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brar saab
http://youtube.com/post/UgkxYLp_PdQwnIFCm3m3RRUFBlSNnWS4R8X0?si=uMOWrzdWI7OHWWY- Brar class ©brar saab @ Brar class 🫀🫀
@ Brar class 🫀🫀
read moreVishwas Pradhan
दिन खत्म, रात गई, चौ-बीस बसंत बीत गए। शुष्क चाल चल रही,ये जिंदगी है राह में। १ मन की गति मध्यम,ख्यालों में शोर लिए, सपने पलायन कर रहें,हैं भोर के उस चाह में। २ आंखों के कोने से,नींद ने आवाज दी, पलकों को रोकूं,कहो कहीं पड़ाव है ? ३ चार कदम कहते-कहते मीलों दूर चल दिए, उम्र भर यही सितम या नियत में ठहराव है । ४ क्या कहूं कि ख्वाबों को पर अभी लगे नहीं, कालजयी रातों के जुगनू भी जगे नहीं। ५ किस्मत की काली बेल ऐसे लिपटी सपनों से , सींच रहा सिप सिप, फल अभी लगे नहीं।। ६ पांव है समर में पर,समय के भंवर में हूं मै, कुछ आंखे भीतर से कहकहा लगा रही। ७ खिड़कियों से झांकती है दुनिया की चकाचौंध, प्रेम,प्रीत,अर्थ सारे लोभ ये जगा रहीं।। ८ सवाल कभी फैसलों पे, कभी खुद के हाल पे नियति से नाराज़ होके हार से हताश मै। ९ बंद पड़े रास्तों पे घेरे खड़े अंधेरे तो, कदम मुड़े पीछे चला घर मैं कुछ तलाश में। १० चौखट पे पड़े पांव आंखे दो हंसती दिखी, चेहरे की झुर्रियों पे आस की एक चमक लिए। ११ कुर्ते की सिलवटें उस हाल की गवाह पर, सवाल न शिकन खड़े, अधरो पे वही दमक लिए।। १२ मन का विज्ञान बिना ज्ञान लिए जान लेती, कह रही ये शिकन कैसा तू अभी भी शान है। १३ कंधे जो झुक रहे समय के दाब झेल के, कह रहे गया ही क्या अभी जितना जहान है।।१४ वो आंखे जो जीत की उम्मीद लिए बैठी हैं, तो कहो मन एक जोर क्यूं न फिर लगाऊं मैं |१५ वो पांव अभी भी चले रहें है हौसलों के हाथ भरे, अभी हूं खाली हाथ पर क्यूं खाली हाथ जाऊं मैं।१६ सृष्टि की रचना न ही नियति पे संदेह हमें, है पता कि फैसले पे उसका अधिकार है।१७ फिर कर्म से क्यूं हाथ पीछे, क्यूं थके समय से पहले। हार-जीत हिस्से में, सब हमे स्वीकार है ।।।१८ ©Vishwas Pradhan #kavita #Hindi #motivate #Jindagi hindi poetry on life hindi poetry
Jitender Jiyhind
White कयो करी सै तु खामा खाई लडाई नुये काचे काटेगा तेरे बाप का जमाई तु के सोच मै तेरी सारी टेल पुगाऊ सुनले नै छोरी मै तो नुये धुमा ठाऊ फेर होजै सै छोरी टकरार तेरी मेरी नुये काचे काटेगा तेरे बाप का जमाई तेरे मंन की पुरी ना होवै कोनया चंल चाल ठाली बैठ कै खारी बैरण लागण देना हाल ढबे पिछ चाल करदु तेरी खिचाई नुये काचे काटेगा तेरे बाप का जमाई कयो करी सै तु खामा खाई लडाई ©Jitender Jiyhind 6
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read moreJyoti Prakash
New Year 2025 छोड़ दिए वो किरदार जो हम! जिया करते थे। वहा आए वो! अक्स जो जख्म दिया करते थे। तेरे आने की पहल करेंगे ऐसे कि छोड़ेंगे उनको जो किरदार बदल दिया करते थे और साथ देंगे उनका जो हाथ! थाम लिया करते थे। ©Jyoti Prakash #Newyear2025 #Jyotiprakash #english #Hindi #shayari #kavita
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read moreabhay singhaniya
New Year 2024-25 Social science file ©abhay singhaniya Class 10th
Class 10th
read moreOnkar Borhade Official
White रात जब किसी की याद सताए हवा जब बालों को सहलाए कर लो आँखे बंद और सो जाओ क्या पता जिस का है ख़याल वो ख्वाबो मे आ जाए…!!! गुड नाईट 💖 ©Onkar Borhade official #goodnightimages #Hindi #Quote #kavita #vichar
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read moreVishwas Pradhan
White उस चश्म को हम, आयतें-आफताब लिखते हैं। रुखसार को, रोशन-ए-महताब लिखते है। इन ख्यालों में जिसकी तवज्जो है इतनी, उस भ्रम को हम हुस्न की किताब लिखते हैं। आंखों में डूबने को शबाब लिखते हैं । मयखाने की मल्लिका को शराब लिखते हैं। नासाज़ कर दी जिसने जवानी ये मेरी, उस नशे को हम दोपहरी-ख्वाब लिखते हैं।।२ इश्क एक-तरफा हो तो खराब लिखते हैं। शायरों को अक्सर, ग़में-मिजाज लिखते हैं। केवल जानकी वियोग का हिसाब रखने वाले, मोहन तड़पें तो, प्रेम लाजवाब लिखते हैं।।३ एक अरसे तक चाहा, जिसे आज लिखते हैं। महज़ शायरी नहीं, हम तल्ख़े-ताज़ लिखते हैं। खुदगर्ज होना हो भले दस्तूर जमाने का, आज भी अपने गीतों में, उसे ही साज़ लिखते हैं।।४ ©Vishwas Pradhan #love_shayari hindi poetry urdu poetry #Jeevan #Prem #kavita #Shayari #kahani
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