Find the Latest Status about अब भी वक़्त है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अब भी वक़्त है.
F M POETRY
White जाने कैसे सफर में निकला हूँ.. अब भी मंज़िल नज़र नहीं आती.. यूसुफ़ आर खान.. ©F M POETRY #अब भी मंज़िल नज़र....
#अब भी मंज़िल नज़र....
read morevish
White वक़्त गुज़ारना नहीं है कुछ कर दिखाना है इस वक़्त को अपने मुताबिक ढालना है बहोत हुआ वक़्त ने की बहोत ठोकरें खिलाई है अब वक़्त को अपने हिसाब से नचाना है वक़्त अस ब भी मेरा है ये वक़्त को, वक़्त के साथ दिखाना है बहोत हुआ अब कुछ कर दिखाना है।। जिंद़गी ©vish # वक़्त
# वक़्त
read moreBhupendra Rawat
White बुरा वक़्त अब बेखबर हो रहा है माँ की दुआओं का शायद असर हो रहा है ना जादू है, ना दवाओं का इल्म है उसके पास दर्द भी माँ की दुआओं से अब बेअसर हो रहा ©Bhupendra Rawat #good_night बुरा वक़्त अब बेखबर हो रहा है माँ की दुआओं का शायद असर हो रहा है ना जादू है, ना दवाओं का इल्म है उसके पास दर्द भी माँ की दुआओं
#good_night बुरा वक़्त अब बेखबर हो रहा है माँ की दुआओं का शायद असर हो रहा है ना जादू है, ना दवाओं का इल्म है उसके पास दर्द भी माँ की दुआओं
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White और कितना दर्द दें हम अपने आप को , इतना काफी नहीं है तेरे बिना अब भी जी रहे हैं हम….!! ©हिमांशु Kulshreshtha अब भी...
अब भी...
read morevish
White मैंने वक़्त को बदलते देखा है वक़्त के साथ, लोगों को बदलते देखा है प्यार में वादे तो किए बड़े -बड़े उन वादों को बदलते देखा है दिन बदलता नहीं गुज़र जाता है पर दिन का हर लम्हा बदलते देखा है नज़रें वही है जो दिखाती है पर नज़रिया बदलते देखा है शब्द वही है जो बोले गए हैं पर बातों का मतलब बदलते देखा है मैंने लोगों को बदलते देखा है जिंद़गी ©vish # वक़्त को बदलते देखा है
# वक़्त को बदलते देखा है
read moreRameshkumar Mehra Mehra
Unsplash पहले भी मुसाफ़िर थे... आज भी मुसाफ़िर है.....! पहले किसी की तलाश मे थे....!! और अब अपनी तलाश में...!!! ©Rameshkumar Mehra Mehra # पहले भी मुसाफ़िर थे,अब भी मुसाफ़िर है,पहले किसी की तलाश में थे,और अब अपनी तलाश में है..
# पहले भी मुसाफ़िर थे,अब भी मुसाफ़िर है,पहले किसी की तलाश में थे,और अब अपनी तलाश में है..
read moreF M POETRY
Unsplash ये ग़म-ए-हिज़्र है तोहफा दिया हुआ तेरा.. अब भी ताज़ा है ये ग़म मैंने संभाला यूँ है.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #अब भी ताज़ा है ये ग़म....
#अब भी ताज़ा है ये ग़म....
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White सोचता हूँ क्या खोया क्या पाया इस सफ़र ए जिंदगी में वक़्त बदलता रहा हालात बदलते रहे लोग बदलते रहे, चेहरे बदलते रहे फ़ितरत से मजबूर रहे हम लोग खेलते रहे जज्बातों से हम खिलौना बने रहे तजुर्बे हुए तमाम हम इबारतें पुरानी लिखते रहे बदलता रहा नज़रिया ज़माने का हम ही जिद्दी रहे अपनी जगह खड़े रहे….!!!! ©हिमांशु Kulshreshtha वक़्त...
वक़्त...
read more