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Rakesh frnds4ever
White हंसते हंसते रो पड़ते हैं जो आंखे पोछू तो अश्रु फिर उमड़ पड़ते हैं किसी और को क्या कहें किसी अपने ने ही आंख रुलाई है हमारी ऐसी ये हालत बनाई है ये नरकीय दुनिया हमे समझ नहीं आई ,,,,,समझ नहीं आई,,, ©Rakesh frnds4ever #हंसते हंसते #रो पड़ते हैं जो आंखे पोछू तो #अश्रु फिर उमड़ पड़ते हैं #किसी और को क्या कहें किसी #अपने ने ही आंख #रुलाई है हमारी ऐसी ये हालत बनाई है ये #नरकीयदुनिया हमे समझ नहीं आई #समझ नहीं आई,,, #rakeshyadav #rkyfrnds4ever @nojoto @nojotohindi @nojotolife
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read moremalay_28
Men walking on dark street अपना वज़ूद कभी खो कर देखना ग़ैरों के वास्ते तुम भी रो कर देखना. ©malay_28 #रो कर देखना
#रो कर देखना
read more'मनु' poetry -ek-khayaal
Shubham Bhardwaj
कभी हँसकर रो दिये, कभी रोकर हँस दिये। तन्हाई के सफर में,सभी कुछ खोकर हँस दिये।। ©Shubham Bhardwaj #Parchhai #कभी#हँसकर #रो #दिये #रोकर #हँसते
Shubham Bhardwaj
टुकड़े टुकड़े हुआ है दिन,रात रो रही है। जिंदगी तेरे इंतज़ार में,न जाग रही है न सो रही है।। ©Shubham Bhardwaj #KhaamoshAwaaz #टुकड़े #हुआ #है #दिन #रात #रो #रही #जिंदगी
Shubham Bhardwaj
तन्हा-तन्हा बैठे हैं, कुछ याद किया और रो लेते हैं। जीवन की आपाधापी में, अपना सबकुछ खो देते हैं।। ©Shubham Bhardwaj #तन्हा #बैठे #कुछ #याद #किये #रो #लेते #जीवन
Shubham Bhardwaj
कभी हँसकर, कभी रोकर गुजार लो। कभी जगकर, कभी सोकर गुजार लो।। कटने को कट ही जायेगी यह जिंदगी । कभी थोड़ा सा जीकर भी गुजार लो।। ©Shubham Bhardwaj #कभी #हँसकर #रो #रोकर #गुजार #लो #जिंदगी
ऋषि 'फ़क़त'
शायद निभाने को इक किरदार रो पड़ा मैं, बस छोड़ते ही अपना घर-बार रो पड़ा मै। था शाम-ओ-सहर जो नंबर सहारा मेरा, निकला रक़ीब से जब यकतार रो पड़ा मैं। थी राम की अयोध्या सी मुल्क की रिवायत, अब देख वालिदों को लाचार रो पड़ा मैं। हर बार हँस पड़े वो ग़म इश्क़ का छुपाकर, उनकी इसी हँसी पे हर बार रो पड़ा मैं। लुटती रही वो बेटी बनता रहा तमाशा, फिर देख साज़िशों का अख़बार रो पड़ा मैं। दुनिया बना रहा था मैं चार पल चुराकर, जाना कि कुछ नहीं जब संसार रो पड़ा मैं। ©ऋषि 'फ़क़त' #ग़ज़ल #रो #नोजोटो #nojato #nojatohindi #nojatoquotes
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