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New ओ रंगीले कैसा जादू किया Quotes, Status, Photo, Video

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F M POETRY

#newyearresolutions दर्द-ओ-ग़म....

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New Year Resolutions जैसे हर साल गुज़र जाता है..

दर्द-ओ-ग़म क्यों गुज़र नहीं जाते..

यूसुफ़ आर खान.

©F M POETRY #newyearresolutions दर्द-ओ-ग़म....

Anuj Ray

# दर्द ओ ग़म "

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White दर्द ओ ग़म"

उनसे बिछड़ने का दर्द ओ ग़म 
ज़िगर से आज तक कभी गया ही नहीं।


कुछ लोग दर्द ओ ग़म की दवा ढूंढने 
लगते हैं, हमें इस क़ाबिल कोई जचा ही नहीं

©Anuj Ray # दर्द ओ ग़म "

Ghumnam Gautam

White कल तुम से मिलकर मधुवन में ये जाना क्या है दरसन में
चल हमपे गया इक जादू-सा हम लौट गए थे बचपन में

©Ghumnam Gautam #love_shayari 
#मधुवन 
#बचपन 
#जादू 
#ghumnamgautam

Mayuri Bhosale

#ओ पहली मुलाकात

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White ओ पहली मुलाकात.....

दिल मे दबी हुई वो हसी 
लगती है हमे आँखो मे अभी भी वैसी ही फसी
सब कुछ लुटा दिया है हमने तुम पर 
मगर दिल धडकते ही आ जाते है होशपर 
आप को देखा तो ऐसा लगा की उडणे लगे है हवा में 
वैसे तो चाॅंद तारे शामिल है हमारे मिलन के गॅंवा में
कुछ तो खास थी आप में वो बात 
याद आती है हमें ओ पहली मुलाकात ओ पहली मुलाकात.

©Mayuri Bhosale #ओ पहली मुलाकात

धाकड़ है हरियाणा

#सिरसा लोकसभा का कैसा होगा स्वरूप

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SumitGaurav2005

जादू है ये जादू .. #magic #Jadoo #जादू #sumitgaurav #sumitmandhana #nojotoartist #Magician #jadugar motivational thoughts in hindi

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Ganesh Din Pal

#यह कैसा पागलपन?

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Ganesh Din Pal

#यह कैसा पागलपन?

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White हम भी पागल 
तुम भी पागल 
हम सब भी पागल 
पैसों के लिए पागल 
खुशी के लिए पागल 
इज्जत के लिए पागल 
किसी के लिए पागल
संसार रूपी मंच पर 
मंचन के लिए पागल 
और अंत में इसी पागलपन 
को पूरा करने के लिए 
हम पागल होकर मर जाते हैं।

©Ganesh Din Pal #यह कैसा पागलपन?

नवनीत ठाकुर

ना क्या जादू है बेगाने में

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वो शौक, वो जोश, वो किस्से पुराने,
सब दब गए हैं वक्त के तहखाने में।
अब तो जाम भी लगता है बेअसर सा,
ना वो तासीर है, ना वो दीवाने में।

मस्ती थी कभी खुद को भुलाने में,
अब ग़म छुपते हैं हंसने के बहाने में।
खुशबू थी कभी हर बहार के तराने में,
अब वो यादें भी उलझीं हैं अफसाने में।

जिंदगी के रंग अब स्याह लगने लगे,
जैसे खुशियां कहीं खो गईं इस ज़माने में।
सवाल हजारों हैं दिल के आईने में,
बस धुंधली तस्वीर सी फसाने में।

गुज़री हुई बातों की सदा आती है,
जैसे कोई पुकार हो वीराने में।
जो मिल ना सके, वो याद बहुत आते हैं,
ना जाने क्या जादू है बेगाने में।

©नवनीत ठाकुर ना क्या जादू है बेगाने में

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जीवन भी कैसा है

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