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seema patidar

आज बस हल्की सी मुस्कान है 😊❣️

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तेरी प्रीत में जीने में एक अलग ही शान है
कल तक हजारों सवाल थे लबों पर
आज बस  हल्की सी मुस्कान है  ........😊❣️

©seema patidar आज बस हल्की सी मुस्कान है 😊❣️

अदनासा-

चित्र सौजन्य एवं हार्दिक आभार 💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳 Nojoto App. #हिंदी #जिंदगी #हल्की #भारी #क़ीमत #तैयारी #SunSet #Instagram #Facebook शायरी हिंदी मे

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset इस ज़िंदगी को हल्के में ना लो और ना लो भारी में
कब, कैसे और कहां जाने क्या क़ीमत चुकानी पड़े
इसलिए सोच-समझकर रहो अपनी पुरी तैयारी में

©अदनासा- चित्र सौजन्य एवं हार्दिक आभार 💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳 Nojoto App.

#हिंदी #जिंदगी #हल्की #भारी #क़ीमत #तैयारी #SunSet #Instagram #Facebook 
 शायरी हिंदी मे

Anuradha T Gautam 6280

#चिल्लाती बहुत है #तहलका बहुत मचाती है अभी तो हल्की सी #चीख निकली है अभी पूरी चिख तो #बाकी है..🖊️ अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍

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Unsplash #चिल्लाती बहुत है
#तहलका बहुत मचाती है 
अभी तो हल्की सी #चीख निकली है 
अभी पूरी चिख तो #बाकी है..🖊️

  #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍♀️
👏#तानाशाही_VG👏

©Anuradha T Gautam 6280 #चिल्लाती बहुत है
#तहलका बहुत मचाती है 
अभी तो हल्की सी #चीख निकली है 
अभी पूरी चिख तो #बाकी है..🖊️

                       #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर गुफ़्तगू थी जिनसे, अब खामोशियाँ हैं बाकी, साथ जो चलते थे, वो कारवां ठिकाने गए। नक़ाबों के पीछे छुपी थी जो असलियत, मगर इतना त

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White  गुफ़्तगू थी जिनसे, अब खामोशियाँ हैं बाकी,
साथ जो चलते थे, वो कारवां ठिकाने गए।

नक़ाबों के पीछे छुपी थी जो असलियत,
मगर इतना तो हुआ, कुछ चेहरे पहचानने गए।

इक हल्की सी लहर ने सारा दरिया हिला दिया,
वक्त की शिद्दत से कुछ अरमाँ तक उड़ने गए।

जो साथ थे कभी, अब दिलों में दूरियाँ बन गईं,
लेकिन उन दूरियों से कुछ रिश्ते नया रंग लेने गए।

अल्फाज़ वो जो कभी मुस्कान से बयाँ होते थे,
वो अब चुप्पियों में छुप कर रह जाने गए।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
  गुफ़्तगू थी जिनसे, अब खामोशियाँ हैं बाकी,
साथ जो चलते थे, वो कारवां ठिकाने गए।

नक़ाबों के पीछे छुपी थी जो असलियत,
मगर इतना त
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