Find the Latest Status about कुछ न from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कुछ न.
Mohan raj
White मन में निरंतर कुछ न कुछ विचार चलता हि रहता है, तो क्यों न मन को हरि में लगा दिया जाए जिससे मन निरंतर हरि का सिमरन करें Dhanywaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons मन में निरंतर कुछ न कुछ विचार चलता हि रहता है, तो क्यों न मन को हरि में लगा दिया जाए जिससे मन निरंतर हरि का सिमरन करें
Life Lessons मन में निरंतर कुछ न कुछ विचार चलता हि रहता है, तो क्यों न मन को हरि में लगा दिया जाए जिससे मन निरंतर हरि का सिमरन करें
read moreबदनाम
Unsplash सुना है, खुदसे मोहब्बत करने लगी हो ? क्या बात है. अब आइना में संवरने लगी हो. धूल भरा रुमाल धो लिया न तुमने ? सुना है पुराने जख्म, भरने लगी हो. बहता हुआ काजल फिर निकला है गालों पे, उसे साफ कर के, फिर से हसने लगी हो. ........ ये क्या करने लगी हो ©बदनाम कुछ भी.....
कुछ भी.....
read moreAlamsingh Choungad
White जिंदगी कुछ ना कर पाने की जिंदगी नहीं मिली जिंदगी में कुछ अच्छा करने के लिए मिली है तो कुछ अच्छा कीजिए ©Alamsingh Choungad #sad_quotes जिंदगी में कुछ न करने की जिंदगी नहीं मिली है कुछ अच्छा करने के लिए जिंदगी मिली है अनमोल विचार आज शुभ विचार हिंदी छोटे सुविचार स्
#sad_quotes जिंदगी में कुछ न करने की जिंदगी नहीं मिली है कुछ अच्छा करने के लिए जिंदगी मिली है अनमोल विचार आज शुभ विचार हिंदी छोटे सुविचार स्
read moreAnjali Singhal
White "हम आपके हैं कौन, ये तो बताओ हमें ज़रा; हया की सुर्खी बिखरी हम पर, नज़रों ने जो आपकी हमें छुआ। कुछ न बोले आप, कुछ हमने भी न कहा; एहसासों में रंग फिर भी, आपका ही घुला हुआ। ख़ुशबू से आपकी, दिल है महका हुआ; महकते इस दिल को, थाम लो ना आप आकर ज़रा।।" ©Anjali Singhal #love_shayari "हम आपके हैं कौन, ये तो बताओ हमें ज़रा; हया की सुर्खी बिखरी हम पर, नज़रों ने जो आपकी हमें छुआ। कुछ न बोले आप,
#love_shayari "हम आपके हैं कौन, ये तो बताओ हमें ज़रा; हया की सुर्खी बिखरी हम पर, नज़रों ने जो आपकी हमें छुआ। कुछ न बोले आप,
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White टूटी खिड़कियाँ, वो कच्चा मकान, जहां रहता था कभी सच्चा इंसान। मॉडर्न के बेहकावे में हम आकर, कैसे शरीफ दिखाता झूठा इंसान। रीति वो पुरानी कितनी प्यारी थी, जहां हफ्तों रुकता था हर मेहमान। भाईचारे की भावना एक हस्ती थी, अब भाई को नहीं मिलता सम्मान। अब किराए का शहर छोड़कर, उसी गांव में फिर से बस रहा इंसान। खो दिया है सबका अपमान कर, अब गैरों में ढूंढता है सम्मान। ये कैसा दौर चला है कलयुग का, देखकर भी कुछ न सीखता है इंसान। मुकर जाता है एक मदद के नाम से, अभय से ना रखता है जान-पहचान। ©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_qoute टूटी खिड़कियाँ, वो कच्चा मकान, जहां रहता था कभी सच्चा इंसान। मॉडर्न के बेहकावे में हम आकर, कैसे शरीफ दिखाता झूठा इंसान। रीति वो
#sad_qoute टूटी खिड़कियाँ, वो कच्चा मकान, जहां रहता था कभी सच्चा इंसान। मॉडर्न के बेहकावे में हम आकर, कैसे शरीफ दिखाता झूठा इंसान। रीति वो
read moreSushma
Unsplash शाम घर आकर जब मशायद खुद को झड़ाया तो इतनी आँखें गिरी जमीं पर कुछ घूरती, कुछ रेंगती ,कुछ टटोलती मेरा तन मन कुछ आस्तीन में फंसी थी ,कुछ कॉलर में अटकी थी कुछ उलझी थी बालों में गर्दन के पीछे चिपकी मिली कुछ उंगलियों में पोरों में, कुछ नशीली कुछ रसीली कोई बेशर्मी से भरी हुई ये आंखें ऐसी क्यों हैं? उनकी हमारी सी आंखें पर इतना अंतर क्यों है? मैं रोज़ प्रार्थना करती हूँ कुछ न चिपका मिले मुझ पर जैसी मैं सुबह जाती हूँ घर से , वैसे साफ सुथरी आऊं वापस मगर ऐसा हो पाता नहीं बोझ उठाये नजरों का हरदम चलते रहना नियति है मेरी, शायद। ©Sushma #Ladki शाम घर आकर जब मशायद खुद को झड़ाया तो इतनी आँखें गिरी जमीं पर कुछ घूरती, कुछ रेंगती ,कुछ टटोलती मेरा तन मन कुछ आस्तीन में फंसी थी ,कुछ
#Ladki शाम घर आकर जब मशायद खुद को झड़ाया तो इतनी आँखें गिरी जमीं पर कुछ घूरती, कुछ रेंगती ,कुछ टटोलती मेरा तन मन कुछ आस्तीन में फंसी थी ,कुछ
read moreF M POETRY
Unsplash अब न ख्वाहिश न आरज़ू न ज़ुस्तज़ू है तेरी.. इत्तीफाक़न भी न तुझसे मिलूं दुआ है मेरी.. यूसुफ़ आर खान ©F M POETRY #अब न ख्वाहिश न आरज़ू...
#अब न ख्वाहिश न आरज़ू...
read moreBanarasi..
तलवारों ने हमेशा ख़ून ही पिया है, चाहे अपनी हो या परायों की। मर्ज़ ऐ इश्क़ ने ग़ुलाम ही बनाया है, ऐ बनारसी, चाहे तू बने या कोई तेरा। ©Banarasi.. कुछ किस्से कुछ पहेली #Life
कुछ किस्से कुछ पहेली Life
read moreKuldeep KumarAUE
White समय कुछ और कहता है वक्त कुछ और कहता है न जाने क्यों ऐसा हर वक्त होता है ©Kuldeep KumarAUE #sad_quotes समय कुछ और कहता है वक्त कुछ और कहता है न जाने क्यों ऐसा हर वक्त होता है #kuldeepkumaraue
#sad_quotes समय कुछ और कहता है वक्त कुछ और कहता है न जाने क्यों ऐसा हर वक्त होता है #kuldeepkumaraue
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White तुम्हें मेरी मोहब्बत की भनक लग गई क्या जिस तरह मिल रहे हो सनक लग गई क्या कहीं तुम भी तो मेरी ओर खिंच नहीं रहे हो ये बेवज़ह मुलाक़ातें अचानक लग गई क्या ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #कुछ कुछ
#कुछ कुछ
read more