Find the Latest Status about विसंगतियों from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विसंगतियों.
Anup Kumar
Alok Vishwakarma "आर्ष"
हुक्मरानों की नहीं - समाज की जिम्मेदारी है दोषी किसे ठहरायें जब सारी गलती हमारी है देश में कौन सी ऐसी जगह है, जहाँ कोई समाज स्थापित न हो.. फ़िर उसी समाज से निकले व्यक्ति का अन्तर विसंगतियों से अगर भर जाए तो दोषी कौन है फ़िर ?
Suman Rakesh Shah
मैंने जो पाया, कोई बयां कर न पाया मोल उसका कोई लगा न पाया छुपाना चाहकर भी छुपा न पाऊँ, दिखाना चाहकर भी दिखा न पाऊँ छलकता है रोम रोम से मेरे जो कोई बटोरना चाहकर भी बटोर न पाया, जग से जरा अलग रीत है उसकी न जानो तो कोई मोल नही, जान लो तो है अनमोल पायोजी मैंने राम रत्न धन पायो... सुमन"रूहानी" पायो जी मैंने प्रेम रतन धन पायो। मीराबाई की यह संभवतः 520वीं जयंती है। 1498-1547 मीराबाई का जन्म राजस्थान के मेड़ता में हुआ था। भक्ति का
Rajnish Shrivastava
पायो जी मैने तुम संग सब सुख पायो एक तुम्हारी खातिर मैने सब का संग ठुकरायो तुम न समझो चाहे मगर हमको समझ सब आयो जीवन तुम बिन हमसे गुजारा नही जायो पायो जी मैंने प्रेम रतन धन पायो। मीराबाई की यह संभवतः 520वीं जयंती है। 1498-1547 मीराबाई का जन्म राजस्थान के मेड़ता में हुआ था। भक्ति का
Vibha Katare
असीमित आकाश की सीमाओं के परे मुझे जाना है, अनियंत्रित सिन्धु की गहराई के परे मुझे जाना है, जहाँ तू मिले.. कृष्ण, मुझे मीरा सी भक्ति पाना है... पायो जी मैंने प्रेम रतन धन पायो। मीराबाई की यह संभवतः 520वीं जयंती है। 1498-1547 मीराबाई का जन्म राजस्थान के मेड़ता में हुआ था। भक्ति का
KRUNAL JADAV
भक्ति की नई ऋत लाई, नाम था उनका मीराबाई; भक्तिरस जीवन में लाना, कृष्णमयी जीवन हो जाना; उन्हें नहीं था कोई कहर, प्रसाद की भाती पिया जहर; श्रद्धा का दीप ऐसा जलाया, भक्ति से पूरा जग उजलाया; प्रभु को ही सर्वस्व जाना, मन में सदा बसे कान्हा. पायो जी मैंने प्रेम रतन धन पायो। मीराबाई की यह संभवतः 520वीं जयंती है। 1498-1547 मीराबाई का जन्म राजस्थान के मेड़ता में हुआ था। भक्ति का
Divyanshu Pathak
प्रकृति और परमात्मा की हर एक कृति स्त्री, पुरुष, पशु, वनस्पति, नाग, सागर, पर्वत, कंकर, नदी, की उपासना करने वाले लोगों में जब हिंसा,घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, शोषण, बलात्कार, दहेज़ हत्या, लूट, भ्रष्टाचार जैसी विसंगतियों को देखता हूँ तो बस यही सोच कर रह जाता हूँ कि--- शिक्षा के नाम पर रटाए गए अध्याय विरलों को छोड़ कर अधिकतर ने पढ़ाई लिखाई को पैसा कमाने या पेट भरने तक सीमित रखा। भूँख बढ़ी और भ्रष्टाचार पनपने लगा। सुप्रभातम साथियो....🙏😊🙏🍵🍵 वैश्वीकरण के इस दौर की दौड़ में हम शामिल तो हुए लेकिन अभी तक दौड़ना शुरू नहीं किया है। जहाँ दुनिया अपनी पूरी ताक़त से
Anupama Jha
तू जाग कविता, इस भारत का कर दे कुछ उद्धार (पूरी कविता अनुशीर्षक में) #कविता #जाग #उद्धार #yqdidi तू जाग कविता, इस भारत का कर दे कुछ उद्धार निकाल कवियों की लेखनी से तू ही कुछ उदगार,
Divyanshu Pathak
#komal sharma एक गृहणी का इतना गम्भीर चिंतन देख यकीन हो गया मेरे देश को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है ! वाह आपने अपने विचारों से स्पष्ट कर दिया कि स्त्री का एक नाम अन्नपूर्णा क्यों होता है । आपके इस चिंतन को हृदय से प्रणाम ! 😊😊😊🍫🍫🍉💕💕🙏🙏 गर्व होता है हमारे पास इतनी गुणवान स्त्रियां हैं । : आपका कमैंट्स मैं कैप्शन में पोस्ट कर रहा हूँ ! कैप्शन जरूर देखें :💕🐒👨😊🍫🍫💕 👌👌 छत टपकती है उसके कच्चे मकान की! और वो दुआ करता है बारिश की। वो किसान है, उसे फिक्र है, भारत के हर इंसान की। 😊👍👍👌👌 #yashwant so