Find the Latest Status about साथिया सीजन २ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, साथिया सीजन २.
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Unsplash ©चंद साल से जो लोग मुझे जानते नहीं, यूँ तक रहे हैं जैसे पहचानते नहीं//१ जो मतलबी हैँ,वो तो तन्हा ही रहेंगे, खुद्दार मतलबी से सलाह मांगते नहीं//२ बज़्म ए सुखन में देख कर रानाइयाँ मेरी, मारे हसद के लोग दाद मारते नहीं//३ समझाया मैने दिल को बचो इश्क़ -मुश्क़ से, नादान दिल भी तो कहा मानते नहीं//४ ये दुनियाँ बहुत बड़ी है,शमा" बात याद रख, के पसमादों पे कभी भी कमाँ तानते नहीं//५ #Shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #leafbook ©चंद साल से जो लोग मुझे जानते नहीं,यूँ तक रहे हैं जैसे पहचानते नहीं//१ जो मतलबी हैँ,वो तो तन्हा ही रहेंगे,खुद्दार मतलबी से सलाह म
#leafbook ©चंद साल से जो लोग मुझे जानते नहीं,यूँ तक रहे हैं जैसे पहचानते नहीं//१ जो मतलबी हैँ,वो तो तन्हा ही रहेंगे,खुद्दार मतलबी से सलाह म
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Unsplash चमन मे चारसु चिंगारियां है, जिधऱ देखो,उधर बर्बादियां है//१ नोंचता है क्यूं गुलों को बनके गुल्ची, तभी तो हों रहीं रुस्वाइयाँ है//२ कहीं पे रखके वो भुला मुहब्बत, वहीं से नफरतों की आगाजियां है//३ तुझे समझूँ,तुझे चाहूँ मुसलसल, यही तो इश्क़ की रुहानियां है//४ तेरे पहलु मे आके बैठ जाऊं, सनम दिल में तेरी रुमानियाँ है/५ न बन पाये जो तु मेरा कभी भी, मै समझूंगी तुझे दुश्वारियां है//६ लगी आतिश चमन मे बद-अम्न की, सुकून वालों को ही हैरानियां है//७ #Shamawtitesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #library #nojoto #shayari चमन मे चारसु चिंगारियां है, जिधऱ देखो,उधर बर्बादियां है//१ नोंचता है क्यूं गुलों को बनके गुल्ची,तभी तो हों रहीं
Rakesh frnds4ever
White मौत सबको आनी है कौन इससे छूटा है तू फ़ना नही होगा ये खयाल झूठा है साँस टूटते ही सब रिश्ते टूट जायेंगे बाप माँ बहन बीवी बच्चे छूट जायेंगे तेरे जितने हैं भाई वक़तका चलन देंगे छीनकर तेरी दौलत दोही गज़ कफ़न देंगे जिनको अपना कहता है सब ये तेरे साथी हैं कब्र है तेरी मंज़िल और ये बराती हैं ला के कब्र में तुझको मुरदा बक डालेंगे अपने हाथोंसे तेरे मुँह पे खाक डालेंगे तेरी सारी उल्फ़त को खाक में मिला देंगे तेरे चाहनेवाले कल तुझे भुला देंगे इस लिये ये कहता हूँ खूब सोचले दिल में क्यूँ फंसाये बैठा है जान अपनी मुश्किल में कर गुनाहों पे तौबा ,,,आके बस सम्भल जायें - २ दम का क्या भरोसा है,,,,जाने कब निकल जाये - २ मुट्ठी बाँधके आनेवाले ... मुट्ठी बाँधके आनेवाले हाथ पसारे जायेगा धन दौलत जागीर से तूने क्या पाया क्या पायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - ४ ,,,,,,,, 3 ,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever #मौत सबको आनी है कौन इससे छूटा है तू फ़ना नही होगा ये खयाल झूठा है #साँस टूटते ही सब रिश्ते टूट जायेंगे बाप #माँ बहन बीवी बच्चे छूट जायेंग
Rakesh frnds4ever
White मौत ने ज़माने को ये समा दिखा डाला कैसे कैसे रुस्तम को खाक में मिला डाला याद रख सिकन्दर के हौसले तो आली थे जब गया था दुनिया से दोनो हाथ खाली थे अब ना वो हलाकू है और ना उसके साथी हैं जंग जो न कोरस है और न उसके हाथी हैं कल जो तनके चलते थे अपनी शान-ओ-शौकत पर शमा तक नही जलती आज उनकी तुरबत पर अदना हो या आला हो सबको लौट जाना है - २ मुफ़्हिलिसों का अन्धर का कब्र ही ठिकाना है - २ जैसी करनी ... जैसी करनी वैसी भरनी आज किया कल पायेगा सरको उठाकर चलनेवाले एक दिन ठोकर खायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ ,,,,,,,,,,,,,,,,, 2 ,,,,,,,,,,,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever मौत ने #ज़माने को ये समा दिखा डाला कैसे कैसे #रुस्तम को खाक में मिला डाला याद रख #सिकन्दर के हौसले तो आली थे जब गया था #शान _ओ_शौकत पर शमा
Rakesh frnds4ever
White हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ तू यहाँ मुसाफ़िर है ये सराये फ़ानी है चार रोज की मेहमां तेरी ज़िन्दगानी है ज़र ज़मीं ज़र ज़ेवर कुछ ना साथ जायेगा खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा जानकर भी अन्जाना बन रहा है दीवाने अपनी उम्र ए फ़ानी पर तन रहा है दीवाने किस कदर तू खोया है इस जहान के मेले मे तु खुदा को भूला है फंसके इस झमेले मे आज तक ये देखा है पानेवाले खोता है ज़िन्दगी को जो समझा ज़िन्दगी पे रोता है मिटनेवाली दुनिया का ऐतबार करता है क्या समझ के तू आखिर इसे प्यार करता है अपनी अपनी फ़िक्रों में जो भी है वो उलझा है - २ ज़िन्दगी हक़ीकत में क्या है कौन समझा है - २ आज समझले ... आज समझले कल ये मौका हाथ न तेरे आयेगा ओ गफ़लत की नींद में सोनेवाले धोखा खायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ ,,,,,,, 1 ,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ #चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता
हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ #चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता
read moreBharat Bhushan pathak
#Inspiration #motivate #nojohindi #संयुक्ता_छंद #nojoto_hindi #poetry #poetry_by_heart विधा-संयुक्ता छंद :-वार्णिक गणावली-- सलगा जभान जभान गा (१० वर्ण) प्रति चरण। ११२ १२१ १२१ २ बढ़ते रहो तुम राह में । कुछ प्राप्त हो इस चाह में।। श्रम पे टिका हर मार्ग है। यहाँ श्रेष्ठ कर्म सुमार्ग है।।१ सुन जीत है मिलती उसे। मन जीत की रहती जिसे।। नहि व्यर्थ हो सुन वक्त जी। बन ले व्रती तुम शक्त जी।।२ मत हार मान कभी यहाँ। बस बैठ रत्न मिले कहाँ।। हम सीख लें कर साधना। कर कर्म की हम नाधना।।३ कर ध्यान तू इस बात का। बस आ रहे उस प्रात का।। वरदान ये हमको मिले। हर लें सभी शिकव गिले।। ©Bharat Bhushan pathak love poetry in hindi hindi poetry hindi poetry on life poetry quotes poetry #Inspiration #motivate #nojohindi #संयुक्ता_छंद #nojoto_hin
love poetry in hindi hindi poetry hindi poetry on life poetry quotes poetry #Inspiration #motivate #nojohindi #संयुक्ता_छंद nojoto_hin
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White चमन मे चारसु चिंगारियां है, जिधऱ देखो,उधर बर्बादियां है//१ नोंचता है क्यूं गुलों को बनके गुल्ची, तभी तो हों रहीं हर्राजियाँ है//२ कहीं पर रखके वो भुला मुहब्बत, चलन मे नफरतों की तैयारियां है//३ तेरे पह्लु मे आकर बैठ जाऊं, मेरे दिल में तेरी बेताबियां है//४ तुझे चाहूँ तुझे सोचूँ मुसलसल मेरे दिल में तेरी बेचैनियां है//५ न बन पाये जो तु मेरा कभी भी, मै समझूंगी तेरे शानो पे जिम्मदारियां है//६ लगे मैले चमन मे बद-अमन के, मगर"शम्मा"से इनको क्यूं दुश्वरियां है//७ #Shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Sad_Status चमन मे चारसु चिंगारियां है, जिधऱ देखो,उधर बर्बादियां है//१ नोंचता है क्यूं गुलों को बनके गुल्ची,तभी तो हों रहीं हर्राजियाँ है//
#Sad_Status चमन मे चारसु चिंगारियां है, जिधऱ देखो,उधर बर्बादियां है//१ नोंचता है क्यूं गुलों को बनके गुल्ची,तभी तो हों रहीं हर्राजियाँ है//
read moreAdyagni_Durgapriya
२.रंगों के साथ तो सब खेल लेंगे, क्यों न हम मिलके रंग बनाए ; आपको खुशियाँ तो सब देना चाहे, क्यों न हम आपके खुशी बन आए । ३. सासें ये तुम्हारे
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White जिनके ज़हनो मे अदावत के सुर मचलते है, ऐसे अदुओ को आइन नहीं मसलते है//१ जो*जांसिता झूंडो मे टूट पड़ते है,वो रहनुमाओ के*सरमायो पे उछलते है//२ चारसू देश मे दंगा ना हो जाए कहीं,ऐसे माहौल मे क्या लोग संभल सकते है//३ हो गया इंसा-इंसा के लहूं का प्यासा,अपने घर में ही अब अपनों से सब सिहरते है//४ "शमा"कुंद-ज़हनों मे उल्फत की*मेह बरसा दों, के नफरतों मे तो मुर्दे ही लोग जलते है//५ *जंग लगे दिमाग़*वर्षा #shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #life_quotes जिनके ज़हनो मे अदावत के सुर मचलते है,ऐसे अदुओ को आइन नहीं मसलते है//१ जो*जांसिता झूंडो मे टूट पड़ते है,वो रहनुमाओ के*सरमायो पे उ
#life_quotes जिनके ज़हनो मे अदावत के सुर मचलते है,ऐसे अदुओ को आइन नहीं मसलते है//१ जो*जांसिता झूंडो मे टूट पड़ते है,वो रहनुमाओ के*सरमायो पे उ
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White ज़िगर मे बुग्ज ज़बा पर मिठास रखते है, ये लोग ऐसे ही हमसे खठास रखते है//१ हसद की आग से हमको जला ना पाओगे, हम अपने आप मे ये बात खास रखते है//२ तुम हमसे आज तलक हम शनासा हो न सके, ये और बात तुम्हे आस पास रखते है//३ मेरे वतन की विविधता को जान लेना तुम, मस्जिदो-गिर्जे गुरुद्वारे-सनमखाने निवास रखते है//४ कहीं भी जाओ जहाँ मे-ये बुग्ज लेकर तुम, हम उल्फतों की"शमा" का विकास रखते है//५ #Shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #GoodMorning ज़िगर मे बुग्ज ज़बा पर मिठास रखते है,ये लोग ऐसे ही हमसे खठास रखते है//१ हसद की आग से हमको जला ना पाओगे,हम अपने आप मे ये बात खास
#GoodMorning ज़िगर मे बुग्ज ज़बा पर मिठास रखते है,ये लोग ऐसे ही हमसे खठास रखते है//१ हसद की आग से हमको जला ना पाओगे,हम अपने आप मे ये बात खास
read more