यह नर्म मिजाजी ही तो है जो फूल कुछ कहते नहीं
वरना कभी दिखाइए कांटो को मसल कर::::
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Sangeeta Pal
कहानी "मुक्तिधाम" में जीवन के कुछ कटु यथार्थ का चित्रण करने की कोशिश की हूँ...जिसके पात्र शायद आपसे मुझसे मिलते - जुलते भी हो।
तो आनंद लीजि #story#Stories#storiesofindia#कहानिएक्सप्रेस