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Vikrant Rajliwal
Vikrant Rajliwal
Vikrant Rajliwal
Neena Jha
प्रेम में पड़ी स्त्री प्रेम में पड़ी स्त्री सहज स्वभाव की होती हैं आईने सी साफ़ और काँच सी पारदर्शिता उनमें भरपूर होती है, अपने प्रेयसी से आस लगाये रोज़ मिलने आती हैं सज सँवर कर जी तोड़ रिझाती हैं, उस ओर एक पुरुष भी बच्चे सा हो जाता है प्रेम में पड़ी स्त्री का आईना होता है काँच-सा नाज़ुक दिल लिए पथरीली राह प्रेम की चुनता है चहकता महकता मन, बहकते कदमों को रोक नहीं पाता है अनजाने दीवाने बने एक दूजे के महज़ चंद मुलाक़ातों में, इश्क़ आसमान छुए जब वही दिनचर्या बने, फिर ऐसा क्या हुआ जो एक चूक, एक भूल, एक फ़ैसला और राहें दो बन गयीं, न आईने की अस्मिता रही न काँच का टुकड़ा बचा मोहब्बत का नशा कब बोतल में उतरा और कब मन चढ़ गया पता ही नहीं चला, उस ओर कब नैना दरिया बने और कब सूख सहरा हुआ, पता ही नहीं चला! नीना झा #संजोगिनी ©Neena Jha #Aasmaan #neverendingoverthinking #नीना_झा #जय_श्री_नारायण #संजोगिनी #प्रेम_में_पड़ी_स्त्री जय माँ शारदे 🙏 विषय... प्रेम में पड़ी स्त्री प
Motivational indar jeet group
जीवन दर्शन 🌹 " समय " के प्रतिफल का लाभ उन्हें मिलता है जो अपनी " दिनचर्या " बना लेते हैं !.i. j ©Motivational indar jeet guru #जीवन दर्शन 🌹 " समय " के प्रतिफल का लाभ उन्हें मिलता है जो अपनी " दिनचर्या " बना लेते हैं !.i. j
Ravendra
Anil Ray
किसी भी स्याही से लिख दो कुछ यादें तो सदा.... हृदय में हरी ही रहती है। 🪔अप्पो दीपो भव:🪔 बुद्धम् शरणं गच्छामि!. धम्म शरणं गच्छामि !!.. संघम् शरणं गच्छामि !!!. 🙏🏻🕯️🪔नमो बुद्धाय🪔🕯️🙏🏻 ©Anil Ray 🌟🌟निज दीपक स्वयं बनो🌟🌟 🌟 ईश्वर होना आसान है लेकिन बुद्ध होना कठिन। बुद्ध पूजा नहीं है, इबादत भी नहीं है, बुद्ध मूर्ति नहीं है, स्तूप भी नही
Vedantika
अक़्स बनकर तैयार कर दिया उसने अपने कौशल से। बुर्ज खराद का विशेष योगदान है हमारे जीवन में आज का जीवन यांत्रिक ऊर्जा पर इतना निर्भर हो चुका है कि हम इसके बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। इस मशीनी जीवन मे हमारी दिनचर्या पर जिस
Rimpi chaube
एक चंचल-सी चिड़िया देखी,चोंच में भरकर तिनका लाती! बिना रुके बस उड़ते देखी,अपने बच्चों के लिए घर बनाती! ना धूप की मार ना बारिश का डर,वो नित देखी मैंने स्वपन सजाती!! नित भोर भए उड़ जाती देखी,दिनचर्या में ना बदलाव लाती! हर मौसम के थपेड़े सहकर,हमको वो जीना सिखलाती! सुबह मधुर अपनी चहचाहट से,सूरज का स्वागत गीत गाती! हालात चाहे जैसे भी हो,घबराना नही हमें सिखाती!! ©Rimpi chaube #चिड़िया एक चंचल-सी चिड़िया देखी,चोंच में भरकर तिनका लाती! बिना रुके बस उड़ते देखी,अपने बच्चों के लिए घर बनाती! ना धूप की मार ना बारिश का
Kulbhushan Arora
प्यार की खुशबू...— % & PET scan की रिपोर्ट आ गई है, मन में खुशी के आंसू हैं...इस कमबख्त कैंसर को दूसरी बार हारा देने के बाद मन को थोड़ी राहत मिली है। समस्याएं तो