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Stories related to poem mera naya bachpan

Prince Sharma

#newyearresolutions naya savera leke aaye

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New Year Resolutions naya savera lekar aaye apke liye naya saal

©Prince Sharma #newyearresolutions naya savera leke aaye

Deepakraj

#library naya sal ka event

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Unsplash mera naam hai Raj aur Delhi se Delhi support kar lijiye aur tumhare ko bhi support Kiya jaega aur ine Kami bahut badhiya hone wali Hai aur Tum logon Ko bhi cutie cutie aur naye sal ka mubark hai aur bahut badhiya hone wala hai naye sal ka event 🌹😎

©Deepakraj #library naya sal ka event

Kajal Meenia

,#bachpan

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Lovely Love

#bachpan

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White दूर निकल आए हैं पहले की जिंदगी से, सच पूछो तो वो सुकून अब नहीं आता। होती है जाने कितनी ही रातें गुजरते हैं जाने कितने ही दिन पर वो मासूमियत वाला बचपन लौटकर दुबारा नहीं आता।।

©Lovely Love #bachpan

mumbai color work

daru chodne ka naya tarika

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Yogesh Tawar

#bachpan

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bachpan me vari duphari ....
naap aate the ....
pura mohalla jab se degreeiya...
sumjh me aaye paw...
jalne lage he....

©Yogesh Tawar #bachpan

मलंग

#naya

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कई दिन हुये, उस रास्ते से गुजरे जो तुम तक जाती थी। सुना है, रास्ते के पेड़ सूख गये, हाँ सूखना ही था उनको... मुहब्बत जो कि थी बहारों से, बहार चली गयी और रह गया पीछे ठूंठ। 
हम भी तो ऐसे ही हैं, ये घाट, ये गलियाँ सब बेकार... शहर बनारस अब रास नहीं आता। कुछ छूट गया या फिर छोड़ दिया, यह सवाल आजतक सवाल ही है.... 
घर के एक कोने में हमारा कमरा है जिसके रंग अब फीके हो चुके हैं। दिल थम सा गया है। शायद धड़कन मद्धम-सी हो रही है, तुम समझी नहीं...
कुछ ठहर गया और हम बेपरवाह चलते रहे, न जाने कब अकेले हुये पता न चला। निदा फ़ाजली ने कहा था 'रोज जीता हुआ, रोज मरता हुआ; अपनी ही लाश का खुद मज़ार आदमी', ससुरी किस्मत ने अपने दिल पर ले लिया। सांस चलना ही अगर जिन्दा रहना होता तो फिर मुहब्बत की जरूरत न थी....
शहर की आब-ओ-हवा बदल गयी पर हम अब भी वहीं हैं, तनहा, अकेले, एकदम अंधेरे में.... वहीं जहाँ तुम हमें छोड़ गयी। ❤️

'सोच'

©मलंग #naya
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