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Bharat Bhushan pathak
जय तेरी हो शैलसुता माँ। नमन तुझे है यश दाता माँ।। ब्रह्मचारिणी ऐसा वर दो। बने संयमी कर तुम धर दो।। नमन माँ तुझको चंद्रघंटा। मुक्त प्रेत से करता घंटा।। हे आदिशक्ति माँ!कूष्माण्डा। सृजित तुम्हीं से है ब्रह्माण्डा।। रूप पाँचवाँ मोक्ष प्रदाता। तुझको नमन है स्कंदमाता।। रूप कात्यायिनी जो है माँ का। सबको देती यही सबलता।। सप्तम रूप है अति भयंकर। शत्रु नाश करने को तत्पर।। अलौकिक सिद्धि वह नर पाता। रूप महागौरी जो भजता।। सदा ही जय हो सिद्धिदात्री। अष्ट सिद्धियों की जो धात्री।। नवदुर्गा का पाठ करे जो। मन वांछित को प्राप्त करे वो।। ©Bharat Bhushan pathak #मातेश्वरी
भुवनेश शर्मा
नारायणी जगदंबा सर्वेश्वरी भवानी तू दुख हरता सुख करता शत्रु का नाश करने वाली तू सारी सृष्टि की निर्माणकर्ता विनाश करता तू अन्नपूर्णा धनलक्ष्मी जगतजननी विष्णुप्रिया तू समस्त संसार की जननी तू जय भवानी ❣️🙏 प्रियतम #भवानी #माँ #मातेश्वरी #महादेव #जगदम्बिका #पालनहार #मैया ❣️❣️❣️🙏🙏
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ABHISHEK SWASTIK
🙏🏼माँ महागौरी देवी🙏🏼 आदिशक्ति,सती देवी, नमस्तुभ्यं महागौरी । उमा,पार्वती,महादेवी, शिवा,शांभवी नमोस्तुते ।। हे कैलाशनिवासिनी, शिवशक्तिरूप महेश्वरी । हे महादेव सहगामिनी, हे शुंभ-निशुंभ संहारिणी ।। जगदीश्वरी कृपा करो, मातेश्वरी रक्षा करो । हे अम्बिके,जगदम्बिके, त्रिभुवनेश्वरी नमोस्तुते ।। हे वृषभ वाहन मोहिनी, हे सिंह वाहन सोहिनी । माया तुम्ही,प्रकृति तुम्ही, इस श्रृष्टि की जननी तुम्ही ।। जो भक्त तुम्हारा व्रत करे, नवरात्रि अष्टमी पूजन करे । माँ मनोरथ पूरन करे, जगतमाता सब दुःख हरे ।। - अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) 🙏🏼माँ महागौरी देवी🙏🏼 आदिशक्ति,सती देवी, नमस्तुभ्यं महागौरी । उमा,पार्वती,महादेवी, शिवा,शांभवी नमोस्तुते ।। हे कैलाशनिवासिनी, शिवशक्तिरूप म
Abhishek Asthana
🙏🏼माँ महागौरी देवी🙏🏼 आदिशक्ति,सती देवी, नमस्तुभ्यं महागौरी । उमा,पार्वती,महादेवी, शिवा,शांभवी नमोस्तुते ।। हे कैलाशनिवासिनी, शिवशक्तिरूप महेश्वरी । हे महादेव सहगामिनी, हे शुंभ-निशुंभ संहारिणी ।। जगदीश्वरी कृपा करो, मातेश्वरी रक्षा करो । हे अम्बिके,जगदम्बिके, त्रिभुवनेश्वरी नमोस्तुते ।। हे वृषभ वाहन मोहिनी, हे सिंह वाहन सोहिनी । माया तुम्ही,प्रकृति तुम्ही, इस श्रृष्टि की जननी तुम्ही ।। जो भक्त तुम्हारा व्रत करे, नवरात्रि अष्टमी पूजन करे । माँ मनोरथ पूरन करे, जगतमाता सब दुःख हरे ।। - अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) 🙏🏼माँ महागौरी देवी🙏🏼 आदिशक्ति,सती देवी, नमस्तुभ्यं महागौरी । उमा,पार्वती,महादेवी, शिवा,शांभवी नमोस्तुते ।। हे कैलाशनिवासिनी, शिवशक्तिरूप म
भुवनेश शर्मा
अदृश्य जीव को शून्य से मूल रूप में ले आती है...😊 साहब वो मांँ है उम्र बढ़ाती है...🌷 गर्भ से निकलने के बाद तो उम्र बढ़ने के बजाय निरन्तर घटती ही जाती है...❣️ भाइयों 🌷और 😊बहनों और प्यारे मित्रों समय की व्यस्तता के चलते हैं आप सभी लोगों के🙂 सवालों के जवाब नहीं दे पा रहे थे, क्षमा 🙏🙏चाहते हैं..🌷🙏 हम
Divya Joshi
भोर और सुकून सुबह के साढ़े चार का वक़्त है। चिड़ियों की चहचहाहट साफ सुन पा रही हूँ। ऐसा लगता है ये सारी वही चिड़ियाएँ हैं जो घर पर रोज सुबह मेरे दाना डालने के बाद झुंड में आकर आँगन में बैठ जाती हैं। लगता है यहाँ आकर कह रही हैं घर पर भोजन नहीं दिया आज, इसलिए हम यहाँ चले आए। इनको दाने चुगते फुरसत से बैठकर देख पाना मेरे लिए सुखद अनुभूति है। सूरज के उगने के इंतज़ार के साथ, कुछ प्रार्थनाएं, कुछ मंत्र और अपने घर के मंदिर की छवि आँखों मे है। घर से दूर, अपनों से दूर, अकेले, इस दुष्कर खाली वक्त में मानसिक पूजा सबसे बड़ा संबल है। इतनी विषम परिस्थितियों में भी चित्त बेहद शांत सा है। ऐसा कैसे? ये बात मुझे हर रोज़ चमत्कृत करती है। शायद यहाँ की हवाओं में ही एक सुकून है। सकारात्मकता है। आँखें बंद करने पर मुझे शिव परिवार दिख रहा है। कान्हा जी दिख रहे हैं। मातेश्वरी सिर पर हाथ रखती प्रतीत हो रही हैँ। मैं सबके चरणों मे शीश झुका कर उन्हें तिलक और पुष्प अर्पण कर रही हूँ। जल्द ही सूर्य देवता अपनी रश्मियाँ फैलाएंगे और ये धुंधलका छँट जाएगा। रोज रोशनी की एक किरण उनसे ऊर्जा के रूप में लेकर मैं खुद में संचित करूंगी। और फिर एक दिन ऐसा भी आएगा जब यही पंछी इसी जगह हमारी जीत का बिगुल बजाएँगे। इसी आस में... शुभकामनाएं मन के मोती 20 अप्रैल 202 ©Divya Joshi भोर और सुकून सुबह के साढ़े चार का वक़्त है। चिड़ियों की चहचहाहट साफ सुन पा रही हूँ। ऐसा लगता है ये सारी वही चिड़ियाएँ हैं जो घर पर रोज सुबह मे