Find the Latest Status about श्याम दीवानी शायरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, श्याम दीवानी शायरी.
Indian Kanoon In Hindi
White सिविल या दीवानी मामले पर कानून :- * सिविल या दीवानी मामलों में शिकायतकर्ता का उद्देश्य दूसरे व्यक्ति से अपना दावा हासिल करना होता है । * फैसला सुनाने के बाद अदालत अंत में आज्ञप्ति या डिक्री जारी करती है, जिसमें अदालत के आदेश तथा संबद्ध पक्षों की पूर्ति या रिलीफ का ब्यौरा होता है । * अर्जीदावा या आवेदन में सभी दावे शामिल किए जाने चाहिए, क्योंकि एक ही उद्देश्य से संबंधित ऐसे नए दावों की पूर्ति के लिए व्यक्ति दूसरी बार आवेदन नहीं कर सकता है । जिनके बारे में पहले आवेदन के समय दावा नहीं किया गया हो। * मामले से संबंधित पक्षों को सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहना चाहिए । ऐसा नहीं होने पर अदालत मामले को रद्द कर सकती है या डिक्री भी दे सकती है । अगर अनुपस्थिति के वाजिब कारण होंगे तो दोबारा सुनवाई भी हो सकती है। * मामले से संबंधित पक्ष कोई समझौता कर सकते हैं और अदालत से इसके लिए डिक्री जारी करने का अनुरोध कर सकते हैं । * पेश किए गये तथ्यों के आधार पर दोनों पक्ष की सुनवाई होती है , जिस पर अदालत फैसला सुनाती है । ©Indian Kanoon In Hindi सिविल या दीवानी मामले पर कानून :-
सिविल या दीवानी मामले पर कानून :-
read moreSuthar Surya 18
White जय श्री श्याम 🙏❤️ ©Suthar Surya 18 #Thinking #जय श्री श्याम
Harshit Rajasthani Official
खाटू श्याम जी लक्की मेले में पधारे हुए सभी श्याम प्रेमियों का -Harshit Rajasthani Official youtube channel की तरफ आप सभी का हार्दिक अभिनंदन है ।।जय श्री श्याम।। ©Harshit Rajasthani Official जय खाटु श्याम
जय खाटु श्याम
read moreIndian Kanoon In Hindi
White सिविल या दीवानी मामले पर कानून :- * सिविल या दीवानी मामलों में शिकायतकर्ता का उद्देश्य दूसरे व्यक्ति से अपना दावा हासिल करना होता है । * फैसला सुनाने के बाद अदालत अंत में आज्ञप्ति या डिक्री जारी करती है, जिसमें अदालत के आदेश तथा संबद्ध पक्षों की पूर्ति या रिलीफ का ब्यौरा होता है । * अर्जीदावा या आवेदन में सभी दावे शामिल किए जाने चाहिए, क्योंकि एक ही उद्देश्य से संबंधित ऐसे नए दावों की पूर्ति के लिए व्यक्ति दूसरी बार आवेदन नहीं कर सकता है । जिनके बारे में पहले आवेदन के समय दावा नहीं किया गया हो। * मामले से संबंधित पक्षों को सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहना चाहिए । ऐसा नहीं होने पर अदालत मामले को रद्द कर सकती है या डिक्री भी दे सकती है । अगर अनुपस्थिति के वाजिब कारण होंगे तो दोबारा सुनवाई भी हो सकती है। * मामले से संबंधित पक्ष कोई समझौता कर सकते हैं और अदालत से इसके लिए डिक्री जारी करने का अनुरोध कर सकते हैं । * पेश किए गये तथ्यों के आधार पर दोनों पक्ष की सुनवाई होती है , जिस पर अदालत फैसला सुनाती है । ©Indian Kanoon In Hindi सिविल या दीवानी मामले पर कानून :-
सिविल या दीवानी मामले पर कानून :-
read moreMahesh Patel
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सहेली....... आंखें हैं उनकी ख्वाब में देखता हूं.. जलन है उनकी जुदाई में सहेता हूं दीवानी है लाला कहानी में लिखता हूं.... लाला.... ©Mahesh Patel सहेली... दीवानी... लाला....
सहेली... दीवानी... लाला....
read moreRajesh Sharma
Unsplash श्याम तेरी मेहरबानी होनी चाहिए ग़मो की कुर्बानी होनी चाहिए खुशनुमा रहे मंजर हमेशा ऐसी जिंदगानी होनी चाहिए क्या पता किसी का, क्या दौर आ जाए आज समय मजबूत, कल कमजोर आ जाए श्याम तेरी मेहरबानी होनी चाहिए ©Rajesh Sharma #leafbook श्याम तेरी मेहरबानी
#leafbook श्याम तेरी मेहरबानी
read moreMahesh Patel
Unsplash सहेली..... में जो भी लिखता हूं वह कहानी बन जाती है.. सहेली को हम समझे या ना समझे.. पर वह हमारी दीवानी बन जाती है.. हमारा उनसे मिलना और बिछड़ जाना.. उसके लिए पहेलियां बन जाती है.. लाला.... ©Mahesh Patel सहेली... दीवानी... लाला...
सहेली... दीवानी... लाला...
read more