Find the Latest Status about तुम्हारी बेरुखी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तुम्हारी बेरुखी.
Hritika Lohiya
मुझे याद आ रही है तुम्हारी।।।। नहीं वापस नहीं चाहिए हो तुम मुझे अपनी जिंदगी में , बस जो महसूस कर रही हूं वो बता रही हूं, एक बार फिर अपने एहसास तुमको जता रही हूं, क्यूं , कब, कैसे ,नहीं पता मुझे ,पर एक बार फिर, लब्ज़ों से बयां कर,अपने दिल की दास्तान सुना तुमको सता रही हूं। ©Hritika Lohiya मुझ याद आ रही है तुम्हारी 🥹
- Arun Aarya
उम्रभर सिर्फ तुम्हारी तलाश में ! हम तो तब्दील हो गये ज़िंदा लाश में..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #Death #तुम्हारी तलाश में
Aashutosh Aman.
वक्त की बेरुखी कहूं किआदमी की खता। कि मै ऐसा कहूं है यही जुल्मों की सजा।। लाख कोशिश के बाद वक्त बदलता ही नहीं। गिरता रहता है बसर गिर के उठता ही नहीं।। कोशिशें हों बेअसर नहीं जीने की वजह।। उसकी मजबूरियों की कोई इन्तेहा ही नहीं। उसकी मजलूमियत पे उसकी चाहतें हैं अता।। सब कुछ है उसके पास जो भी जिंदगी को चाहिए। चाहत भी है हिम्मत भी है है हौसला भी वा खुदा।कुछ रुकावट ऐसी है जिन पर किसी का वश नहीं। अपने ही ना साथ दें या अपना न हो तो क्या मजा।। दर्द होता है लुटें जब पहले लुट जाने के बाद। प्यासे रह जाएं समंदर तक पहुंच जाने के बाद।। ©Aashutosh Aman. #बेरुखी
Arun kumar
पीठ पीछे लोग कर रहे थे बुरी हमारी ... जब अचानक हम आ गये तो बोले बड़ी लंबी उम्र है तुम्हारी ... ©Arun kumar #buriduniya लंबी उम्र है तुम्हारी .
Satish Kaushal
मेरे आशुओं की कीमत गर पता होता तो इस कदर हमे वो रुलाते ही नही, फिकर थी ही कहां मेरी उनको फिकर होती मेरी गर हमे वो भुलाते ही नही। ©Satish Kaushal #फिकर उनकी करो जो तुम्हारी करता है
हिमांशु Kulshreshtha
तुम रूबरू भी न हो तो क्या तसव्वुर में बना लेता हूँ आँखे तुम्हारी और, नशा उनका ढाल कर लफ्जों में गज़ल बना लेता हूँ मैं ©हिमांशु Kulshreshtha तुम्हारी आँखे...
हिमांशु Kulshreshtha
ज़ेहन से हटती कब है तस्वीर तुम्हारी… ख्वाब,ख्याल, तसव्वुर ख़ामोशी, तन्हाई या महफ़िल कुछ भी तो नहीं तुमसे खाली… ©हिमांशु Kulshreshtha तस्वीर तुम्हारी...
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी ©M R Mehata(रानिसीगं ) हर सांस तुम्हारी हो गई
अविरल अनुभूति
Blue Moon तुम्हारे भीतर से नीति शास्त्र बोलते हैं, समाज बोलता है,संसार बोलता है, महापुरुष बोलते हैं, लेकिन तुम तो बोलते ही नहीं! कुछ तो बोलो अपनी आत्मा की आवाज तो सुनाओ अंतर ध्वनि ©अविरल अनुभूति तुम्हारी आवाज़