Find the Latest Status about पेंदी का लोटा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पेंदी का लोटा.
Kamaal Husain
बिन पेदीं का लोटा हूँ मैं बड़ा तो हूँ पर छोटा हूँ मैं देतें हैं जो धोखा सबको वो कहतें हैं धोखा हूँ मैं मुझको कैसे कैद करोगे एक हवा का झोंका हूँ मैं रंग बदलती दुनियाँ के अंजाम पे यारों रोता हूँ मैं खोट बसा है जिसके मन में वहीं सोंचते खोटा हूँ मैं मगर बडा न छोटा हूँ मैं बिन पेंदी का लोटा हूँ मैं ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_99 👉 बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ – पक्ष बदलने वाला ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ द
DR. SANJU TRIPATHI
जिंदगी में कभी भी बिन पेंदी के लोटा जैसे लोगों पर विश्वास मत करना, अपने मतलब के लिए पल-पल बदलते रहते हैं कभी इनका साथ मत देना। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_99 👉 बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ – पक्ष बदलने वाला ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ द
Vedantika
बिन पेंदी का लोटा बनकर उसने अपना काम किया दुनिया भर कितने ही लोगों को देखो बदनाम किया ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_99 👉 बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ – पक्ष बदलने वाला ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ द
Prerna Singh
दिल पूछ रहा हैं कब से ,कौन रहता हैं तेरा यहाँ ...जो लौट आई जहन्नुम में फिर से... महल थी तू तेरा अवशेष तेरी शान तेरी पहचान हैं , इसी बात से तो तेरी दुश्मन परेशान हैं, कोशिशें कितनी भी कर ली पर वो बात नहीं आई तो तेरे नक्शेकारी में हैं ... ये सब बिन पेंदी का लोटा एक जगह टिकता नहीं , लूढकता ही रहता हैं न जगह देखता है न जमीन... ©Prerna Singh दिल पूछ रहा हैं कब से ,कौन रहता हैं तेरा यहाँ ...जो लौट आई जहन्नुम में फिर से... महल थी तू तेरा अवशेष तेरी शान तेरी पहचान हैं , इसी बात से
हरीश वर्मा हरी बेचैन
डर दिल्ली में भी लगता है! 👋👋🙏🙏🙏👋👋 महाराष्ट्र की राजनीति से.. ड डर लगता है! मत बहुमत अल्पमत! पछ विपछ अदला बदली! लालच और प्रलोभन! ख्वाब और मुख्यमंत्री का पद! नतमस्तक लगता है.. राष्ट्रीयता देश प्रेम.. सच्चा दिखता है झूठा लगता है! अचार विचार बिहार सब.. धुंधला दिखता है! बैठेंगे किस किसके पछ में.. पत्र समर्थन धोखा लगता हैं! घटती बढ़ती धड़कन दिल की! बिन पेंदी का लोटा लगता है.. पकड़ो जकडो कैद करो.. भाग न पाये यैसा लगता है! शाम दाम से सब कुछ बिकता है! तंत्र लोकतंत्र तो बस दिखता है! टूट गये सब रूठ गये सब! किसको मलाई न अच्छा लगता है! किस्मत से बस मौका मिलता है! उपमुख्यमंत्री का नव मानद पद! आकर्षित सच में करता है! दल दल में हल चल है! जिधर भी देखो डर ही डर है! समर्थन और बहुमत का पत्र!! सपथ गृहण और त्याग पत्र! कितना अच्छा लगता है! खतरा तो दिल दिल्ली में भी है! हरी डर दिल्ली में भी लगता है! डर दिल्ली में भी लगता है! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏✍️ हरीश वर्मा हरी बेचैन 8840812718 डर दिल्ली में भी लगता है! 👋👋🙏🙏🙏👋👋 महाराष्ट्र की राजनीति से.. ड डर लगता है! मत बहुमत अल्पमत! पछ विपछ अदला बदली! लालच और प्रलोभन! ख्वाब और मु
Writer1
हिक़ारत के बनाते पात्र हैं, यह किसी के होते साथ नहीं, इनाहत करवाएं महफिल में, ऐसे लोग बे- लिहाज़ होते हैं, यकताई ..........ना हो सके, हमें अज़िय्यतें में यह डालें, बिन पेंदी के यह होते लोटे, हमेशा इनाहत करवाते हैं। इंतिशार ना हो आपकी जिंदगी में, शनाख्त बिन पेंदी के लोटे की करें , हमेशा रहे .....अटल ..सिद्धांतों पे, बे- तुकी बातों पर ......ध्यान ना दें, ध्वंस हो जाएं अच्छे खासे रिश्ते भी, अगर इनकी बातों को.... तवज्जो दे, ज़र्रा- ज़र्रा धधक उठे शक की लपटों में, हाय !.........रिश्तो में फिर राख ही बचें। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_99 👉 बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ – पक्ष बदलने वाला ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ द