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A_s_ha Koli
कोई भी मंजिल आसान नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, डरते तो वह है जो कोशिश ही नहीं करते, जीतने वाले तो बस चलते रहते हैं अपनी मंजिल के रास्ते पर! ©Asha Koli # मंजरी
moh (Manjari)
हम मदहोश थे उस रात उनके प्यार की आगोश में।हमें क्या पता था वो गिन रहेे थे हमारे शरीर के तिल हमें बदनाम करने के लिए ।। प्यार और धोखा# मंजरी
Rashmi singh raghuvanshi "रश्मिमते"
साहित्य परम्पराओ की धारोहर है । अनुभवों का प्रचुर मिश्रण है साहित्य।। ©rashmi singh raghuvanshi #साहित्य
Sheetal Shekhar
इतने हिस्सो में बंट गया हूं मैं! मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नहीं!! - कृष्ण बिहारी नूर ©Sheetal Shekhar #साहित्य
मनीष कुमार पाटीदार
'साहित्य जीवन में वह रौशनी लाता है जिससे वैराग्य का संचार हो जाता है। रचनात्मक साहित्य की सुखद अनुभूति से साधारण-सा जीवन कब, कैसे बीत जाता है पता नही चलता। साथ ही साहित्य से जुड़े रहना ईश्वर के हृदय में वास करने जैसा अनुपम सौभाग्य है।' ©मनीष कुमार पाटीदार #साहित्य
कवी - के. गणेश
निवडता यायला हवं, मगच घडवता येईल.. शब्दांवर संस्कार करून माणूस जोडता येईल.! साहित्य
Maligram Yadav
ऐ कवि कविता नही अपने मन की व्यथा लिखो, आज लिखो और कल लिखो । आने वाली पीढ़ियों की नई दिशा लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने मन की व्यथा लिखो। लिखते हो क्या महलों को झोपड़ियों की किस्सा लिखो, किसानों की दुर्दसा लिखो । गरीबों की चिंता लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने......... नेताओं की मनोकांछा लिखो, देश द्रोहियों की गद्दारी लिखो। मिडिया की चतखोरी लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने........ लिखते हो क्या धर्मों को मानवता प्रन्सशा लिखो, आनेवाली पीढ़ियों के लिए शिक्षा का उद्देश्य लिखो। ऐ कवि कविता नही दुनिया के लिए नई दिशा लिखो, ऐ कवि कविता नहीं अपने............. चाँद और मंगल के साथ - साथ धरती से जुड़े रहने की महत्वकांछा लिखो, आधुनिकता के साथ - साथ प्राचीनता की कथा लिखो। इस परायी सी दुनिया में अपनों की दशा लिखो, ऐ कवि कविता नहीं अपने............... इस कम्प्यूटर की दुनियां में दादी- नानी के किस्से लिखो, अपनी सभ्यता और संस्कृति को बचाने के लिए कुछ ऐसा लिखो। आने वाली पीढ़ियों के लिए नई दिशा लिखो, ऐ कवि कविता नही अपने मन की व्यथा लिखो। रचयिता- मालीग्राम यादव #साहित्य