Nojoto: Largest Storytelling Platform

New यह भगवान Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about यह भगवान from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, यह भगवान.

    PopularLatestVideo

dev rajput

यहां जो भी आता है उसको हाथ जोड़ना पड़ता है क्योंकि यह भगवान का मंदिर है #GoodMorning #शायरी

read more
mute video

Sunil itawadiya

इंसान भगवान नहीं बन सकता तो कोई गम नहीं मगर इंसान इंसान बना रहे यह भगवान से कम नहीं 🙏🏻👍

read more
Samar mobile इंसान भगवान नहीं बन सकता तो कोई गम नहीं मगर इंसान इंसान बना रहे यह भगवान से कम नहीं 🙏🏻👍

VSK

मेरी 48 वी कविता based on enviromental & social issue क्यों ? पेड़ कहां जा रहे हैं, पंछी पहले पहले जैसे कहां गा रहे हैं , बादल बारिश के

read more
क्यों ? 

पेड़ कहां जा रहे हैं,
पंछी पहले पहले जैसे कहां गा रहे हैं ,

बादल बारिश के मौसम को छोड़कर ,
गर्मी के मौसम में क्यों छा रहे हैं ,

सात समुंदर बड़ी बड़ी नदियां होने के बावजूद 
गांव गांव पानी की कमी से लोग क्यों मर रहे हैं ,

पानी के लिए लोग क्यों लड़ रहे हैं,
मंडी में सब्जियों के दाम क्यों  बढ़ रहे हैं 
.....क्यों ?

जंगलों को मिटाकर शहरों की तादाद क्यों बढ़ रही हैं ,
जंगली जीवो की जान आफत में क्यों पड़ गई है ,
Global warming, प्रदूषण यह चीजें क्यों बढ़ रही हैं 

"जरा पूछो अपने आप से 
जरा पूछो अपने आप से "
प्रदूषण क्यों बन रहा है शहरों का आभूषण 
नदियों का हाल क्यों हो रहा है बेहाल,
इंसान तो सारे यहां कमाना चाहते हैं माल ,
यहां क्यों हो रहे हैं कम उम्र में लड़कों के सफेद बाल ,
क्यों....?


क्यों नदियों में अब पहले जैसी मछलियां नहीं गंदगी 
है हमारे यहां तैरती,
 बोरवेल के कितने झटके सह रही है आज यह धरती ,
 
  इंसान की फितरत क्यों बदल रही है,
   उसे अपने स्वार्थ के सिवा ना कोई चीज आज दिख रही है ,

   क्यों ....?
   
सारे सवालों के जवाब है हमारे पास ,
अब धरती को भी नहीं रही होगी हमसे कुछ आस ,
अरे उसके पास जो कुछ था उसने वह दे दिया ना तुमको,
 बुद्धिमानी कल आते हो ना खुद को,
 धरती को बचाने की करते हैं सब बातें यहां...
 पर यह बातें बातें ही रह जाएगी पृथ्वी पृथ्वी ना रह  पाएगी ,
 फिर यह भगवान की अनमोल देन पृथ्वी नष्ट हो जाएगी ! मेरी 48 वी कविता based on enviromental & social issue

क्यों ? 

पेड़ कहां जा रहे हैं,
पंछी पहले पहले जैसे कहां गा रहे हैं ,

बादल बारिश के

N S Yadav GoldMine

#MothersDay {Bolo Ji Radhey Radhey} मौसी माँ मंदिर :- 💮 रामेश्वर देउला ओडिशा के भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर से लगभग 2 किमी दूर स्थित है। मं #समाज

read more
mute video

N S Yadav GoldMine

नारद जी की जन्म कथा :- {Bolo Ji Radhey Radhey} 🌺 देवर्षि नारद पहले गन्धर्व थे। एक बार ब्रह्मा जी की सभा में सभी देवता और गन्धर्व भगवन्नाम का #Hope #पौराणिककथा

read more
नारद जी की जन्म कथा :-
{Bolo Ji Radhey Radhey}
🌺 देवर्षि नारद पहले गन्धर्व थे। एक बार ब्रह्मा जी की सभा में सभी देवता और गन्धर्व भगवन्नाम का संकीर्तन करने के लिए आए। नारद जी भी अपनी स्त्रियों के साथ उस सभा में गए। भगवान के संकीर्तन में विनोद करते हुए देखकर ब्रह्मा जी ने इन्हें शाप दे दिया। जन्म लेने के बाद ही इनके पिता की मृत्यु हो गई। इनकी माता दासी का कार्य करके इनका भरण-पोषण करने लगीं।

🌺 एक दिन गांव में कुछ महात्मा आए और चातुर्मास्य बिताने के लिए वहीं ठहर गए। नारद जी बचपन से ही अत्यंत सुशील थे। वह खेलकूद छोड़ कर उन साधुओं के पास ही बैठे रहते थे और उनकी छोटी-से-छोटी सेवा भी बड़े मन से करते थे। संत-सभा में जब भगवत्कथा होती थी तो यह तन्मय होकर सुना करते थे। संत लोग इन्हें अपना बचा हुआ भोजन खाने के लिए दे देते थे।

🌺 साधुसेवा और सत्संग अमोघ फल प्रदान करने वाला होता है। उसके प्रभाव से नारद जी का हृदय पवित्र हो गया और इनके समस्त पाप धुल गए। जाते समय महात्माओं ने प्रसन्न होकर इन्हें भगवन्नाम का जप एवं भगवान के स्वरूप के ध्यान का उपदेश दिया।

🌺 एक दिन सांप के काटने से उनकी माता जी भी इस संसार से चल बसीं। अब नारद जी इस संसार में अकेले रह गए। उस समय इनकी अवस्था मात्र पांच वर्ष की थी। माता के वियोग को भी भगवान का परम अनुग्रह मानकर ये अनाथों के नाथ दीनानाथ का भजन करने के लिए चल पड़े। एक दिन जब नारद जी वन में बैठकर भगवान के स्वरूप का ध्यान कर रहे थे, अचानक इनके हृदय में भगवान प्रकट हो गए और थोड़ी देर तक अपने दिव्य स्वरूप की झलक दिखाकर अन्तर्धान हो गए।

🌺 भगवान का दोबारा दर्शन करने के लिए नारद जी के मन में परम व्याकुलता पैदा हो गई। वह बार-बार अपने मन को समेट कर भगवान के ध्यान का प्रयास करने लगे, किंतु सफल नहीं हुए। उसी समय आकाशावाणी हुई, अब इस जन्म में फिर तुम्हें मेरा दर्शन नहीं होगा। अगले जन्म में तुम मेरे पार्षद रूप में मुझे पुन: प्राप्त करोगे।

🌺 समय आने पर नारद जी का पांच भौतिक शरीर छूट गया और कल्प के अंत में वह ब्रह्मा जी के मानस पुत्र के रूप में अवतीर्ण हुए। देवर्षि नारद भगवान के भक्तों में सर्वश्रेष्ठ हैं। यह भगवान की भक्ति और महात्म्य के विस्तार के लिए अपनी वीणा की मधुर तान पर भगवद् गुणों का गान करते हुए निरंतर विचरण किया करते हैं। इन्हें भगवान का मन कहा गया है। इनके द्वारा प्रणीत भक्ति सूत्र में भक्ति की बड़ी ही सुंदर व्याख्या है। अब भी यह अप्रत्यक्ष रूप से भक्तों की सहायता करते रहते हैं। 

🌺 भक्त प्रह्लाद, भक्त अम्बरीष, ध्रुव आदि भक्तों को उपदेश देकर इन्होंने ही उन्हें भक्ति मार्ग में प्रवृत्त किया। इनकी समस्त लोकों में अबाधित गति है। इनका मंगलमय जीवन संसार के मंगल के लिए ही है। यह ज्ञान के स्वरूप, विद्या के भंडार, आनंद के सागर तथा सब भूतों के अकारण प्रेमी और विश्व के सहज हितकारी हैं। 

🌺 अविरल भक्ति के प्रतीक और ब्रह्मा के मानस पुत्र माने जाने वाले देवर्षि नारद का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक भक्त की पुकार भगवान तक पहुंचाना है। वह विष्णु के महानतम भक्तों में माने जाते हैं और इन्हें अमर होने का वरदान प्राप्त है। भगवान विष्णु की कृपा से यह सभी युगों और तीनों लोगों में कहीं भी प्रकट हो सकते हैं।

©N S Yadav GoldMine नारद जी की जन्म कथा :-
{Bolo Ji Radhey Radhey}
🌺 देवर्षि नारद पहले गन्धर्व थे। एक बार ब्रह्मा जी की सभा में सभी देवता और गन्धर्व भगवन्नाम का

Rishab Raj Gupta

Apka whtsaap free hai aage bhej dijiye भगवान शिव के 108 नाम ---- १- ॐ भोलेनाथ नमः २-ॐ कैलाश पति नमः ३-ॐ भूतनाथ नमः ४-ॐ नंदराज नमः ५-ॐ नन्दी

read more
Apka whtsaap free hai aage bhej dijiye
भगवान शिव के 108 नाम ----
१- ॐ भोलेनाथ नमः
२-ॐ कैलाश पति नमः
३-ॐ भूतनाथ नमः
४-ॐ नंदराज नमः
५-ॐ नन्दी

N S Yadav GoldMine

#phool {Bolo Ji Radhey Radhey} सोमवार व्रत भगवान सोमेश्वर को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन किया किया जाता है आइये विस्तार से जानिए !! 🍏🍏 #जानकारी

read more
mute video

Atul Sharma Atul Sharma

एक बार एक भिकारी रात में भीख मांग कर खाना खाता है और सो जाता है फिर वह ख्वाब देखता है कि वह मर गया और मर के स्वर्ग पहुंच गया वह देखता है कि #nojotophoto

read more
 एक बार एक भिकारी रात में भीख मांग कर खाना खाता है और सो जाता है फिर वह ख्वाब देखता है कि वह मर गया और मर के स्वर्ग पहुंच गया वह देखता है कि

Amar Anand

काशी तो काशी है, काशी अविनाशी है!!!!!! पंचकोशी काशी का अविमुक्त क्षेत्र ज्योतिर्लिंग स्वरूप स्वयं भगवान विश्वनाथ हैं । ब्रह्माजी ने भगवान क

read more
काशी अविनाशी है !!!
विशेष नीचे कैप्शन में... काशी तो काशी है, काशी अविनाशी है!!!!!!

पंचकोशी काशी का अविमुक्त क्षेत्र ज्योतिर्लिंग स्वरूप स्वयं भगवान विश्वनाथ हैं । ब्रह्माजी ने भगवान क
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile