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Bhawna Vaishnav
मुझे तुझसे मोहब्बत हे कैसे कहूं, मुझे तेरी जरूरत हे कैसे कहूं... सब कुछ हे मेरे पास सिवा तेरे, तू ही मेरी चाहत हे कैसे कहूं... ©Bhawna Vaishnav मुझे तुझसे मोहब्बत हे कैसे कहूं, मुझे तेरी जरूरत हे कैसे कहूं... सब कुछ हे मेरे पास सिवा तेरे, तू ही मेरी चाहत हे कैसे कहूं... #life #Love
Raxx
इंतज़ार है उस पल का जब मैं खुद के लिए जी भर जिऊ... फिलहाल परिवार की ज़िम्मेदारी में व्यस्त हूं... ©Raxx #GoldenHour फिलहाल
Dinesh Sharma Jind Haryana
White तुझे चांद कहूं या सुंदरता का प्रतीक एक ही तो बात है ©Dinesh Sharma Jind Haryana #चांद कहूं या
SAHIL KUMAR
White खामीयां तो कई थी पर अब कमीयां भी दिखा दी वक्त ने, कुछ उम्मीदें भी थी वक्त से पर उसने भी हकिकत बयां की बड़ी बेदर्दी से मेरी खुद मुझी से कुछ बातें हुई दिल के पार कुछ खत्म करने को जैसे अब दिल भी है दुर मेरी बातों से ©SAHIL KUMAR किसे कहूं?
DHIRAJ PRIT
White सच को सच ना कहूं तो क्या कहूं, तेरे शहर को गैर शहर ना कहूं तो क्या कहूं। तुझे जब भी देखता हूं जन्नत की याद आती है अब जन्नत को जन्नत ना कहूं तो क्या कहूं। ©DHIRAJ PRIT #eidmubarak सच को सच ना कहूं तो क्या कहूं, तेरे शहर को गैर शहर ना कहूं तो क्या कहूं। तुझे जब भी देखता हूं जन्नत की याद आती है अब जन्नत को जन
Chanda takapuriya
की क्या कहूं उसके बारे मे वो हमसफर भी बना जाता हैं और मेरा हमदर्द भी ©Chanda takapuriya की क्या कहूं
Dinesh Sharma Jind Haryana
मैं कविता के चक्कर में कविता लिखने लगा | अब समझ नहीं आता खुद को कवि कहूं या आशिक || ©Dinesh Sharma Jind Haryana #Tulips क्या कहूं
Dilip Singh Harpreet
हेली कि अचरज कहूं हळ्दी दुकड्यो भैळ लाड़ी गालां चौपड़े हल मल खैले खैल कि हेली इचरज कहूं हळ्दी पीळ पतंग लाड़ी संग सब पै चढ्यौ देखौ कसूमल रंग।। ©Dilip Singh Harpreet हेली कि अचरज कहूं हळ्दी दुकड्यो भैळ लाड़ी गालां चौपड़े हल मल खैले खैल कि हेली इचरज कहूं हळ्दी पीळ पतंग लाड़ी संग सब पै चढ्यौ देखौ कसूमल रंग।
Himanshu Prajapati
सुबह को शाम कहूं या शाम को कहूं रात कुछ समझ में नहीं आ रहा है, क्योंकि नहीं बन पा रही उससे बात..! ©Himanshu Prajapati #quotation सुबह को शाम कहूं या शाम को कहूं रात कुछ समझ में नहीं आ रहा है, क्योंकि नहीं बन पा रही उससे बात..!