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Dharmendra Singh
शारीरिक सुंदरता ही सुंदरता नहीं है, सुंदर है - आपका ज्ञान, चरित्र, व्यवहार और क्रियाशीलता। ©Dharmendra Singh # सामाजिकता
Shivam Musafir
न जाने क्यूँ जमाने ने मुझे समझा नहीं अब तक फंसाया खूब इसने पर मैं उलझा नहीं अब तक । बग़ावत सिर्फ़ इसके मानकों से है जो दोहरे हैं मसला है ही कुछ ऐसा कि ये सुलझा नहीं अब तक । ......///........///..शिवम मिश्र "मुसाफ़िर" #दोहरेमानक #सामाजिकता #भीड़#अकेलापन
अशोक द्विवेदी "दिव्य"
‘ख़ास’ होना चाहते है, तो ‘आम’ हो जाइए । ©अशोक द्विवेदी "दिव्य" #खास #आम #जीवन #सामाजिकता Internet Jockey Divya Thakur Dr. Kavita Love Prashar Hindinama
साहस
दूर ही रहो मुझसे, आसामाजिक तत्वों को पहले, हल करने दो। नमस्कार लेखकों🌸 आज के #rzdearcharacters में हम लेकर आये हैं #rzप्रियसामाजिकता । सामाजिकता जीवन के अनेक पहलुओं में से एक है, जिससे हम समाज
Anita Saini
सम्बन्धों की डोर मज़बूत करना आज के #rapidfire में सामाजिकता को 5 शब्दों में बयां करें। हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳 #rzसामाजिकता5शब्दोंमें #restzone #yqrest
Purohit Nishant
Krishna
- पूरे दस दिन हुए नहीं और उसके पल्लू से लिपट कर बैठा है ऐसा क्या देगी वह तुम्हें -तो भाइयों सुन लो सिर्फ लुगाई ना है वो मारी मारे लिए अपना घर छोड़ कर आई है !!जय राम जी!! गी........ ऐसी सोच रखने वालों को चुनोती है की जो आप अपने दोस्तो या अपने बड़े भाइयो को कहते है तो घोर से सुनलो अगर वो अपने कर्म सASही से कर रही है तो हम
अनुराग चन्द्र मिश्रा
किसान & व्यवस्था ज़िंदगी और ज़िंदगी की राहें भी अजीब हैं, मौसम और मौसमी हवाएं भी अजीब हैं समाज की सामाजिकता सामाजिक नहीं हैं, सरकारी महकमों की व्यवस्था सुचारू नहीं है, राजनीती राजनीतिक किचड़ में धसी पड़ी है, राजनेताओं का नीतियों से कोई मेल नहीं है, देश की जड़ ज़मीन की पैदावार बेमोल पड़ी है, किसान की आमदनी भी सरकारी लाभ का हिस्सा बनी है, देशव्यापी व्यवस्था असल में किसानों के ही पीछे खड़ी हैं| ©अनुराग चन्द्र मिश्रा किसान & व्यवस्था ज़िंदगी और ज़िंदगी की राहें भी अजीब हैं, मौसम और मौसमी हवाएं भी अजीब हैं समाज की सामाजिकता सामाजिक नहीं हैं, सरकारी महकमों
Vibha Katare
यह लत भी है, ज़रूरत भी है... कुछ शब्द फोन को समर्पित : ।।त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव , त्वमेव विद्या च द्रविणं त्वमेव, त्वमेव सर्वं च मम देवोदेवः ।। Continued in caption ... इस श्लोक के माध्यम से आज के दौर में फोन की महत्ता को दर्शाना कुछ अनुचित नहीं होगा। कभी उच्च शिक्षा के लिए, कभी अच्छे रोजगार के लिए अपने परि