, रहेगा भी आख़िरी साँस तक इस जन्म, उस जन्म, हर जन्म ©हिमांशु Kulshreshtha सोचता हूँ कभी कभी....
सोचता हूँ कभी कभी....
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White बार-बार कोशिशें की मैंने, हर बार चोट मैं खाता हूँ। फिर भी हिम्मत है इतनी, जीत की कसम मैं खाता हूँ। लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है, मेहनत से मैं ना घबराता हूँ। हुंकार भरूंगा फिर से मैं, संकल्प का फल मैं पाता हूँ। वचन ही मेरा शस्त्र बना, हर कदम पर धार लगाता हूँ। हिम्मत मेरी कभी ना टूटे, महादेव का ध्यान लगाता हूँ। पक्की करती जीत मेरी, जब ईश्वर का गुण गाता हूँ। लक्ष्य से परे नहीं अस्तित्व मेरा, संघर्षों का मैं आदि हूँ। थकूंगा नहीं बिना जीत के, विजयी विश्व का वासी हूँ। ©theABHAYSINGH_BIPIN #बार-बार कोशिशें की मैंने, हर बार चोट मैं खाता हूँ। फिर भी हिम्मत है इतनी, जीत की कसम मैं खाता हूँ। लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है, मेहनत से
#बार-बार कोशिशें की मैंने, हर बार चोट मैं खाता हूँ। फिर भी हिम्मत है इतनी, जीत की कसम मैं खाता हूँ। लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है, मेहनत से
read moreMahesh Patel
Unsplash सहेली .... कभी-कभी हम यूं ही मुस्कुराया करते... कभी-कभी तुम्हारी बातों को यूं ही सुन लिया करते हैं.. कभी-कभी समझ में भी नहीं आता कि हम तुमसे यूं ही मिला करते हैं.. लाला... ©Mahesh Patel सहेली... कभी-कभी..लाला..
सहेली... कभी-कभी..लाला..
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White कभी कभी तलब में इज़ाफ़ा भी कर देती हैं महरूमियाँ एहसास प्यास का बढ़ जाता है सहरा देख कर ©हिमांशु Kulshreshtha कभी कभी...
कभी कभी...
read moreRakesh frnds4ever
White ज़ालिम है कितने ये जहां वाले यहां अपने/अपनों/अपनेपन का कोई वहम ना पाले ,,, कोई किसी के छोड़े न मुंह में निवाले खूनी दरिंदे ऐसे तन मन को भी नोच डाले ,,,, ज़ालिम है ये जमाने वाले खुद अपने भी नहीं अपनों को पालें जो गर हो मुमकिन कहीं तो कोई हमें कभी ना इस नरक में डाले ©Rakesh frnds4ever #ज़ालिम है कितने ये #जहां वाले यहां #अपने /अपनों/अपनेपन का कोई #वहम ना पाले ,,, कोई किसी के छोड़े न मुंह में #निवाले खूनी दरिंदे ऐसे
Divuu.writes
White कभी कभी यूंही सोचती हूं इतना भी क्या गलत किया था जो इतने यारों से धोखा खाया? इतनी भी क्या दूरी थी जो कोई अपना होकर भी पास न आया?? क्या मिला दिल साफ रख के जब आखिर में खुद को अकेला ही पाया?? कभी कभी यूँही सोचती हूं ए खुदा तूने कोई खुद सा क्यों ना बनाया?? क्यों मेरी बारी पर ही तूने हर किस्से में दर्द सुनाया? ©Divuu.writes #good_night कभी कभी
#good_night कभी कभी
read moreNurul Shabd
कभी-कभी, सबसे खूबसूरत एहसास वो होते हैं जो बिना किसी शब्द के होते हैं; बस एक अदृश्य बंधन, जो हमें एक-दूसरे से जोड़ता है। दिल का हर ज़ख्म एक कहानी बुनता है, और जब हम उन कहानियों को साझा करते हैं, तो हम न सिर्फ अपने दर्द को समझते हैं, बल्कि एक दूसरे की खुशियों में भी शामिल होते हैं। ©Nurul Shabd #कभी -कभी,
#कभी -कभी,
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