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Matangi Upadhyay( चिंका )

, आत्मसम्मान का महत्व 😊 #matangiupadhyay #Hindi Life #my

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अगर मर्यादा की सीमा को लांघकर, 
कोई भी आपके आत्मसम्मान पर प्रहार करेगा,
 तो फिर उससे आपका रिश्ता कुछ भी हो, 
उसे उसी की भाषा में जवाब देकर
 उसकी जुबान पर लगाम लगाना, 
आपका धर्म बन जाता है 
बहुत हुआ मान सम्मान अब 
आत्मसम्मान से कोई खिलवाड़ नहीं...!

©Matangi Upadhyay( चिंका ) , आत्मसम्मान का महत्व 😊
#matangiupadhyay #Nojoto #Hindi #Life #my

विष्णु कांत

बुढ़े माता-पिता का डर। #PARENTS #Mother #father मोटिवेशनल कोट्स शायरी मोटिवेशनल

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Parasram Arora

i एक नूई कविता का प्रजनन

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White उलझन वाले छंदो 
मे उलझ कर 
कविता मेरी थक
 कर हाफने लगी है

लगता है  अब एक
 नई कविता 
मन के केनवास पर 
कहीं जन्म न लें रहीं हो

©Parasram Arora i एक नूई कविता का प्रजनन

Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)

#माता पिता

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White जरा सा मोल ममता का चुका पाते अगर बेटे..
लहु में दौड़ते रिश्ते निभा पाते अगर बेटे..
न होती दर बदर की ठोकरें उनके नसीबों में.. 
बुढ़ापा काश कांधो पर उठा पाते अगर बेटे...

कभी फुटपाथ पे हालात पे रोती नहीं आँखें
उन्हें दो जून की रोटी खिला पाते अगर बेटे..!
नहीं कोई तमन्ना है उन्हें महलों में आने की
पिता माता को पलकों पर सजा पाते अगर बेटे 

गंवाकर जिंदगी अपनी उन्हें क़ाबिल बनाया है 
जो उनके त्याग को दिल से लगा पाते अगर बेटे..!
जले हैं आस में औलाद ही कल का सहारा है 
कभी उस आग में ख़ुद को जला पाते अगर बेटे..!

न तीरथ की न जप तप की उन्हें कोई जरूरत थी 
श्रवन सी भावना मन में जगा पाते अगर बेटे..
नहीं कोई जमीं पर दूसरा भगवान हो शायद
उन्हें भगवान से पहले मना पाते अगर बेटे..!

©अज्ञात #माता पिता

अनिल कसेर "उजाला"

पिता

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नवनीत ठाकुर

#पिता का साया

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पिता की यादों में है वो ख़ामोश रहमत,
उनके लफ़्ज़ों में आज भी वफ़ा का पैग़ाम बाकी है।
हर मुश्किल घड़ी में वो हौसला बनकर आते हैं,
वो दुनिया से रुख़्सत हुए, पर उनका असर बाकी है।

वो चले गए, छोड़ गए ज़िंदगी की तालीम,
उनके नक्श-ए-राह पर हर कदम का निशां बाकी है।
जब भी टूटता हूँ सफर की ठोकरों में कहीं,
उठाने को आज भी उनका अरमां बाकी है।

पिता का साया आज भी है मेरे साथ यूं,
उनकी दुआओं का साया हर राह पे बाकी है।
चले गए वो फलक के सफर पर दूर कहीं,
पर उनकी मौजूदगी का एहसास हर सांस में बाकी है।

वो जुदा हुए, पर छोड़ गए अनमोल ख़ज़ाना,
यादों में बसा है महकता उनका गुलिस्तां बाकी है।
अब वो सितारा बनकर आसमां में रोशन हैं,
उनकी रौशनी से मेरी हर रात और सुबह बाकी है।

जैसे अंधेरों में चिराग़ की लौ जलती है,
वैसे ही उनकी यादों का उजाला हर लम्हा बाकी है।
इस फानी दुनिया से वो चले गए हैं भले,
मगर मेरे दिल में वो जिंदा हैं, उनका हर वो लम्हा बाकी है।

©नवनीत ठाकुर #पिता का साया

नवनीत ठाकुर

#प्रकृति का विलाप कविता

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जमीन पर आधिपत्य इंसान का,
पशुओं को आसपास से दूर भगाए।
हर जीव पर उसने डाला है बंधन,
ये कैसी है जिद्द, ये किसका  अधिकार है।।

जहां पेड़ों की छांव थी कभी,
अब ऊँची इमारतें वहाँ बसी।
मिट्टी की जड़ों में जीवन दबा दिया,
ये कैसी रचना का निर्माण है।।

नदियों की धाराएं मोड़ दीं उसने,
पर्वतों को काटा, जला कर जंगलों को कर दिया साफ है।
प्रकृति रह गई अब दोहन की वस्तु मात्र,
बस खुद की चाहत का संसार है।
क्या सच में यही मानव का आविष्कार है?

फैक्ट्रियों से उठता धुएं का गुबार है,
सांसें घुटती दूसरे की, इसकी अब किसे परवाह है।
बस खुद की उन्नति में सब कुर्बान है,
उर्वरक और कीटनाशक से किया धरती पर कैसा अत्याचार है।
 हरियाली से दूर अब सबका घर-आँगन परिवार है,
किसी से नहीं अब रह गया कोई सरोकार है,
इंसान के मन पर छाया ये कैसा अंधकार है।।

हरियाली छूटी, जीवन रूठा,
सुख की खोज में सब कुछ छूटा।
जो संतुलन से भरी थी कभी,
बेजान सी प्रकृति पर किया कैसा पलटवार है।।
बारूद के ढेर पर खड़ी है दुनिया, 
विकसित हथियारों का लगा बहुत बड़ा अंबार है।
हो रहा ताकत का विस्तार है,खरीदने में लगी है होड़ यहां, 
ये कैसा सपना, कैसा ये कारोबार है?
ये किसका विचार है, ये कैसा विचार है?
क्या यही मानवता का सच्चा आकार है?

©नवनीत ठाकुर #प्रकृति का विलाप कविता

Khushi Kandu

सभी को ख़ुद में समेटे सभी को साथ लिए चलता है
जनाब ये पिता है जो साए की तरह साथ फिरता है

©Khushi Kandu #पिता 
#father

Sonal Panwar

सुनहरी धूप है पिता 🥰❤✨ #father #pita Poetry कविता कोश कविताएं हिंदी कविता हिंदी कविता

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ग़मों की काली परछाई को रख हमसे दूर
ख़ुद दुःख सहकर भी जो हमें दे ख़ुशी की खनक, 
वो खुशियों से झिलमिलाती सुनहरी धूप है 'पिता'।

©Sonal Panwar सुनहरी धूप है पिता 🥰❤✨ #father #pita #Poetry #Nojoto  कविता कोश कविताएं हिंदी कविता हिंदी कविता

Bittu comedy

माता पिता का आशीर्वाद हिंदी शायरी शायरी हिंदी में

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माता पिता का आशीर्वाद

©Bittu brind माता पिता का आशीर्वाद  हिंदी शायरी शायरी हिंदी में
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