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Penman
White आज किनारों से रास्तों पर आ गया मैं, मंज़िल को ढूंढ़ते, मंज़िल का पता नहीं कहा जाकर मिले, हौसलें में कमी नहीं आने दूंगा जब तक मंजिल न मिले। ©Penman #मंजिल
writer....Nishu...
White मेरी बे-परवाह रूह को अपनी मंजिल पाना है मशक़्क़त है रास्तों में मेरे मगर बुलंद हौसलों से पार हो जाना है कई तूफान आयेंगे जिंदगी की कश्ती में इनसे लड़कर किनारे तक जाना है हर तरफ कशमकश है मजबूरियों की मुझे फिर भी सुर्ख़-रू को हकीकत बनाना हो लाख सवाल जवाब मगर बे-परवाह होकर मंजिल को पाना है ....... (2) ©writer....Nishu... #बे-परवाह रूह को मंजिल पाना है
#बे-परवाह रूह को मंजिल पाना है
read moreLovely Love
White अंधेरे में खोए हुए है हम इस तरह, उम्मीद की कोई मंजर नजर नही आता। सपने हैं आंखो में इस कदर, पूरा होने का रास्ता नजर नहीं आता। क्यू लड़ते हैं हम तकदीर से अपनी,जब हालात बदलना हमें नही आता। उदासी इतनी भरी है इस दिल में, कभी कभी जीने का मतलब समझ नहीं आता। ©Lovely Love #मंजिल
Ravinder Kaushik
White जिंदगी का सफर भी कहाँ आसान है। उम्र निकल जाती है, जिंदगी का सफर तय करते -करते। फिर भी मन चाही मंजिल नही मिलती। ©Ravinder Kaushik #मंजिल
Richa Dhar
मैंने रात भर दूसरों के घर के उजाले देखे हैं पर अपने घर उजालों में भी अंधेरा पाया खुशबू तेरी दूर तलक फैली थी लेकिन अपने करीब तेरी खुशबू नहीं रख पाया ज़िंदगी तेरे साथ जीने के मुताबिक़ बहुत कम थी मैं ढूंढता रहा अपनी मंज़िल और कभी पहुँच नहीं पाया ©Richa Dhar मंजिल
मंजिल #शायरी
read moreRamnik
White मुश्किलों मुसीबतों से बहुत करली यारी दोस्ती। अब ये भी देख ले, कैसा लगता है जब मिलती है मंजिले।। ©Ramnik #मंजिल
SINGER TUSHAR SHARMA
White चलता रहूंगा पथ पर चलने में माहिर बन जाऊंगा या तो मंजिल मिलेगी या फिर अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊंगा। ©SINGER TUSHAR SHARMA #safar चलता रहूंगा पथ पर चलने में माहिर बन जाऊंगा या तो मंजिल मिलेगी या अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊंगा।
#safar चलता रहूंगा पथ पर चलने में माहिर बन जाऊंगा या तो मंजिल मिलेगी या अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊंगा।
read moreShishpal Chauhan
White चल चल री मंजिल की ओर, बिना मचाए शोर। जीवन पर किसी का नहीं है जोर, ईश्वर के हाथ में है सबकी डोर। होने वाली है भोर, अभी है काली घटा घनघोर। खुशियां छाई है चारों ओर, पंछी मधुर गीत सुनाए चहुं ओर। जंगल में नाच दिखाए मोर, नहीं रहना मानव बस्ती में और। ©Shishpal Chauhan # मंजिल
# मंजिल #कविता
read moreविष्णु कांत
White अगर मंजिल को पाना है तो, आपको सही मार्ग पर चलना पड़ेगा। वरना मृग की तरह, कस्तूरी की सुगंध किधर से आ रही.. यह मालूम करने में संपूर्ण जीवन गंवा दोगे। ©विष्णु कांत #मंजिल