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نمیش
साज़ ए दिल बनाना आता है तुम्हें ? आराइश ए इश्क़ करना आता है तुम्हें ? साज़ तालमेल आराइश सजावट, श्रृंगार
vikas sharma विचित्र
परियों की महफ़िल है , वो जन्नत सी आराईश है। अहसासों का है सागर , ख्यालों की भी ख्वाइश है। आशिक़ हम ग़ज़ब के है , शायरी तो मुखोटा है। क़यामत तो होगी ही , इशक की आजमाइश है। " विकास शर्मा " #आराइश-सजावट.... #nojotoशायरी #nojotoपोएट्री #nojotovikassharma#nojotogwalior.....!
Nova Changmai
दर क्या है??? एक लंबा हट्टा कट्टा आदमी उसी आवाज से बात कर रही है, और तुम सुनकर डर रही हो, उसको को दर नहीं बोलता है। जो बीते हुए कल है उससे शिक्षा लो, और जो आज करने वाले हो उसे किया नया क्या कुछ कर सकते हो उसके बारे में सोचो ,और डरो उस समय के लिए जो भविष्य में तुम्हारे जीवन को सुनहरी अक्षर में लिखकर जीवन को बदल सकता है। #सीखना #शायरी#कविता#रोमांस#मीनिंग #Motivational #Good #evening
Anita Saini
किताब-ए-इश्क़ के, हर हर्फ़ में आज़माइश मिलेगी क़दमो तले गुल की नहीं काँटो की आराइश मिलेगी! ©Anita Saini #mountain किताब ए इश्क़ के हर हर्फ़ में आज़माइश मिलेगी हर क़दम गुलों की जगह काँटो की आराइश मिलेगी! #Love #RESPECT #Feeling #Life
Prerit Modi सफ़र
शे'र- तीरगी है हर तरफ सहमी हैं हर____ ख्वाहिशें ये रात उसी के नाम की है छीनी है जिसने मेरी आराइशें आराइश- चमक, glow ये रात उसी के नाम की है #yeraat #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #yqdidi #yqbaba
आदी अधूरा
Prerit Modi सफ़र
शेर- आब-ए-आईना सीरत का ज़रा भी ना कम होने दो सूरज की तरहा चमको, आराइश सूरत की भी ना कम होने दो 【आब-ए-आईना- शीशे की चमक】 【आराइश- सुंदरता】 सुप्रभात। सूरज को देखो वो तुम्हारा ही हिस्सा है। #सूरज #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating w
Prerit Modi सफ़र
शे'र- आराइश चेहरे की खो रही है आईना भी धुँधला रहा है तू क्यों अब आता नहीं है इंतजार में दिल में मातम छा रहा है आराइश- चमक आईना धुँधला गया है, अक्स भी मुरझा गया है। #आईना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #shayari #lo
Sangeeta Patidar
क़ाबिल तो आपने समझा हमें, हम तो बस एक भूल थे। हर एहसास समझा बहारों सा, वो सब तो बस सूल थे। सादा सा था प्यार, लगा दिए हमने कितने अगर-मगर, गुस्ताख़ी करके भी बने हमराज़, हम कौन से नुज़ूल थे! उम्दा-उम्दा गुलों से करना था दिल-बाग़ की आराइश, कैसे समझा आपने गुलाब, हम तो ख़ार वाले बबूल थे। आपकी मुस्कान से सीखा हमने हर हाल में मुस्कुराना, ख़ुशनुमा अंदाज़ आपका, हमारे सबके-सब मलूल थे। होकर कभी ख़ुदगर्ज़, सर पर भी मत चढ़ जाना 'धुन', कहना भी न पड़े,ये इत्तिफ़ाक़न मिलने वाले हुसूल थे। सूल- Sharp Pain नुज़ूल- Decent आराइश- Decoration मलूल- Sad हुसूल- Achievement होली के हमजोली- 10