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Shiva Sarika
जीने की नई तरकीबे ढूंढ रही हूँ हर वाॅर लोगों का सीने में सी रही हूँ बदले वक्त इन्तजार में जी रही हूँ हिसाब करेगी नीयति इन बातों से खुद को समझा रही हूँ ©Shiva Sarika #खुद को समझा रही
Dr Usha Kiran
White 212 212 212 212 चांँदनी मुस्कुराती रही रात भर। ज़िंदगी खार खाती रही रात भर। थी शमां जल रही बीच महफिल मग़र , दिल हमारा जलाती रही रात भर। फासले दरमियां थे मिटे ही नहीं, अश्क आंँखें बहाती रही रात भर। आरजू थी हमारी चले हमकदम, ख्वाहिशें चोट खाती रही रात भर। चोट ऐसी मिली जो मिटी ही नहीं, ज़ख्म सारे छुपाती रही रात भर। था समंदर बहा खूब लहरें उठीं, कश्तियांँ को डूबाती रही रात भर। दर्द को गुनगुनाते रहे हैं ‘उषा’, ख़ुद जली को बुझाती रही रात भर। ©Dr Usha Kiran #चाँदनी मुस्कराती रही रात भर
katha Darshan
Neel
माना थोड़ा खामोश हूं...पर दर्द में नहीं, शायद किसी की यादों को...जी रही हूं मैं। 🍁🍁🍁 ©Neel जी रही हूं मैं 🍁
जी रही हूं मैं 🍁 #लव
read moreKiran Chaudhary
आ गयी हूँ मोहब्बत के उस मुकाम पर जहां मिलना मुमकिन नहीं, मगर मोहब्बत बढ़ती जा रही है।। ©Kiran Chaudhary मोहब्बत बढ़ती जा रही है।।
मोहब्बत बढ़ती जा रही है।। #लव
read moreधाकड़ है हरियाणा
White बीजेपी जा रही है इंडिया गठबंधन आ रहा है ©धाकड़ है हरियाणा #बीजेपी जा रही है #कांग्रेस और इंडिया गठबंधन आ रही है
Aditi Bhardwaj
White तलाश थी मुझे उस सुकून की जो मुझे तेरी बाहों में आकर मिलता, हम तो ठहरे रहे तुम्हारे आने की उम्मीद में..!! 🫰🖤🫀 ©Aditi Bhardwaj #flowers परसुकुन कर रही तेरी यादें
Dr Wasim Raja
White धरा पर मानवता होती रही है तार तार। संकुचित होते जा रहे हैं सब के विचार।। धर्म के नाम पर फैलाया जा रहा है हाहाकार। ईश्वर-अल्लाह की लड़ाई का हो रहा व्यापार।। महंगाई की परवाह नहीं सज रहे बाबा का दरबार। शिक्षा हो रही चौपट, मारे-मारे फिरते हैं बेरोजगार।। यहां अन्नदाता किसानों पर जारी है अत्याचार। मानव के विनाश को तैयार है जैविक हथियार।। झूठों का बोलबाला है, झूठ का हो रहा है प्रचार। आंख में धूल झोंक कर फैलाये जा रहे अंधकार।। स्त्री पुरुष की समता पर हो रहा है बारंबार प्रहार। लिंग भेद करने वालों के जीवन पर है धिक्कार।। लूट ,शोषण, बाह्याडम्बन का सज रहा है बाजार। छीने जा रहे हैं जन-जन से स्वतंत्रता का अधिकार।। मिलकर करें विचार कैसे सजे खुशियों का संसार। यहां विनाश नहीं प्रेम भाईचारे का चाहिए उपहार।। ©Dr Wasim Raja #Moon मानवता हो रही तारतार
लेखक ओझा
तकदीर बगावत करती रही लेकिन मैने भी तकरार नही छोड़ी है… ©लेखक ओझा #travelogue तकदीर बगावत करती रही
#travelogue तकदीर बगावत करती रही #Motivational
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