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Vibhooti Gondavi.
इस कदर वो बेदर्द निकलेंगे, ये यकीं ना था फाखिर, मैं उनकी राह देखता रहा, वो दर्द में भी नस्तर चलाते रहे मुझपर..... नस्तर #nojotohindi #nojotourdu #nojotoshayri #दर्द #नस्तर #यकीं #राह
Manjul
ऐसा नस्तर चुभा दे कोई.. उसकी यादों से निज़ात दिला दे कोई.. ©Manjul Sarkar #नस्तर #यादों #निजात #jail
Manjul
उसकी यादों से रिहा करा दे कोई.. ऐसा नस्तर चुभा दे कोई... ©Manjul Sarkar #samandar #याद #रिहाई #नस्तर #हिंदी #हिंदी_कोट्स_शायरी #हिंदी_कविता #हिंदीनोजोटो #हिजरत
Being Original
कभी अस्तिक हूँ, कभी नस्तिक हूँ पर जैसा भी हूँ वास्तविक हूँl
arrey.oh.chachu
Bachon Ke Saath Maap-Baap Key Jagadey Bhi Badey Ho Jaatey Hai Ek Hee Sawaal Par, "Sabsey Zyaada Zimeydaar KAUN" आज फिर जिदंगी नस्तर चुभो रही है काश कोई होता मरहम लगाने को #feeling_alone #painful #heartache #YourQuoteAndMine Collaborating with Parul
रजनीश "स्वच्छंद"
जेहन में था ख्याल, रह लूंगा खामोश, पर अब पानी सर के पार निकला।।। थी खामोशियों की धार बहुत तेज़, ये नस्तर चीर जिगर के पार निकला।। रजनीश "स्वच्छन्द" खामोशियों का नस्तर।।।।।।।।।।#thought #shayri #fun #love #poem #comedy #meme #nojoto #nojotohumour #nojotomeme #nojotofun #kalakaksh #znmd #T
Mahadev Son
🔱o🙏ॐ नमः शिवायः 🙏🔱 ©Mahadev Son जब चारों तरफ उथल पुथल हलचल थी नस्तीको का बोलबाला चारों ओर हाहाकार ईश्वर को भक्तों की खातिर प्रकट होना पड़ा शिव कुछ इस प्रकार अपने स्वरूप में
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat लफ़्ज़ों का भार क़लम का आभार दिलों में सवाल अभिव्यक्ति का सलाहकार अस्तिव आस्तिक है या नस्तिक अनमोल खज़ाने की खोज सात्विक तरसते सालों में गुजरते वक्त का खुलासा बयान उन लफ्जो में को भार लेके जीते जाएं कुमकुम लगाएं भाग्य हस्त रेखा को भी समझ पाएं दोहरी भूमिका निभाते ज़िन्दगी हर लफ्ज़ को पन्नों पे उतर पाएं #zindagi #relationship #respect #yqbaba #yqdidi #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat लफ़्ज़ों का भार क़लम का आभार दिलों में सवाल
Rakesh frnds4ever
ये रौनकें,ये चकाचौंध आंखों में चुबती हैं,,, जैसे कि नस्तर चूबते हों जैसे की पांव में शूल और शीशा चुबता हो संसार की सारी वस्तुओं से दिल और मन ऊब गया है दिमाग़ में हरदम अनंत विचारों का सृजन होता है सब कुछ असंतुष्ट लगता है मन बैचानियों की अपार सीमाओं के घेरे में कैद हो चुका है क्यों, क्यों, क्यों,,,.... क्यों हुआ ये क्या हुआ है कोई बता दे भला,,,............ ©Rakesh frnds4ever #duniya ये #रौनकें ,ये #चकाचौंध आंखों में चुबती हैं,,, जैसे कि #नस्तर चूबते हों जैसे की पांव में #शूल और शीशा चुबता हो #संसार की सारी व