Find the Latest Status about 21वीं सदी का भारत पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 21वीं सदी का भारत पर कविता.
Beats Pandya
रेशम सी ये ज़ुल्फ़ अगर चु जाए मेरे मुख को, शांति मिलती इस कदर भूल जाता मे हर दुख को। ©Beats Pandya Fourth Stanza from " निसहाय ". प्यार पर कविता हिंदी कविता
Fourth Stanza from " निसहाय ". प्यार पर कविता हिंदी कविता
read moreਸੀਰਿਯਸ jatt
भारत के भूखे नंगे लोग! किसी का नुकसान हो गया ! सही बोलते थे अंग्रेज भारत को ! #Videos
read moreBeats Pandya
White तु नहीं तो आज तेरा ख्वाब हि सही, तु तो चला ही गया ये जिंदगी रही। ©Beats Pandya Very First Stanza of My Poem "निसहाय" #sad_shayari हिंदी कविता प्यार पर कविता
Very First Stanza of My Poem "निसहाय" #sad_shayari हिंदी कविता प्यार पर कविता
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी अवसाद और डिप्रेशन में युवा पल पल घुटता जा रहा है साजिश के तहत सियासतों का शिकार होता जा रहा है पेपर लीक योग्यता का आधार जा रहा है तराशे बिना अयोग्यो का चयन पैसो का बदरबाँट कर चयन किया जा रहा है रुतबा नही बचा किसी का यहाँ शिक्षा का मंदिर दरकाया जा रहा है भविष्य भारत का गर्त में जा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #intezaar भविष्य भारत का गर्त में जा रहा है #nojotohindi
#intezaar भविष्य भारत का गर्त में जा रहा है #nojotohindi #कविता
read moreSapna Meena
White अबकी बार 400 पार या फिर गठबंधन सरकार। मोदी का उतरे का मुखौटा या फिर पहनेगा जीत का हार। केजरीवाली या कन्हैया या मनोज तिवारी होगा यमुना पार। कांग्रेस और आम आदमी के लड़ गए नैना बीजेपी रह गई बिन प्यार। अबकी बार 400 पार,या फिर गठबंधन सरकार। ©Sapna Meena #car चुनाव 2024 पर कविता
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी खेरातो ने मतदाताओं को घायल कर रखा है हर सियासी एजेंडे में उसकी काबलियत को मार रखा है सारी व्यवस्था का माल सियासतों ने अपने पार्टी हित, पेशेवरों को बाँट रखा है दूर होती दूरियां,सियासतों से वोट प्रतिशत कम हो रहा है छला हुआ मतदाता चुनाव आयोग और सत्तापक्ष का गठजोड़ चार सौ का नारा दे रहा है भारत का लोकतंत्र अपने हाल पर रो रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #election_2024 भारत का लोकतंत्र अपने हाल पर रो रहा है
#election_2024 भारत का लोकतंत्र अपने हाल पर रो रहा है #कविता
read moreकलम की दुनिया
खंड खंड मैं फिर भी अखंड मैं जन जन में मै फिर भी एक मैं हिन्दू मुसलमान मैं सिख ईसाई मैं फिर भी धर्म निरपेक्ष मैं विकसित देशों के साथ कदम मिलाकर चलती मैं स्वयं के साथ दूसरों का भरन-पोषण करती मैं फिर भी विकासशील मैं विश्व में लोकप्रिय मैं विश्वास में लोकप्रिय मैं हाँ भारत मैं नदियों पर्वतों में रेगिस्तान बर्फ में पुकारी जाती मैं हाँ, भारत मैं ©कलम की दुनिया #भारत
Manojkumar Srivastava
White भारत को व्यापारी ,कमजोर और नौटंकीबाज़ प्रधानमंत्री https://dhunt.in/U7ciK Source : "Manojkumar Srivastava" ©Manojkumar Srivastava #Road #भारत का प्रधानमंत्री#