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Umakant Yadav
*इंजी. उमाकांत यादव* अध्यक्ष आर आर सेवा संस्थान बख्शी का तालाब लखनऊ उत्तर प्रदेश & फाउंडर कैरियर कंपटीशन क्लासेस ग्रुप & जिला कार्य समिति
usFAUJI
एक शानदार कोशिश नोजोटों गूंज 🙏🇮🇳धन्यवाद नोजोटों टीम 🇮🇳 🙏 भविष्य के लिए शुभकामनाएं ©usFAUJI आपने एक शानदार कोशिश की है मैं आपको बस कुछ सुझाव जरूर दूंगा क्योंकि जमाना कंपटीशन का है और हम सब जानते हैं कंपटीशन ग्राहक को अपनी ओर खींचने
साहस
आवाज देने लगा,मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा,क्योंकि वो किसी लड़की की आवाज थी,और मुझे हर लड़की से बहुत डर लगता है,तो चलता ही गया,वो पुकारते पीछे आने ही लगी,अब मैंने सोचा कैसे पीछा छुड़ाएं! तभी मस्तिष्क में एक ख्याल गूंजा,मैंने तुरंत कपड़े उतारने शुरू किए,और नदी में कूद गया,ऐसे देखकर वो मुंह मोड़ कर पीछे ही रुक गई,वही एक और सज्जन नहा रहे थे,मैंने उनसे कहा भाईसाहब एक काम करेंगे कृपया!उन्होंने कहा हां हां बताए!मैंने नदी से निकलकर आस्तीन से एक कागज और कलम निकाला,और उस पर,वहां से थोड़ी दूर एक जगह का नाम लिखकर ,उन सज्जन को उसे देने को कहा,तब वो ना नुकुर करने लगे,अरे भाई मुझे क्यों फंसा रहे है, इन लड़की वड़की के झमेले में!तो मैंने कहा भाई साहब बड़ा उपकार होगा,अगर आपने ये कागज दे दिया, मेरा कोई भाई नहीं है,आप भी ऐसे कहेंगे तो मै यही नदी में समा जाऊंगा,अब वो सज्जन सज्जन थे तो डर गए और बोले हां ठीक है दे आता हूं,लेकिन तुम अब पानी से बाहर आ जाओ,मैंने कहा हां जी,ठंड भी लग रही है,लेकिन आप पहले देकर आइए,फिर मै निकलूंगा। उधर वो चिट्ठी देने के लिए मुड़े और मैंने झट से बिना देर किए कपड़े पहन लिए,उन्होंने चिट्ठी दी मैंने देखा,फिर वो लड़की मुड़ी और मेरे बताए स्थान की ओर चल दी,इधर हम भी भागते भागते अपने घर आ गए। पता नहीं वो कौन थी?सूरत की तरफ मैंने ध्यान नहीं दिया था,लेकिन आज भी वो किस्सा याद आता है।। आज संडे है तो मस्ती के लिए स्टोरी कंपटीशन । लाइन लिमिट - १०० ( हंड्रेड ) { 100 } वार्ड के अंदर ही कहानी लिखें । आप चाहे तो अनूशीर्षक मेर
DR. SANJU TRIPATHI
सामने आ गया, सोचते सोचते जा रहा था मैं अचानक से घबरा गया , थोड़ा रुक कर देखा पहचाना तो चेहरे पर खुशी छा गई मेरी बरसों पुराना दोस्त था।जो अचानक बरसों बाद मिल गया था हम एक-दूसरे को गले लगाकर खूब खुश हुए। हालांकि हमारा किसी बात पर झगड़ा हुआ था इसलिए नाराजगी थी पर सब भूल गए। मुझे लगा जैसे आज मेरा नदी के किनारे आना सफल हो गया हमने घंटों बातें की फिर न बिछड़ने की और किसी गलतफहमी को बीच में ना लाने की कसम खाई।आज मैं बहुत खुश था कोई बचपन का साथी दुःख दर्द बांटने के लिए जो मिल गया था। आज संडे है तो मस्ती के लिए स्टोरी कंपटीशन । लाइन लिमिट - १०० ( हंड्रेड ) { 100 } वार्ड के अंदर ही कहानी लिखें । आप चाहे तो अनूशीर्षक मेर