Find the Latest Status about हिंदुस्तान अखबार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हिंदुस्तान अखबार.
Niaz (Harf)
White जलता रहा यह संसार और वो बत्ती बुझा कर सो गया । गरीबों को क्या मिला? पूछता रहा यह हिंदुस्तान और वो बत्ती बुझा कर सो गया । सरकार बने किसी की भी , हम गरीबों को क्या मिला? एक बोतल दारु और नुक्कड़ की दादागिरी। आरोप, प्रत्यारोप में, पिसता रहा हिंदुस्तान। जलता रहा यह संसार , और वो बत्ती बुझा कर सो गया । तुम बुरे हो, हम अच्छे हैं। यह समझा गया वह नाटकबाज। बेवकूफ बनती रही जनता , और वो बत्ती बुझा कर सो गया । कभी मंदिर तो, कभी अजान। बस दिखाई देती नहीं इनको हमारे किसान। सरकार बने किसी की भी। हम गरीबों को क्या मिला? सस्ता चावल, गेहूं बांटा गया मुफ्त में बदले में लिया कीमती वोट हमारा । बेवकूफ बनती रही जनता, और वो बत्ती बुझा कर सो गया । कभी पाकिस्तान, तो कभी मुसलमान की बातें होती है। क्या यह मुद्दा बड़ा है ? बेरोजगार युवा यही पूछता है। देश की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ। क्या मणिपुर की वह बेटी विदेशी है? बेटी को क्या मिला? पूछता रहा यह हिंदुस्तान । और वो बत्ती बुझा कर सो गया । ©Niaz (Harf) जलता रहा यह संसार और वो बत्ती बुझा कर सो गया । गरीबों को क्या मिला? पूछता रहा यह हिंदुस्तान और वो बत्ती बुझा कर सो गया । सरकार बने किसी
कवि अर्जून सिंह बंजारा
हिंदी साहित्य संस्थान 30/04/2024 ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता मत मांगो खालिस्तान ये पूरा हिंदुस्तान तुम्हारा है
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White *जम्हूरियत में फसादे चिंगारी नहीं चलती *अवाम में ऐसी सरकारे नहीं चलती१ सुलतान सल्तनत में *उल्फत का पैगाम दीजिए, इसमें बांटके नफरते *दरकारें नहीं चलती//२ *तास्सुब न कर,गर इक सुखनवर बेबाक कहदे के हक बात में हुजूर फटकारें नहीं चलती//३ बेबस चश्म में अश्को के बेशुमार अंबार लिए, ऐसी *आहफुगा की हुकूमत हमारे नही चलती//४ "शमा"ये तख्ते हिंदुस्तान है,इसपे किसी एकतरफा *नाअदल नवाब की दरबारे नही चलती//५ #shsmawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #ramnavmi *जम्हूरियत में फसादे चिंगारी नहीं चलती *अवाम में ऐसी सरकारे नहीं चलती१ *जनतंत्र*जनता सुलतान सल्तनत में *उल्फत का पैगाम दीजिए, इसम
Pinki Khandelwal
होली.... आया आया फागुन मास, छा गई रंगों की बौछार, रंग बिरंगे रंगों से, रंग रहा हिंदुस्तान, मिलो दो उसमें थोड़ी प्यार की मिठास, तो छा जाए चारों तरफ हर्षोल्लास, आ गया होली का त्यौहार, सब हो गये रंग लगाने को बेकरार, तो क्यों न करें इस बार कुछ अनोखा, रंगों की जगह, मिला दें अपनेपन की खुशबू, और घुल मिल जाए, प्यार के, खुशी के रंगों में, और मनाए सबके साथ ये पर्व, न हो जहां कोई, बड़ा या छोटा, न गोरा या काला, सब रंगे हो प्यार के रंगों में, और मिल कर बनाए ये त्यौहार, और भूल जाएं सब मनमुटाव, और रंग जाए मस्ती के रंगों में, जहां न कोई तकरार, और सब हो जाए, फिर एक साथ। ©Pinki Khandelwal होली.... आया आया फागुन मास, छा गई रंगों की बौछार, रंग बिरंगे रंगों से, रंग रहा हिंदुस्तान, मिलो दो उसमें थोड़ी प्यार की मिठास, तो छा जाए चा