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Raj-Simran

KUMARI USHA AMBEDKAR

संविधान और मनुस्मृति में अंतर् #Poetry

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OM NOSAR BUDDHISM

मनुस्मृति को जलाना अतिआवश्यक है साथियो ।

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JJ SIR NOSAR BUDDHISM

मनुस्मृति को जलाना क्यों आवश्यक है

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Ajab Singh

संविधान & मनुस्मृति। मनुस्मृति और संविधान में सबसे अच्छा कौन। संविधान से अच्छा कुछ नहीं। जयभीम। #प्रेरक

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manoj kumar jha"Manu"

#मनुस्मृति माँस का परित्याग अनिवार्य रूप से करें।

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अनुमन्ता विशसिता निहन्ता क्रयविक्रयी  |
संस्कर्ता चोपहर्ता च खादकश्चेति घातकाः ||
 - मनुस्मृति ५.५१
भावार्थ -   पशु वध करने की आज्ञा प्रदान करने वाला , उसके खण्ड खण्ड करने वाला,  वध करने वाला ,क्रय-विक्रय करने वाला, मांस को पकाने वाला, परोसने तथा उसे भक्षण करने वाला -ये आठ प्रकार के लोग घातक कहे जाते हैं।
 #मनुस्मृति 
माँस का परित्याग अनिवार्य रूप से करें।

JJ SIR NOSAR BUDDHISM

मनुस्मृति को जलाना क्यों आवश्यक है बहुजन समाज के लिए

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Gurudeen Verma

शीर्षक- और तो क्या ?
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खास तुम भी होते साथ में,
या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में,
और तो क्या ?
 यह खुशी दुगनी नहीं होती।

ये दिन सुकून से गुजर जाते,
मगर इस शक की दीवार को तो, 
तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी,
और अपने अहम को भी,
छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी।
और तो क्या ?

लोगों नहीं मिल जाता अवसर,
कहानियां नई गढ़ने का,
वहम को और बढ़ाने को,
लेकिन इसमें हार तो,
हम दोनों की ही होती,
लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है,
मेरे हारने का कोई गम।

मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता,
मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ ,
भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ ,
फिर भी मिल जाये कुछ खुशी,
आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए,
जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक,
और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली,
और तो क्या ?
हंस लेता मैं भी--------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #लेखक

Andy Mann

Sabir Khan

लेखक #Pehlealfaaz

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#Pehlealfaaz लिखने वाले समाज के रचयिता हैं, 

समाज लिखने वालों से ही चलता है। 

अब लिखने वाले ही स्वयं सोच लें कि

उनको समाज कैसा बनाना है। लेखक
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