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Vishw Shanti Sanatan Seva Trust
श्राद्ध अमावस्या VSSST कुछ लोग बोलते हैं कि श्राद्ध क्यों करें, पितर भी होते हैं? क्या भगवान भी होते हैं? दिखते तो हैं नहीं, तो उनके लिए सबसे अच्छा उदाहरण यह है, कि क्या कोरोना होता है ? हां होता है, लेकिन दिखता तो है नहीं उसी प्रकार से पितर और भगवान भी होते हैं अंतर्मन की दृष्टि से देखोगे तो दिखते हैं । ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust श्राद्ध अमावस्या VSSST कुछ लोग बोलते हैं कि श्राद्ध क्यों करें, पितर भी होते हैं? क्या भगवान भी होते हैं? दिखते तो हैं नहीं, तो उनके लिए स
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
कुण्डलिया :- तर्पण करने मैं चला , जब गंगा के घाट । देख पितर थे सब खड़े , आज हमारी बाट ।। आज हमारी बाट , देख पितरो से बोला । ले लो तुम सब आज , बोलकर झोला खोला । लाया हूँ सब आज , आपको करने अर्पण । दो थोडा सा ध्यान , आपका करता तर्पण ।। अपने पितरो को करें , चलो अन्न का दान । उनकी इच्छा से सदा , बना रहे सम्मान ।। बना रहे सम्मान , पितर की सेवा करके । माँगूं क्या मैं बोल , नैन अपने जल भरके ।। उनकी सेवा मात्र , देखता हूँ मैं सपने । उनका सब अधिकार , पितर वह मेरे अपने ।। ०६/०७/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :- तर्पण करने मैं चला , जब गंगा के घाट । देख पितर थे सब खड़े , आज हमारी बाट ।। आज हमारी बाट , देख पितरो से बोला ।
OMG INDIA WORLD
श्राद्ध पक्ष को देखते हुए कौओं की आपात बैठक में सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया है की जिस घर में बूढ़े माता पिता के साथ बुरा व्यवहार होता है.... उस घर के अन्न जल का बहिष्कार किया जायेगा जो जीते जी अपने माता पिता को पाल न सके वे मरे हुए लोगों को पितर का भोग लगाने के काबिल नहीं....!!! ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD श्राद्ध पक्ष को देखते हुए कौओं की आपात बैठक में सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया है की जिस घर में बूढ़े माता पिता के साथ बु
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} पितृपक्ष पितरों के लिए खास समय है। इस पक्ष में विधि-विधान से श्राद्ध करके पितरों को संतुष्ट किया जाता है। हालांकि भविष्य पुराण श्राद्ध के 96 अवसर बताता है। श्राद्ध में विधान कम श्रद्धा अधिक महत्वपूर्ण है। श्रद्धा से यदि सूर्योदय के समय नहा-धोकर काले तिल के साथ सूर्य को जल दें, अथवा गीता के सातवें अध्याय का संकल्प सहित पाठ कर उसके पुण्य को पितरों को अर्पित कर दें तो भी पितर संतुष्ट हो जाते हैं और धन-धान्य, यश-कीर्त, पुत्र-पौत्रादि में वृद्धि करते हैं। ©N S Yadav GoldMine {Bolo Ji Radhey Radhey} पितृपक्ष पितरों के लिए खास समय है। इस पक्ष में विधि-विधान से श्राद्ध करके पितरों को संतुष्ट किया जाता है। हालांकि भव
Hariom
क्या वाकई संत रामपाल जी वास्तव में अपने आप को भगवान मानते हैं? जानिये क्या है सच्चाई दावे की पड़ताल Part 3 वीडियो में। इस वीडियो को SA News Channel YouTube ©Hariom सूक्ष्मवेद (तत्वज्ञान) में तथा चारों वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथवर्वेद) तथा इन चारों वेदों के सारांश गीता में स्पष्ट किया है कि आ
हरीश वर्मा हरी बेचैन
आत्मायें प्रकट हुई 👣👣👣👣👣👣👣👣 आत्मायें प्रकट हुई! पितर पक्ष में! अनंत आत्मायें थी! पिता, परम पिता.. और बिछड़े सभी.. परमात्मायें थीं! अब परिवार पूरा विश्व था! सब के भले की चाहत थी! वो अब भूख प्यास.. चाहत खुशी गम से मुक्त थे! हमसे कहना चाहते थे! पर कह नहीं पाये.. फिर भी मैने समझ लिया.. जिन्दगी मरने के ही बाद है! इस जहां पर झूठा विश्वास है! फिर से वो अदृश्य हो गये! आप 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 हरीश वर्मा हरी बेचैन 8840812718 आत्मायें प्रकट हुई 👣👣👣👣👣👣👣👣 आत्मायें प्रकट हुई! पितर पक्ष में! अनंत आत्मायें थी! पिता, परम पिता.. और बिछड़े सभी.. परमात्मायें थीं!
हरीश वर्मा हरी बेचैन
आत्मायें प्रकट हुई 👣👣👣👣👣👣👣👣 आत्मायें प्रकट हुई! पितर पक्ष में! अनंत आत्मायें थी! पिता, परम पिता.. और बिछड़े सभी.. परमात्मायें थीं! अब परिवार पूरा विश्व था! सब के भले की चाहत थी! वो अब भूख प्यास.. चाहत खुशी गम से मुक्त थे! हमसे कहना चाहते थे! पर कह नहीं पाये.. फिर भी मैने समझ लिया.. जिन्दगी मरने के ही बाद है! इस जहां पर झूठा विश्वास है! फिर से वो अदृश्य हो गये! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 हरीश वर्मा हरी बेचैन 8840812718 आत्मायें प्रकट हुई 👣👣👣👣👣👣👣👣 आत्मायें प्रकट हुई! पितर पक्ष में! अनंत आत्मायें थी! पिता, परम पिता.. और बिछड़े सभी.. परमात्मायें थीं!
Vishw Shanti Sanatan Seva Trust
जय श्री कृष्णा ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust ।। सत्य वचन।। 🌹🌹श्राद्ध पक्ष स्पेशल 🌹🌹 presented by :- Dr. Krishna Mohan ji हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को पितृ पक्ष शु
Divyanshu Pathak
जानता है तू क्यों आया है इस नर देह में काटने को कर्म-फल पिछले जन्मों के। जनम भी कितने चौरासी लाख! कैसे काटेगा ?.......☺ भ्रमण कर-करके भू-मण्डल पर जल और नभ में, और इस बीच सृजित करोगे नित नए कर्म भी भोगते रहने को भविष्य में भी। करती है सारे खेल माया महामाया प्रक
KP EDUCATION HD
KP NEWS HD कंवरपाल प्रजापति समाज ओबीसी for ©KP NEWS HD पितृपक्ष में पितृ धरती पर आकर अपने लोगों पर ध्यान देते हैं और उन्हें आशीर्वाद देकर उनकी समस्याएं दूर करते हैं. इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत 29