Find the Latest Status about अधूरे अल्फ़ाज़ शायरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अधूरे अल्फ़ाज़ शायरी.
मनीष कुमार
काबिल नहीं थे तेरे पर, तुझको ही चाहा था हमने... बेवकूफ़ी कहो या बेवफ़ाई, पर! सच में हर आरज़ू में, तुझको मांगा था हमने... -मनीष ©मनीष कुमार अधूरे अल्फ़ाज़...
Ravi
अधूरे अल्फ़ाज़ अधूरे थे मेरे अल्फ़ाज़ ये पूरे तेरे आने से हुए कुछ छूट रहे थे मेरे साज ये पूरे तेरे आने से हुए अधूरे अल्फ़ाज़
Musafeer K S Adhikari
अल्फ़ाज़ कोई अल्फ़ाज़ नहीं मेरे पे, जो कर पाऊ बयां दर्दे दिल । जब से गए दूर हम से, जी रहे है हम हर यादों को गीन गीन ।। #अधूरे#अल्फ़ाज़
Deep Sharma
अधूरे अल्फ़ाज़ कुछ अधूरे अल्फ़ाज़ मेरे आज भी तुझे बुलाते हैं कभी-कभी ये आंसू बनकर आंखों से बह जाते हैं रोज बनाता हूं मैं, तेरे लिए कई महल ख्वाबों के पर तेरी दूरी के अहसास से ये भी ढह जाते हैं Deep Sharma अधूरे अल्फ़ाज़
Sudeep Keshri✍️✍️
खास एहसास के साथ मोहब्बत की आगाज हुई, इसने बड़े अदब से इजहार-ए-मोहब्बत किया, उसने तबस्सुम के साथ इकरार-ए-मोहब्बत किया, बढ़िया अंदाज के साथ मोहब्बत परवान चढ़ा, बड़े इत्मीनान से तोहफा कुबूल किया, फिर न जाने क्या उल्फत आई, अधूरे अल्फ़ाज़ के साथ बदनाम कर गये। #अधूरे #अल्फ़ाज़
Monika Dhangar(RaahiKeAlfaaz)
ज़िद और ज़िक्र अपने लफ्जो से सिर्फ उनका करो जो तुम्हारी फ़िक्र कर सके क्यों कि अपना कहने से कोई अपना नहीं होता दर्द सबकी आंखों में हैं लेकिन बयां किसी से नहीं होता कुछ गुज़ार लेते है रात रो - रोकर उनकी क्या कहे जिन्हें रोना भी नसीब नहीं होता #अधूरे#अल्फ़ाज़#
writer##Zeba Noor
अधूरे हैं अल्फ़ाज़ जिस की कोई आवाज़ नहीं अधूरे हैं अल्फ़ाज़ जिसकी कोई रचना नहीं हम मुसाफिर है अपनी रहो के जिसका कोई अपना घर नहीं ।। अधूरे अल्फ़ाज़###
Ashu Pandit
एक तरफ ग़म, विरहा, और रुसवाईयां एक तरफ हल्दी, मेहंदी, है शहनाइयां इश्क सिंदूर हरगिज़ ना बनता कभी बन भी जाता तो होती है बदनामियां कुमार आशू अधूरे अल्फ़ाज़
Aalfaaz adhure se ✍🏻 (Místhí)
फर्क सिर्फ इतना था हमारी मोहब्बत में, मेरे लिए "तुम ही" ज़रूरी थे और तुम्हारे लिए "मै भी" ज़रूरी थी... #अधूरे से अल्फ़ाज़
Rajesh Choudhary
तेरे इश्क में निलाम होने वालों की कतार बहुत लंबी है, हम पागल आशिक है.... हमें निलाम होना गवारा नहीं,, बैशक लगती होगी तेरे शहर आशिकों की बोली, पर मेरे लिखे अल्फ़ाज़ खरीद ले, इतनी दौलत का तेरे शहर में पिटारा नहीं,, वैसे तो खरीदने वाले खरीद ले मुझे मोहब्बत बेशूमार करके, दौलतमदों की दौलत से पिघल जाउँ इतना भी आवारा नहीं,, " राजेश चौधरी " ©Rajesh Choudhary अल्फ़ाज़ अधूरे #cards