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Sarfaraj idrishi
ये चिराग़ ख़ुद जलाते नहीं सलीक़े से, मगर सभी को शिकायत हवा से होती है ©Sarfaraj idrishi #Diwali कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से, मगर सभी को शिकायत हवा से होती हैPraveen Storyteller M@nsi Bisht Ankita Tantuway Dhanya blackrocks Is
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी जुर्म और जुर्माना गले तक व्यथित आम जन हो रहे है ना रोजगार ना व्यापार टेक्स के नाम पर बर्बाद जनमानस हो रहे है न्याय प्रणाली दबाबो में राष्ट्रीय मीडिया के शिकार हो रहे है गफलत में है समाज परिवार कौमो में विवाद हो रहे है चिंता में है अपनी संख्या बल बढ़ाने में बजूद को उनके ललकारा जा रहा है राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिये सबको खतरे में बताया जा रहा है बुझ चुकी है ज्ञान की लौ भारत को आवारापन की भेंट चढ़ाया जा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning सबको खतरे में बताया जा रहा है #nojotohindi
Alpha_Infinity
White चाहूं तो कितनी कविताएं लिख दूं इस खूबसूरत नजारे पर। पर अब दिल में दर्द बहुत है। प्रकृति को मनुष्यों ने बर्बाद कर दिया। वही लूट अब इस एप पर मची है। पहले 20 भाग खाते है, अब लुटेरे आधा भाग खायेंगे। लूट लूट कर इनका घर चल रहा। खुद को साफ सुथरा दिखाएंगे। रावण के ये वंशज राम की धरती पर जो आ गए है। लूट रहे होना, उपर क्या मुंह लेकर जाओगे?? लूटे हो जो गलत तरीकों से, यहीं भोग कर जाओगे। 💔 ©Alpha_Infinity या तो आप सब आंदोलन करे। आवाज उठाए। या फिर ये app छोर kr। jane ki तयारी करें। #Nojoto #writers #writerscommunity #dard💔 #lutere yoursecret
Kiran Chaudhary
White ये वही सड़क है जो मेरे ख्वाबों की ओर जाती है।। ©Kiran Chaudhary ये वही सड़क है.... #GoodMorning
Das Sumit Malhotra Sheetal
ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.
ᴋɪsɪ ᴋᴏ ʙʟᴏᴄᴋ ᴋᴀʀ ᴋᴇ ʜᴜᴍ sᴜᴋᴏᴏɴ ᴋᴇ sᴀᴛʜ ɴʜɪ sᴏ sᴋᴛᴇ...🦋 ᴋᴀss sᴍᴊʜ ᴊᴀᴀᴛᴇ ᴀᴀᴘ...🥹 :-) ©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी. #Block कास ये ब्लॉक का ऑप्शन ना होता 🥹 ब्लॉक करने के बाद उसकी बहुत याद आती है
Sayyu
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न । खाना सुत का अन्न तो , होना बिल्कुल सन्न ।।२ वृद्ध देख माँ बाप को , कर लो बचपन याद । ऐसे ही कल तुम चले , ऐसे होगे बाद ।।३ तीखे-तीखे बैन से , करो नहीं संवाद । छोड़े होते हाथ तो , होते तुम बरबाद ।।४ बच्चों पर अहसान क्या, आज किए माँ बाप । अपने-अपने कर्म का , करते पश्चाताप ।।५ मातु-पिता के मान में , कैसे ये संवाद । हुई कहीं तो चूक है , जो ऐसी औलाद ।।६ मातु-पिता के प्रेम का , न करना दुरुपयोग । उनके आज प्रताप से , सफल तुम्हारे जोग ।।७ हृदयघात कैसे हुआ , पूछे जाकर कौन । सुत के तीखे बैन से, मातु-पिता है मौन ।।८ खाना सुत का अन्न है , रहना होगा मौन । सब माया से हैं बँधें , पूछे हमको कौन ।।९ टोका-टाकी कम करो , आओ अब तुम होश । वृद्ध और लाचार हम , अधर रखो खामोश ।।१० अधर तुम्हारे देखकर , कब से थे हम मौन । भय से कुछ बोले नही , पूछ न लो तुम कौन ।।११ थर-थर थर-थर काँपते , अधर हमारे आज । कहना चाहूँ आपसे , दिल का अपने राज ।।१२ मातु-पिता के मान का , रखना सदा ख्याल । तुम ही उनकी आस हो , तुम ही उनके लाल ।।१३ २५/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।
वंदना ....
AD Kiran
इश्क के नाम पर दर्द देने वाली अब तुमसे दूर जा रहा हूं दुबारा हमसे मिलने की कोशिश नहीं करना ! जाते-जाते एक अपील है तुझसे पैसों के खातिर अपने पति के प्यार को और सर्मसार नहीं करना !! ©AD Kiran #अब मैं दूर जा रहा हूं... SabitaVerma