Find the Latest Status about अन्धकार का पर्यायवाची from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अन्धकार का पर्यायवाची.
Parasram Arora
खून को पानी का पर्यायवाची मत मान. लेना अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै उस बसती मे सच बोलने का रिवाज नही है यहां कोई भी आदमी सच.को झूठ बना कर पेश कर सकता है ताउम्र अपना वक़्त दुसरो की भलाई मे खर्च करता रहा वो ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही सकता है ©Parasram Arora पर्यायवाची......
Jogendra Singh writer
आपके अनुसार Nojoto का पर्यायवाची क्या है Answer in comment section ©Jogendra Singh Rathore 6578 nojoto ka पर्यायवाची #Light
Kapil Singh Bisht
"इंसानियत बिक चुकी है,हाँ इंसानियत बिक चुकी है।चंद पैसों के खातिर मासूम कली का जिस्म बाज़ार में तोल चुकी है।हवस के इस भरे मंज़र में वो अब फंस चुकी है ।बस करो अब कलियों को इस अंधकार में दहकेलना वो भी किसी की माँ किसी की बेटी किसी की फूल सी बहना रह चुकी है।इंसानियत अब बिक चुकी है,हाँ इंसानियत अब बिक चुकी है"।- कपिल सिंह बिष्ट इंसानियत#अन्धकार#कली #Dullness
Shayar E Badnaam
अन्धकार क्या है? एक अनंत सत्य..... रोशनी क्या है? एक छलावा..... #सत्य #छलावा #अन्धकार #रोशनी
ShadoW
कुछ दर्दों की दवाएं ना होती, अगर दुनिया में माँएं ना होती... ©ShadoW माँ...हर दवा का पर्यायवाची है... #maa #Mother #viral #thought #Feeling #MothersDay
निशब्द
Writer Surya
#FourlinePoetry निचे अन्धेरा ऊपर लालिमा कुछ यैसा ही हम सब मे होता है ना तो फिर निराशा क्यूँ? आशा का दिपक क्यूँ नही ? जिस प्रकार अन्धकार छटता है उजाला बिखर्ता है उसी प्रकार तो होता है जीवन मे। -संदीप पटेल(सूर्या) ©Writer Surya जीवन अन्धकार और उजाला #fourlinepoetry
PT Joshua
येशूलाई छोडेर कता हिंडदै हुन्छ अन्धकार मा ,येशूले तँपाईलाई नाम काडेर बोलैरख्णू भएको छ अनन्त जिवन दिनलाई येशूको अगापे माया सम्झी अन्धकार संसार देखि जोती मा फर्किनुहोश जो संसारको जोती येशु हुनुहुन्छ यूहन्ना 9.5 -म संसार को जोती हुँ । अन्धकार संसार देखि निस्कीनु होश
Parasram Arora
कोई पुरखो को पानी पहुंचा रहा हैँ कोइ गंगाओ मे पाप धो रहा हैँ कोई पथर की प्रतिमाओं के सामने बिना भाव सर झुकाये बैठा हैँ धर्म के नाम पर हज़ार तरह की मूढ़ताएं प्रचलन मे हैँ धर्म से संबंध तो तब होता हैँ जब आदमी जागरण की गुणवत्ता हासिल कर लेता हैँ जहाँ जागरण होगा वहा अशांति कभी हो ही नहीं सकती क्यों कि जाग्रत आदमी विवेकी होता हैँ इर्षा क्रोध की वृतियो से ऊपर उठ चुका होता हैँ औदेखा जाय तो धर्म औऱ शांति पर्यायवाची शब्द हैँ धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ