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Stories related to मैंने माना जनम तुझको हीरा दिया

- Arun Aarya

#moonlight #रो दिया है

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उसे इतना तवज्जों दिया है 

      तभी तो उसे खो दिया है !

     पत्थर सा एक लड़के ने 

          आज अचानक ही रो दिया है..!!

                    - अरुन आर्या

©- Arun Aarya #moonlight #रो दिया है

Shiv Narayan Saxena

#सुप्रभात पूछा था मैंने . . . poetry in hindi

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पूछा था मैंने आपसे बस  हाल आपका 
पता किसे था हाथ में है माल 'आप'का

                                          - शिव.

©Shiv Narayan Saxena #सुप्रभात पूछा था मैंने . . .  poetry in hindi

हिमांशु Kulshreshtha

देखा है मैंने...

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White दिल बेहद उदास है 
आज फ़िर देखा है 
आसमाँ से टूटता एक तारा 
आज, किसी और को 
फ़िर... 
बेघर होते देखा है मैंने

©हिमांशु Kulshreshtha देखा है मैंने...

unique writer

कहना छोड़ दिया

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Sr Amar Babu

#sad_quotes बहुत महंगे थे हम, पर अब सस्ते में नहीं आयेंगे, जा, छोड़ दिया तुझको, अब तेरे रस्ते नही आयेंगे. शायरी दर्द

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VIKHYAT REKWAR

#snow छोड़ दिया मैंने अपने दिल का

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Unsplash छोड़ दिया मैंने अपने दिल का साथ, प्यार ने थाम लिया है तनहाई का हाथ। इतना तो गुरूर है मुझे आज भले अहसासों ने छोड़ा, तनहाई न

©VIKHYAT REKWAR #snow छोड़ दिया मैंने अपने दिल का

अनिल कसेर "उजाला"

रोने न दिया

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unique writer

बदल दिया हमने

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Raj Verma

#lovelife माना मौसम भी बदलते है 'दर्द भरी शायरी'

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Unsplash माना मौसम भी बदलते है.. मगर धीरे-धीरे; 
तेरे बदलने की रफ़्तार से 
तो हवाएं भी हैरान है।

©Raj Verma #lovelife माना मौसम भी बदलते है  'दर्द भरी शायरी'

Shashi Bhushan Mishra

#दिल पर लगा दिया#

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New Year 2024-25 दिल की किताब आंखों से पढ़ने को बेक़रार,
नज़रें मिलाकर देख लो तुम मुझसे एकबार,

दिल में रहा  क़ायम ये भ्रम  है प्यार उन्हें भी,
नज़रें  बचाकर   देखते   देखा  है  कई  बार,

सूरजमुखी  सा  आफ़ताब  देख  खिल उठे,
हर सुब्ह  रहा करता है  इस कद्र  इंतज़ार,

फ़ुरसत  में  किसी  रात  चांद  डूबता  नहीं,
मिलती तो मांग लाते हम भी चांदनी उधार,

हुस्न-ओ-अदा पर फ़िदा हुए  राह के पत्थर,
रुक जाए मुसाफ़िर भी राह चलते कई बार,

महफूज़ मेरा चैन-ओ-सुकूं उनकी फ़ज़ल से,
बख़्शी ख़ुदा ने  दुआ की दौलत भी बेशुमार,

दीदार-ए-हुस्न   मुकम्मल  होता नहीं कभी,
होती है नुमाइश में झलक गोया क़िस्त बार,

फूलों  के  ईर्द-गिर्द  सुनूं  भ्रमर का 'गुंजन',
दिल पर लगा दिया खाली है का इश्तिहार,
    ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' 
            प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra #दिल पर लगा दिया#
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