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Abhinav Chaturvedi
उसे हिचकियाँ आती होंगी मेरा नाम बताकर।❤️ दिल की क़िताब में रखा हूँ उसकी याद सजाकर।।❤️ ©Abhinav Chaturvedi #kavita #Poet
Abhinav Chaturvedi
पाया हूँ भले कम मगर, तादाद रुख़सती से ज़्यादा है। मेरे पास ज़्यादा कुछ नही मगर , "कुछ नही से ज़्यादा है"।। ©Abhinav Chaturvedi #kavita #poet
Vijay Bajpai
तेरे संग जो किया था सफर शुरू, उसे पूरा करना है तेरे बगैर। देखे थे जो ख्वाब तेरे संग मैंने, अब उन्हें बुनना है तेरे बगैर।। #vsbajpai #Love #Poet #kavita
Rakhi Om
सरहद शाम होते-होते ख्वाब डूब गए, उम्मीद सवेरे की अभी भी बाकी है, मैने ख़्वाबों का घरौंदा बनाया था, दो टुकड़े हुए..... मेरी मिट्टी, मेरा घरौंदा सरहद के उस पार रह गया, शाम होते-होते ख्वाब डूब गये, उम्मीद सवेरे की अभी भी बाकी है, मानो अब सुबह ढलेगा..... और शाम सतरंगों मे उसपर भी नए रंग लाएगी Rakhi's ©Rakhi Gupta #सरहद #kavita#poet
Roopesh Singh Lucky
नेता सोते जो महलों में, उन्हें जगाने आया हूं। मैं हिंदी हूं हिंदी का, कर्तव्य निभाने आया हूं। मै वंसज महाराणा का हूं, स्वाभिमान से रहता हूं। घास की रोटी खा लूंगा, पर अत्याचार न सहता हूं। राणा की भांति मात्रभूमि को मुक्त कराने आया हूं। मै हिंदी हूं हिंदी का कर्तव्य निभाने आया हूं। मै चेला बिस्मिल का हूं मेरा इन्कलाब से नाता है। और न आता हो कुछ भी पर देशप्रेम तो आता है अपनी कलम से देशप्रेम की, अलख जगाने आया हूं। मै हिंदी हूं हिंदी का कर्तव्य निभाने आया हूं। सिंहासन के प्रशस्ति पत्र के, गीत नहीं गा सकता मै। कविताओं से गद्दारी कर, चैन नहीं पा सकता मैं। जनता के सुख दुख को, कविताओं में गाने आया हूं। मै हिंदी हूं हिंदी का, कर्तव्य निभाने आया हूं। देश के सारे गद्दारों से, भिड़ने आज चला हूं मै। कविताओं को शस्त्र बनाकर, लड़ने आज चला हूं मै। देश के गद्दारों को उनकी जगह दिखाने आया हूं। मै हिंदी हूं हिंदी का, कर्तव्य निभाने आया हूं। :- रूपेश सिंह लकी #thisISme #Poet #kavita
SUGAM SINGH
हे खुदा अब तू मुझे रिहा दे। इस दुनिया से अब विदा दे। बहुत देखी तेरी खुदाई। अपनों से अपनी ही जुदाई। थक चुका हूँ अब मैं भी,सहा नही जाता कोई गम। इतना तो कर ही दिया था, क्या ये भी तुझे लगा कम। तेरी कोई बात नही, मुझको तू झुका दे इतनी तेरी औकात नही। लातों से अब कुचलता हूँ अब तुझको, इसीलिए न पूजता हूँ, ना झुकता हूँ,ना मानता हूं तुझको। #sayari #poet #kavita