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Anand Kumar ' Shaad '.
White नज़ारे यूँ तो बहुत थे सरे राह मग़र तेरी यादों ने हमें लुत्फ़ उठाने न दिया ©Anand Kumar ' Shaad '. सफर
सफर
read moregaTTubaba
किसी और का हो जाता था मैं अगर तुम बिन जिंदा होता था मैं ©gaTTubaba किसी और का हो जाता था मैं अगर तुम बिन जिंदा होता था मैं
किसी और का हो जाता था मैं अगर तुम बिन जिंदा होता था मैं
read moreMiss Mirzapur
White बेवजह जो है वो इश्क़ है ©Miss Mirzapur #Sad_Status #इश्क❤ #बेवजह
#Sad_Status इश्क❤ #बेवजह
read moreMonika
White घूमना शौक नहीं जरूरत हैं । क्योंकि जो सफर सिखाता हैं , वो किताबों में नहीं मिलता । ©Monika #सफर ....
#सफर ....
read moreAnit kumar kavi
Unsplash हाथों में हांथ हो बस उसका साथ हो, जिन्दगी यूँ ही खुशी से गुजर जाएगी, बस अपनी मोहब्बत से भरी हर रात हो । ©Anit kumar kavi #lovelife#हमसफर
Parasram Arora
White सफर मे जरुरी नही कि जो भी मिले हमसफर बन जाएगा मेरा वो जिसे बनना होगा हमसफर मेरा वो खुद ही मुझे ढूंढ निकालेगा ©Parasram Arora हमसफर
हमसफर
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White बिन तेरे यूँ तो हम अधूरे नहीं हैं कुछ तो कमी है हम पूरे भी नहीं हैं ©हिमांशु Kulshreshtha तेरे बिन
तेरे बिन
read moreranjit Kumar rathour
पापा उठो न पापा कितनी देर हो गयी हैँ आप तो सबको जगाते देर तक सोने पर डांट पीलाते थे मत डराओ पापा गुस्सा हो.. माफ़ी मांगता हुँ देखो न पापा घर मे कौन आया हैँ पापा... पापा उठो पापा ©ranjit Kumar rathour पापा तेरे बिन
पापा तेरे बिन
read moreRajnish Shrivastava
दिल चाहता है कि जिंदगी बस यूं ही गुजर जाए आज यहां कल वहां यूं ये मुकम्मल सफर हो जाए ©Rajnish Shrivastava #सफर
Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White सुकून बहुत है कसम से तुम्हें खोकर भी तुम्हें पाने का..! बिना मर्जी के तुम्हारी तुम्हें अपना बनाने का..! फिर अच्छा भी है किल्लतें खत्म हो गईं सारी..! तुम साथ होते तो मुसीबतें क्या कम थीं हमारी..! मौका भी रोकड़ बचाने का..! सुकून बहुत है कसम से तुम्हें खोकर भी तुम्हें पाने का..! तुम होते तो तुम्हारी ही चलती..! तुम्हारे होते दाल हमारी न गलती..! झंझट था झुकने झुकाने का.. सुकून बहुत है कसम से तुम्हें खोकर भी तुम्हें पाने का..! तब तो तुम उस पार हम इस पार ही भले हैं..! फिर मुकद्दर के आगे जोर किसके चले हैं..! विधानों के बंधन निभाने का.. सुकून बहुत है कसम से तुम्हें खोकर भी तुम्हें पाने का..! सो अब तुम्हारा हम पे हक़ क्या रहा है..! हमने तो सब कुछ अकेले ही सहा है..! अपनी अपनी राहें जाने का सुकून बहुत है कसम से तुम्हें खोकर भी तुम्हें पाने का..! ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #तुम बिन
#तुम बिन
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