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tripathi
White तू है की मेरे जहेंन से नहीं जाता तुझे ये समझ क्यू नही आता तेरे लिए कितने बेचैन है हम तू कभी मेरे ख्वाब में भी तो नही आता ©tripathi #love_shayari तू है की मेरे जहेंन से नहीं जाता तुझे ये समझ क्यू नही आता तेरे लिए कितने बेचैन है हम तू कभी मेरे ख्वाब में भी तो नही आता
#love_shayari तू है की मेरे जहेंन से नहीं जाता तुझे ये समझ क्यू नही आता तेरे लिए कितने बेचैन है हम तू कभी मेरे ख्वाब में भी तो नही आता
read moreVs Nagerkoti
कई बार कुछ लोग आपकी जिंदगी मैं सिर्फ आपको कुछ सिखाने के लिए ही आते है। और काम खत्म होते ही उसी प्रकार वापस भी लौट जाते है । वो आपकी मर्जी है कि आप समझें ना समझे हर कोई आपकी life मै आपसे जुड़ने के लिए नही आता। ©Vs Nagerkoti reson,,, कोई क्यों आपकी जिंदगी मैं आता है,,
reson,,, कोई क्यों आपकी जिंदगी मैं आता है,,
read morevksrivastav
White जो तेरा दर्द है वो दर्द में आता ही नही जो सच में दर्द में होता है बताता ही नही तू झूठ बोलता है अपने फायदे के लिए जो सच्चा है वो ऐसे बोझ उठाता ही नही ©vksrivastav जो तेरा दर्द है वो दर्द में आता है नही #Shayari #Love #Poetry #SAD #vksrivastav
जो तेरा दर्द है वो दर्द में आता है नही #Shayari Love Poetry #SAD #vksrivastav
read more- Arun Aarya
Unsplash 06-02-2025 तुम मुझें समझती तो मुझें सब समझ में आता , काफ़िर नहीं होता मैं , और मुझें रब समझ में आता ! बस एक दफा चाहत से देख लेती तुम मेरी आँखों में ,, तुम्हें मेरी चाहत , मेरी मोहब्बत , मेरी ये तलब समझ में आता..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #Book #समझ में आता
रिपुदमन झा 'पिनाकी'
White ज़िन्दगी पूछती है ज़िन्दगी जियोगे कब। स्वाद इस ज़िन्दगी की मौज का चखोगे कब। ऊम्र अपनी बिता रहे हो फंँस के उलझन में - आसमाँ पर उड़ानें सपनों की भरोगे कब। आप खुद से बताओ यार अब मिलोगे कब। क़ैद कर रखा है खुद को जो तुम खुलोगे कब। पालते हो क्यूँ दिल में ग़म उदास रहते हो- रंग जीवन में अपने खुशियों की भरोगे कब। जी रहे हो घुटन में खुल के साँस लोगे कब। दुःख के दुश्मन को हौसलों से मात दोगे कब। कुछ नहीं मिलता है औरों के लिए जीने से- हो चुके सब के बहुत अपने बता होगे कब। रिपुदमन झा 'पिनाकी' धनबाद (झारखण्ड) स्वरचित एवं मौलिक ©रिपुदमन झा 'पिनाकी' #कब
AloneBoy
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset हमारी वफादारी उन्हें अभी समझ नहीं आएगी, क्योंकि अभी वो गुरूर में बैठे है, की उन्हें चाहने वाले बहुत है। ©AloneBoy समय सबका आता है#Fakepeople #fakesmile #fakeWorld
समय सबका आता हैFakepeople #fakesmile #fakeWorld
read moreReetu
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset ये जनवरी क्यो आता है ? सिले हुए जख्म को फिर उकेर जाता है हो सकता था जो मेरे खुशियो का महिना हर बार आंशु और यादो का शैलाब दे जाता है उफ ये जनवरी क्यो आता है ? हां वक्त बहुत आगे जा चुका फिर भी ये महिना हर बार मुझे चार साल पिछे लौटा ले जाता है दर्द मे तङपते देख कर भी हंसता चेहरा नजर आता है मोहब्बत बस मोहरा बन जाता ये जनवरी क्यो आता है ? एक नन्हा चेहरा याद आता है छुना जो चाहु गायब हो जाता है इसी महिने मेरा जान मुझसे बहुत दुर निकल जाता है हाय ये जनवरी क्यो आता है? ©Reetu #जनवरी क्यो आता है
#जनवरी क्यो आता है
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White वक़्त के तराजू पर कब तक तौलते, बुरे वक्त की आहट को कब तक टालते। एहसासों को रखकर हाशिये पर, प्यार से यूँ ही कब तक भागते। हर दर्द के पीछे कोई बात होती है, हर खामोशी में एक आवाज़ होती है। पलकों के साए से कब तक छिपोगे, दिल की पुकार से कब तक बचोगे। प्यार बुरा है, ये बहाना कब तक, खुद से दूरी का फसाना कब तक। वक्त की इस रेत पर नाम लिखो, एक बार प्यार से अपनी राह चुनो। ©theABHAYSINGH_BIPIN #love_shayari वक़्त के तराजू पर कब तक तौलते, बुरे वक्त की आहट को कब तक टालते। एहसासों को रखकर हाशिये पर, प्यार से यूँ ही कब तक भागते। हर
#love_shayari वक़्त के तराजू पर कब तक तौलते, बुरे वक्त की आहट को कब तक टालते। एहसासों को रखकर हाशिये पर, प्यार से यूँ ही कब तक भागते। हर
read moreParasram Arora
Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora कब?
कब?
read moreF M POETRY
Unsplash मेरी खिड़की से तेरा महल नज़र आता है.. पर तेरे महल से खिड़की नज़र नहीं आती.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #मेरी खिड़की से तेरा महल नज़र आता है...
#मेरी खिड़की से तेरा महल नज़र आता है...
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