Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सीने में दर्द के लिए योग Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सीने में दर्द के लिए योग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सीने में दर्द के लिए योग.

Stories related to सीने में दर्द के लिए योग

Badnam Shayar

#cycle शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में

read more
मसाले हैं बहुत दरमे आए खुदाया
जिस्म है कैद रुख परेशान खुदाया 
जवानी में कमर झुकने लगी है 
मैं चंद दिन का लगता हूं मेहमान खुदाया
बिकते हैं लोग मोहब्बत में अक्सर 
इश्क तो लगता है दुकान खुदाया 
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है 
मेरा मौत से क्या नुकसान होगा खुदाया
खिलौना जानकर वो तोड़ गया है 
मैं उसे शख्स को लगता हूं बेजान खुदाया

©Badnam Shayar #cycle  शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में

Abhay Shaw (8100233007)

#poetryunplugged #LIFENEVERDIES किसी के दिल में प्यार हमेशा के लिए रहता है ...!! Love ❤️

read more

No Way

शायरी दर्द शायरी हिंदी में

read more

Sangam Pipe Line Wala

शायरी दर्द लव शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में शायरी लव

read more
तुम्हे तो आदत पड़ी है घर बदलने की 
किसीको छोड़ किसीके साथ चलने की 
तुम्हे मेरा प्यार क्यूँ कभी नज़र नहीं आता 
मैं कोशिश करूं तुम्हारी यादों में जलने की

©Sangam Pipe Line Wala  शायरी दर्द लव शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में शायरी लव

Innocent Shailu

'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में शायरी हिंदी

read more

Sangam Pipe Line Wala

शायरी हिंदी में शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द शायरी हिंदी में

read more
कोई था पागल सोचके जी लेना 
हो सके तो तुम माफ़ कर देना 
हो गई थी बहुत बड़ी ख़ता मुझसे 
अब मुझे हर जगह ब्लॉक कर देना...

©Sangam Pipe Line Wala  शायरी हिंदी में शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द शायरी हिंदी में

Raushan Rangila2453

शायरी हिंदी में शायरी दर्द

read more

Rahul Varsatiy Parmar

#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

read more
सुबह के 5 बज चुके है तो

जमाने ए बंदिश

खैर एक खयाल एक गजल देखिए
रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है
हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है
ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी
अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी
(मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना)
 नही है रही अब फितरत हमारी
मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी
हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से
क्यों हया-ए- आबरू  खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी

(मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) 

इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे  इसे बेफिकर होकर जियो
निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार

©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

write

शायरी हिंदी में शायरी दर्द

read more
कौन सा पूरा आसमां मानता हूं,
बस चांद से थोड़ी रोशनी मांगता हूं.!
❣️💯




ं

©चल तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं  शायरी हिंदी में शायरी दर्द

Rohit Ahirwar

शायरी दर्द शायरी हिंदी में

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile