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शान-ए-शब
कचरे में फेंकी🍪 "रोटियां" रोज़ ये बयां करती है कि, इंसान पेट भरते ही अपनी "औकात" भूल जाता है ।। वाह रे इंसान
Mayank Kumar
पत्थरो को गहनो से लदा देखा है.. नन्हे-नन्हे हाथो को १-१ रूपये के लिए फैला देखा है। #NojotoQuote वाह रे!इंसान
Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""
वक़्त की तरह इंसान बदल जाते हैं। जिससे काम निकल जाता है उसे भूल जाते हैं। इश्क की तो बात ही न करें साहेब, खिलौना बना दिल से खेल जाते हैं।। वाह रे इंसान....
maher singaniya
साथ रहकर पता पड़ा लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है । पर बेजुबान जीव को मार के खाता है । छोड़ देते है भोजन जिसमें एक बाल है । फिर क्यों खाते हो अंडा जिसमें एक मां का लाल है... एक पत्थर सिर्फ एक बार मंदिर आता है और भगवान बन जाता है । इंसान हर रोज मंदिर जाता है फिर भी पत्थर बन जाता है... एक औरत बेटे को जन्म देने के लिए अपनी सुन्दरता त्याग देती है... और वही बेटा एक सुंदर बीवी के लिए अपनी मां को त्याग देता है... जीवन में हर जगह हम जीत चाहते है सिर्फ फूल वाले की दुकान ऐसी है । जहां हम कहते है की हर चाहिए क्योंकि हम भगवान से जीत नहीं सकते...! ©maher singaniya वाह रे इंसान...
अर्पिता
वाह रे इंसान अगर इंसान स्वयं disturbance में involve होता हैं, तो उसे किसी प्रकार का कोई disturb नहीं होता.... और जब वो किन्हीं दो बातें करने वाले इंसान से थोड़ी सी दूरी पर होता हैं, और दूर से सिर्फ बाते ही सुन पाता हैं, तो उसे बहुत डिस्टर्ब होता हैं.... ©अर्पिता #वाह रे इंसान
Ankit Nagar
मुझे तो छोड़कर भी हो गया जिसने मुझे यह सिखाया कि जो अपना होगा वह जाएगा नहीं और जो चला गया वह अपना था नहीं। वाह रे इंसानियत
Ankit Nagar
वो जो कभी मेरी तारीफों के पुल बांधते हुए नहीं थकते थे... आज वही महफिल में मुझे बदनाम करते फिर रहे हैं। ©Ankit Nagar वाह रे इंसान #alone
Sunil itawadiya
खामोश बैठे हैं तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं और ज़रा सा हंस लें तो लोग मुस्कुराने की वजह पूछते है?? वाह रे इंसान 🤔💐👍
Mahendrasinh(Mahi)
आगे बढ़ता गया इंसान, कितनों को कुचलता गया, बनाई बड़ी इमारत, गांव को भूलता गया, पेड़ो को काट के, घोसलो को उड़ाता गया, बनी कई फेक्ट्रिया, धुआं निकलता गया, सांस लेने की फुरसत नहीं, सांसों में धुआं भरता गया, पहोच गया चांद तक, किसी के दिल में ना पहुंच पाया, जितना तू ऊपर गया, उतना ही जमी में धस्ता गया, गांव में चिड़िया का चहकना, शहर की भीड़ में दबता गया, वाह रे इंसान, तू कितनों को कुचलता गया... part (1) ©Mahendrasinh(Mahi) वाह रे इंसान..... insta - @mahishayar226 #mahi #mahishayar#kavita #safarnama
Gautam Kumar
आज का इंसान जन्नत को बर्बाद कर जन्नत बनाने की बात करता है वाह रे इंसान वाह रे इंसान ! #gautamkumar #quotes #climatechange #nojoto #nojotohindi #hindi