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(Nazuk nazuk )
White उदास हाथों पे शूख मेहंदी रचा रही है वो अपने हाथों से अपनी मय्यत सजा रही है वह निम पागल सी एक लड़की हमारी खातिर ज़माने भर की अज़ियतें सर उठा रही है ज़मीन वालों ने उसपे जो आसमाँ गिराए वो छत पर बैठी खुदा को किस्सा सुना रही है तमाम कॉलेज में ऐसा लड़का कोई नहीं है वो मुझ पर शर्तें सहेलियों से लगा रही है वो मेरी आँखों के सदके अपनी तमाम हस्ती बेगैर सोचे बेगैर समझे लुटा रही है बता रही है उदासियों के वो असल मायने वो अपने बच्चों को मेरी ग़ज़लें सुना रही है बेगैर तेरे हमारा जीना है कैसा जीना? वो रोते रोते चिराग-ए-हस्ती बुझा रही है खोतूत जिन को समझ रही है वह सिर्फ़ कागज खोतूत कब, वो तो एक ज़माना जला रही है वो लिख रही है मुहब्बतों पे कहानी नाज़ुक मगर नतीजा वो बार-ए - दिगर मिटा रही है ©(Nazuk nazuk ) #milan_night nazuk
#milan_night nazuk
read more(Nazuk nazuk )
White Ghar lot ke rounge maa Bap Akele me گھر لوٹ کے روئیں گے ماں باپ اکیلے میں mithe ke khalone bhi saste na the mileme مٹی کے کھلونے بھی سستے نہ تھے میلے میں ©(Nazuk nazuk ) #milan_night Nazuk
#milan_night Nazuk
read moreAbhiJaunpur
White Eid_Al_Adha ki Subhkamnaye ©AbhiJaunpur #eid_mubarak sana naaz Jannah Dr.Mahira khan अदनासा- (Nazuk nazuk )
#eid_mubarak sana naaz Jannah Dr.Mahira khan अदनासा- (Nazuk nazuk ) #wishes
read moreSandip rohilla
Black पिता मैं लिख दूं मां पर तेरा भी अपना अलग किरदार है। मां ममता तो तू सुखों का भंडार हैं। मुश्किलों से लड़ना कहां आता था मुझे। पर मैं हूं ना कहने के लिए हर वक्त तैयार है। हर वक्त ढाल बनकर आया है। जब भी मैं परेशान हुं। तुझमें रब देखने वाला मैं इकलौता इंसान हूं । एक दीया जलते देखा है मैंने धूप में। हां मैंने रब देखा है पापा के रूप में। happy father's day ©Sandip rohilla #Morning PФФJД ЦDΞSHI Anshu writer #शून्य राणा Devesh Dixit SIDDHARTH.SHENDE.sid Shilpa Yadav ABRAR Prince_"अल्फाज़" MM Mumtaz (Nazuk nazuk
Neelam Modanwal ..
❣️❣️Anshu writer Kanchan Agrahari [Mr].^•^rajkumar ^•^ (Nazuk nazuk ) vineetapanchal वंदना .... #विचार
read moreलेखक ओझा
वो नाज़ुक नवेली आती हैं और लोग पल भर में सयाना समझ लेते हैं।। ©लेखक ओझा wo nazuk
wo nazuk #Shayari
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