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N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है. आनंद बाहर से नहीं आता, आनन्द ही भगवान श्री कृष्ण जी का पर्यायवाची नाम है।। ©N S Yadav GoldMine #SAD {Bolo Ji Radhey Radhey} प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है. आनंद बाहर से नहीं आता, आनन्द ही भगवान श्री कृष्ण जी का पर्य
Neetu Sharma
जिंदगी पहले से ही बहुत कड़वी है और कुछ लोग मिलाकर उसे और करवा बना देते हैं । छोटे-छोटे पल को मिलाकर जिंदगी को मीठा बनाने की कोशिश करते-करते, हम कब इतने करवड़े हो गए पता ही नहीं चला । ©Neetu Sharma #विचार #विचारधारा #शब्द
Shashank Singh Kushwaha
शब्दों से बने ख्वाबों के मकान टूट जाते हैं। जाने कितने अपने इनसे ही रूठ जाते हैं। कुछ शब्द सँवार लेते हैं रिश्ते। कुछ रिश्ते.. शब्दों से ही कुपोषित हो जातें हैं। ©Shashank Singh Kushwaha #शब्द से #रिश्ते का #मकान #शshank #motivatation #notojohindi #poatry
kunti sharma
कुछ शब्द सिर्फ तुम्हारे लिए हम तुम्हारे लिए और तुम हमारे लिए ©kunti sharma #शब्द
ChittaranjanSahoo
“शब्द वो तलवार है जो हृदय को बिना लहूलुहान किए घायल कर देती है शब्द वो विशल्यकरणी है जो पीड़ित हृदय की व्यथा हर लेती है” ©ChittaranjanSahoo #शब्द
Jagdish Pant
बेवफ़ा प्यार क्या करें इस कमबख्त इश्क का जिसके हर कौने में छल और फरेब छिपा हो, उस इश्क का क्या करना जिस में प्यार, इंतेजार ना हो कर, केवल मतलब से भरें जज्बातें हों।। ©Jagdish Pant दिल का किस्सा✍️ #सायरी_एक_अल्फ़ाज़ #शब्द #स्टोरी #जज्बात #कविताप्रेमी♥️
Ramkinkar sharma
विविध भाँति के वृक्ष लगाकर, करके पुत्र-तुल्य-रक्षण। तीर्थ पुण्य से अधिक पुण्य, सुख-शान्ति-लाभ पायें नरगण।। बनारसी"दास" ©Ramkinkar sharma पर्यावरणकौमुदी/रचयिता/बनारसी"दास"/see www.amazon.com/search/ramkinkarsharma,/available on Flipkart/search/Banarasi das book
सत्यमेव जयते
असंभव शब्द का प्रयोग केवल कायर ही करते हैं, बहादुर और बुद्धिमान व्यक्ति अपना मार्ग स्वयं बनाते हैं..!! ©Kumar Vinod असंभव शब्द
Amita
Life SMS quotes in hindi शब्द म्हणजे.... शब्दांना पंख फुटले तर काय होईल 🕊️ उडून इकडे तिकडे विखरून जातील.... की हळुवार शिरतील कुणाच्या तरी कवितेत ? आणि चपखल जागा घेतील एखाद्या ओळीत.. भावनांची झालर पांघरून शिरतील अलगद मनात .... का अंगार बनून धुमसत राहतील कुठेतरी उगाच कधी बोल बनून येतील गायकांच्या ओठी.. कधी प्राजक्त बनून उधळतील रसिकांच्या अंगणी.. कधी चंद्र होऊन आकाशात चांदणे न्याहळतील.. तर कधी उगाचच स्वप्नात येऊन जागे करतील.. शब्द नव्हे संचार, शब्द नव्हे विचार.. शब्द म्हणजे प्रेम की शब्द म्हणजे जाळ?? शब्द म्हणजे हत्यार आणि शब्द म्हणजेच आधार........ कुणाला कसा उमगेल तसाच तो शब्द!!!! अमिता✍️ ©Amita #शब्द #मराठीविचार