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विवेक तोमर
महान राष्ट्रभक्त नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एवं महान राष्ट्रवादी महानायक डॉ. ऐपीजे अब्दुल कलाम तथा युवा हर्दय सम्राट महाशहीद भगत सिंह और जौशीले नौजवानो चन्द्र शेखर आजाद, राजगुरू के सपनो का भारत बनाने का सपना पूरा करना है सपनो का भारत
SALTYSOUL
धुंध फैली थी चारों ओर खमोशी भी छायी थी, भीड़ वही थी देख जहाँ लोगो ने लाठी खाई थी ये वामपंथी, ये दल, थे कौन ये संगठन थे कौन? और नेता थे कौन ? हम मिट्टी के पुतले थे जिनमें इंसानियत पाई जाती थी, ना मै राइट,ना तू है रॉन्ग ना मै विलेन, ना तू भगवान तू भी है एक इन्सान और मुझमें भी है नन्ही सी जान ना मै तुझे कर दू बैन! मेरी भी तू समझे एक बार कुछ तू पन्ने पलटें और ना करे किसी सरकार की बात , मै दिवाली ,तू रमजान जहां अल्लाह, वही है राम खमोशी जब टूटे तेरी तो एक शब्द मेरा होगा सपना जैसा हो भारत अपना हक़ीक़त में फिर से सुनहरा होगा। #Life_Story मेरे सपनो का भारत#nojoto #newindia#jaihind#discrimination#1AMTHOUGHT
Vivek Mishra "जयंत"
मेरे सपनो घर कुछ ऐसा होगा, झा चिड़ियों की चहचहाहट के बीच भाभी और बहन की अटखेलियां गूंजेगी, जहा बुजुर्गो का दरबार द्वार की शोभा बढ़ाएगा, जहा मा बाप उस घर के आधार स्तंभ होंगे जो पूरे घर की जिम्मेदारी अपने कंधो पे उठाए होंगे, मेरे सपनो का घर कुछ ऐसा होगा। जहा मेरी बहन का सम्मान और घर की बहू ने कोई भेद न होगा, कुछ ऐसा होगा मेरे सपनो का घर जहां भाईयो के लड़ाई में भी एक दूसरे की परवाह होगी, मेरे सपनो घर ऐसा होगा जहां हवा की तरह चारो और खुशियों का वातावरण होगा, मेरे सपनो का घर कुछ ऐसा होगा जहां रसोई के कूल्हे में स्वाद का नया नाम होगा, जहा रिश्तों की कदर होगी और बड़ों का सम्मान होगा, मेरे सपनो का घर कुछ ऐसा होगा . . . मेरे सपनो का घर कुछ ऐसा ही होगा #मेरे सपनो का घर
अज़नबी किताब
मेरी सपनो की दुनिया से बहुत अलग है ये जहाँ, कैसे बनाऊ यहा वो फरिश्तों का एक और जहाँ.. सोचने से भी वो अलग दुनिया आँखो के सामने है आए, पर कैसे दिखाऊ सब को ये एक और मेरे सपनो की ये दुनिया... जहा कोई गम नहीं कोई खफा नही तो कोई दुश्मनी नही, है तो बस बाटने को प्यार और सब के चेहरे पे एक मुश्कान | मेरे सपनो का जहाँ...
Parasram Arora
मेरे सपनो का गाँव . बस मुझसे कुछ ही दूरी पर खड़ा मेरी प्रतिक्षा कर रहा हैँ बस उस पगडंडी के अंतिम छोर पर जहाँ चाँद ऊपर आने की कोशिश कर रहा हैँ और बादलो का झुण्ड पहाड़ो पर अपने झंडे गाड़ रहा हैँ सुनाइ पढ़ रही हैं नज़दीक आती हुई कलकल करती हुई नदी की आवाज़े लेकिन पहले मुझे इन समाधिस्थ वृक्षों. से मुलाक़ात करनी होगी ज़ो अपनी चुप्पी के चुम्बक से उड़ते गाते पंछीयो को अपने मोहज़ाल मे समेट लेते हैँ और उनकी मधुर चहचाहट का भरपूर आनद उठाते हैँ. . इन वृक्षों औरं पंछीयो की इस शाश्वत प्रीत का ज़ायज़ा लेने के लिये अक्सर मै इसी पगडंडी को चुनता हूँ ©Parasram Arora मेरे सपनो का गाँव
Rohan Mishra
मैं अपने सपने के शहर में हूँ, हाँ ये मेरे सपनो का शहर हैं, जहाँ मेरी प्यार की मूरत रहती हैं, उसकी वो काली बिंदी और काजल, मेरे सपने को और खूबसूरत बना देती हैं, ये मेरे सपनो का शहर ही हैं, जहाँ में उसकी खुलकर तारीफ कर सकता हूँ, क्योकि सामने तो वो कुछ कहने देती नहीं हैं, मगर न जाने क्यों, चाहता हूँ उसे सपने जैसा सजा हुए देखना, काश हकीकत में उसे दिल का हाल बता सकता, मुझे सुकून हैं फिर भी कुछ हद तक, थोड़ा खुश भी हूँ, आखिर मैं अपने सपनो के शहर में हूँ, हाँ ये मेरे सपनो का शहर हैं, यहाँ मैं उससे आसानी से दिल का हाल बयां कर सकता हूँ 🖊A@lfaaz_💓rohu💞_ke_😍😍☺ ©Rohan Mishra मेरे सपनो का शहर #alfaaz_rohu_ke #rohanmishra861
Pratik Patil Patu
मेरे सपनों का भारत ऐसा होगा मेरे सपनों का भारत जहां पर ना होगा कोई जाति भेद, न धर्म भेद बस रहेगा तो, अपनों का भारत ऐसा होगा, मेरे सपनों का भारत मेरे देश में, कभी ना होगा भ्रष्टाचार बस रहेगा तो, शिष्टाचार जहां पर, न होगा कोई उच्च न कोई तुच्छ बस मेरा भारत रहेगा, हमेशा स्वच्छ जहां पर ना होगा कोई, पोल्यूशन सब लोग मिलकर निकालेंगे, पोलूशन का सोल्यूशन जहां पर, ना होगा कोई जोर, न कोई जबरदस्ती यहां पर जमेगी तो सिर्फ हंसी और मजाक की दोस्ती जहां पर, नहीं होगा कोई अन्याई सब लोग मिलकर रहेंगे बहन -भाई जहां पर है, जवान और किसान को, बहुमूल्य मान वही है मेरे सपनों का भारत महान जय हिंद!! मेरे सपनों का भारत
Motivation Mystery
Anita Agarwal
*मेरे सपनों का भारत * हर घर मे खुशहाली हो ना कोई काम से खाली हो भाई चारा रहे सभी मे हर दिन जहां दीवाली हो शिक्षित हो हर बच्चा बच्चा देश का ऊंचा नाम करे हर सपने को मुमकिन कर दे तकनीक का यूँ उत्थान करे समता हो आज़ादी हो ना पानी की बर्बादी हो पर्यावरण साफ़ सुथरा रहे हरियाली की आबादी हो आसानी से हासिल सबको रोटी कपड़ा मकान हो धर्म जाति का झगड़ा ना हो इक दूजे का सम्मान हो लोकतंत्र का राज हो अपराध विहीन समाज हो विकास पथ पर सबसे आगे खुद पर हमको नाज हो जगद्गुरु हम कहलाते थे वही स्थान फिर से पाएं हमारी संस्कृति के आगे सारा जग शीश झुकाए सोच हमारी विस्तृत हो जो प्रशस्त करे प्रगति का पथ यही दुआ है कुछ ऐसा हो मेरे सपनों का भारत ©Anita Agarwal मेरे सपनों का भारत #India