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Deepak Kumar 'Deep'
धूप _छाँव सब खेल हैं जिंदगी के सच्ची_सच्ची ये बात है! जब ये नहीं ठहरे सदा के लिए तुम्हारे ग़म की क्या औकात है? ©Deepak Kumar 'Deep' #औकात
Manish ghazipuri
जाने कैसे लोग मिलेंगे, जाने क्या क्या बातें होंगी। गले मिलेंगे बारी बारी, या पीछे से घाते होगी। नये शहर में आ ही गये जब, शायद दिन में रातें होंगी। शीशे की दीवारें होंगी, कागज के सब फूल खिलेंगे। खुश्बू के मादक झोंकों में, शुष्क हृदय के तार हिलेंगे। आंखों से झरते अश्कों से, सावन की बरसातें होंगी। जाने क्या क्या बातें होंगी। ©Manish ghazipuri दुनिया की बाते
Writer @143
गुजर जाएगा ये दौरभी जरा सब्र तो,,,,, रख जब खुशियां ही नही रुकी, तो गम कि क्या औकात ©Writer @143 #dhoop औकात
Kuldeep Shrivastava
अपनी औकात पैसों से ज्यादा रखना, क्योकि औकात पैसों से कम होगी तो, आपको कोई भी खरीद लेगा । ©Kuldeep Shrivastava #lakeview #औकात
silent_shayar______
लगता है गलतियां थोड़ी अब तुम्हे तुम्हारी भी गिनानी पड़ेगी, बाते थोड़ी अब हमें अपनी भी माननी पड़ेगी,, कर रहे हो इतना लाचार जो तुम हमे , लगता है औकात अब तुम्हे भी तुम्हारी दिखानी पड़ेगी ,, ❤️🩹🕊️🥀 ©silent_shayar______ #kohra औकात
Shashi Bhushan Mishra
दुनिया की सच्चाई समझ ले, कुछ भी नहीं स्थायी समझ ले, प्रेम और अपनापन गायब, भाई से लड़ता भाई समझ ले, अपने-अपने में गुम सारे, भीड़ में भी तन्हाई समझ ले, फिसलन भरी राह बर्फीली, लगी बर्फ में काई समझ ले, सह न सके औलाद की पीड़ा, माँ का दिलअच्छाई समझ ले, धर्म की राह छोड़कर भटके, आयेगा फिर खाई समझ ले, करके फिर पछताओगे 'गुंजन', इश्क बड़ा हरजाई समझ ले, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #दुनिया की सच्चाई#
गुड़िया तिवारी
औकात की बात न करो, हम जमीन से जुड़े लोग है। अकड़ घमंड तो रौद कर चलते, नए अमीरों के नीव कहा है। ✍️गुड़िया तिवारी ©गुड़िया तिवारी #achievement औकात की बात न कारों...
Shashi Bhushan Mishra
राज़ की बात बताये राजी, दिनभर करता हाँ जी हाँ जी, तन है कश्ती नाम खिवैया, खेकर पार लगाये मांझी, उठकर टहलो ख़्वाब से जागो, सुबह-सुबह की हवा है ताजी, चिड़ियाघर में जाकर देखो, पुरखों सा लगता चिंपैंजी, होशियार बन जाओगे तुम, खाओ जमकर सब्ज़ी भाजी, दूर रहो ऐसे लोगों से, जिनके मन से निकले ना जी, 'गुंजन' जीवन सरल बनाओ, जीतोगे दुनिया की बाज़ी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #जीतोगे दुनिया की बाज़ी#