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Himanshu Prajapati
शब्द का मतलब है और मतलब के शब्द, सब अर्थ का अनर्थ है.! ©Himanshu Prajapati #feather शब्द का मतलब है और मतलब के शब्द, सब अर्थ का अनर्थ है.! #36gyan #hpstrange
#feather शब्द का मतलब है और मतलब के शब्द, सब अर्थ का अनर्थ है.! #36gyan #hpstrange
read moreRadhe Radhe
चलो कुछ दिन खिलखिला ले काटों में रहकर भी मुस्कुराले क्योकि हम जानते है विदा ही लेना है सामाज के जंजीरो से बंधे क्यूं अधिकार नही तुम्हे मुझे और मुझे तुम्हे चयन का जय श्री राधे ©Radhe Radhe चयन का,,,
चयन का,,,
read moreجلال
White किसी और की मोहब्बत है इसी लिए गवारा मुझे डूबने की हसरत तुझे चाहिए किनारा کسی اور کی محبت ہے اسی لیے گوارہ مجھے ڈوبنے کی حسرت تجھے چاہیے کنارہ कहीं इसके बदले ये है कहीं उसके बदले वो है तो मफ़ाद भी यक़ीनन किसी शय का है ख़सारा کہیں اِسکے بدلے یہ ہے کہیں اسکے بدلے وہ ہے تو مفاد بھی یقیناً کسی شے کا ہے خسارہ तिरे दीद की तलब में सर ए राह मैं था लेकिन लब ए बाम से किया है किसी और को इशारा ترے دید کی طلب میں سرِ راہ میں تھا لیکن لبِ بام سے کیا ہے کسی اور کو اشارہ शब ए ग़म की वहशतों से तुझे दी जो हैं सदाएँ ये कमी नहीं है तेरी तुझे आदतन पुकारा شبِ غم کی وحشتوں سے تجھے دی جو ہیں صدائیں یہ کمی نہیں ہے تیری تُجھے عادتاً پکارا ये तसल्लियों के बोसे नहीं चाहिए मुझे अब न यक़ीं दिला तू मुझको तुझे जीत के मैं हारा یہ تسلیوں کے بوسے نہیں چاہیے مجھے اب نہ یقیں دلا تو مُجھکو تُجھے جیت کے میں ہارا कभी ख़ुद को सोच कर मैं यही ख़ुद से पूछता हूँ तुझे चाहिए क्या मुझसे तू बता तो कुछ ख़ुदा-रा کبھی خود کو سوچ کر میں یہی خود سے پوچھتا ہوں تجھے چاہیے کیا مُجھسے تو بتا تو کچھ خدارا ये हयात इक सज़ा है मुझे मौत माॅंगनी है किसी सम्त दिख रहा क्या कोई टूटता सितारा یہ حیات اک سزا ہے مجھے موت مانگنی ہے کسی سمت دکھ رہا کیا کوئی ٹوٹتا ستارہ ©جلال #Thinking सफ़ीर 'रे' Rakhee ki kalam se harsha mishra कवि आलोक मिश्र "दीपक" Sarfraz Ahmad
#Thinking सफ़ीर 'रे' Rakhee ki kalam se harsha mishra कवि आलोक मिश्र "दीपक" Sarfraz Ahmad
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White ख्वाबों का मासूम सा सवाल कुछ उम्मीद है बाकी या फ़िर टूट जाएं हम ©हिमांशु Kulshreshtha ख्वाबों का...
ख्वाबों का...
read moreRAMLALIT NIRALA
White महाकुंभ मैं बोलना नहीं चाहता था पर बोलना पड रहा है सबसे पहले उन लोगों को जो भगदड मे दब कर मौत हो गई कुंभ के मेले मे उन के आत्मा को शान्ति के लिए मैं ईस प्राकृतिक से बिनती करता हूँ कि उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे सम्भल जाओ आम जनता नहीं तो ईसितर दबाकर कुचले जाओगे कब समझोगे कभी धर्म के नाम पर कभी जाती के नाम पर ©RAMLALIT NIRALA पुजा का क्या अर्थ है कौई बतायेगा कौई भी बताये पुरे भारत में
पुजा का क्या अर्थ है कौई बतायेगा कौई भी बताये पुरे भारत में
read moreAbhiJaunpur
विश्व हिन्दी दिवस को अंग्रेजी मे लिखकर बधाई देने वालो को भी विश्व हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं ©AbhiJaunpur #AbhiJaunpur सुरेश अनजान अदनासा- शिवम् सिंह भूमि कवि आलोक मिश्र "दीपक" अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर
#AbhiJaunpur सुरेश अनजान अदनासा- शिवम् सिंह भूमि कवि आलोक मिश्र "दीपक" अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर
read moreBhupendra Rawat
White अक़्सर थक कर हार जाते है जो लोग मंज़िलों तक रास्ते नहीं बना पाते वो लोग तिमीर को बनाकर अपनी राह का साथी क़िस्मत का दीपक नहीं जला पाते है वो लोग ©Bhupendra Rawat #sad_quotes अक़्सर थक कर हार जाते है जो लोग मंज़िलों तक रास्ते नहीं बना पाते वो लोग तिमीर को बनाकर अपनी राह का साथी क़िस्मत का दीपक नहीं जला
#sad_quotes अक़्सर थक कर हार जाते है जो लोग मंज़िलों तक रास्ते नहीं बना पाते वो लोग तिमीर को बनाकर अपनी राह का साथी क़िस्मत का दीपक नहीं जला
read moreShubham Raj Tiwari
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्रयास करने वालों के लिए प्रत्येक कार्य संभव है परेशानी में भी एक बार मुस्कुराइए और लगन से लग जाइए फिर जितने से कौन रोक सकता है | कर्म ही आसा है | भगवती का कृपा और आप सबका साथ बना रहे ©Shubham Raj Tiwari #SunSet mithilani मनोज मानव Kamlesh Kandpal Anil Ray कवि आलोक मिश्र "दीपक"
#SunSet mithilani मनोज मानव Kamlesh Kandpal Anil Ray कवि आलोक मिश्र "दीपक"
read moreParasram Arora
Unsplash मन अगर संवेदबमनाओ के संवेनद से भरा हो तों अनर्थ क़ी झड़ मे से भी अर्थ डुंडा जा सकता है ©Parasram Arora अर्थ अनर्थ
अर्थ अनर्थ
read moreSandeep Lucky Guru
Unsplash "उम्मीद का दीपक" पथरीली राहों में, सूरज जब छुप जाता है, मन के आकाश में अंधेरा सा छा जाता है। पर एक दीपक, दिल के कोने में जलता है, उम्मीद का सुराग हर कोने में रखता है। हर ठोकर एक सबक सिखाने आती है, हर मुश्किल मंज़िल के पास ले जाती है। हार का नाम बस तब तक रहता है, जब तक साहस के कदम रुकता है। चलो जलाएं वो दीपक, जो बुझने ना पाए, हर बाधा को पार कर, जीवन को अपनाए। हर नई सुबह एक नई शुरुआत लाएगी, तुम्हारी मेहनत ही तुम्हें चमकाएगी। ©Sandeep L Guru "उम्मीद का दीपक" #leafbook paras Dlonelystar _HEER_ India Dr Udayver Singh MRS SHARMA #viral #Nojoto #peotry hindi poetry on life love