Nojoto: Largest Storytelling Platform

New 'तेरी ख़ुशी के लिए शायरी' Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about 'तेरी ख़ुशी के लिए शायरी' from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 'तेरी ख़ुशी के लिए शायरी'.

Stories related to 'तेरी ख़ुशी के लिए शायरी'

Parasram Arora

तेरी बन्दगी के पीछे

read more
Unsplash बड़ी ज़हमते उठा ली.
हमने तेरी बंदिगी के. पीछे 

तेरी हर ख़ुशी मेरी हैँ 

मेरी हर ख़ुशी के पीछे 

मै कहा कहा न 
अब  तक भटका 
तेरी बन्दगी के पीछे

©Parasram Arora तेरी बन्दगी के पीछे

Anushka Rathore

जिंदगी रहे या ना रहे दोस्त के लिए कुर्बान है Jay Shri Ram शायरी दोस्ती शायरी

read more
दोस्तों के लिए शायरी

©Anushka Rathore   
जिंदगी रहे या ना रहे दोस्त के लिए कुर्बान है  Jay Shri Ram  शायरी दोस्ती शायरी

Jay Shri Ram

बुआ के लिए शायरी 2025 नया साल बुआ के लिए शायरी

read more

Abhi

#lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

read more
Unsplash ये सातों जन्म का साथ है इसे हम नहीं तोड़ेंगे 
तूने भलाई छोड़ दिया हो हमें हम तुझे नहीं छोड़ेंगे।

©Abhi #lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

Anuj Ray

# ख़ुशी का रूप"

read more
White खुशी का रूप"

जैसे ही खुशी की बात बताई अवनि ने 
जाके अंबर से की, बनने वाले हो तुम पिता,

उठा के गोद में अवनी को मारे ख़ुशी के 
पागलों की तरह नाचने लगा, डम डम डिगा डिगा।

ऐसा ख़ुशी का रूप देखने वालों से रहा न 
गया, हर कोई जोर-जोर से खिलखिला के हंस पड़ा।

©Anuj Ray # ख़ुशी का रूप"

Dalip Kumar 'Deep'

'दर्द भरी शायरी' मुझ पे ✍🏿🥀🥀इल्ज़ाम लगे हैं तेरी बेफ़ाई के😔

read more

Uttam Bajpai

लव शायरी हिंदी मेंतरस गए थोड़ी सी वफा के लिए, किसी से प्यार ना करेंगे खुदा के लिए जब भी लगती है इश्क की अदालत हम ही चुने जाते हैं सजा के

read more

Rahul Varsatiy Parmar

#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

read more
सुबह के 5 बज चुके है तो

जमाने ए बंदिश

खैर एक खयाल एक गजल देखिए
रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है
हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है
ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी
अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी
(मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना)
 नही है रही अब फितरत हमारी
मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी
हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से
क्यों हया-ए- आबरू  खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी

(मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) 

इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे  इसे बेफिकर होकर जियो
निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार

©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

vksrivastav

बात करने के लिए बात ज़रूरी है क्या? Life #Quote #SAD #Trending #शायरी #लव #vksrivastav

read more

vksrivastav

झूंठी बाज़ी के लिए #Trending #Life #Quote #शायरी #vksrivastav

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile