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tripathi
White कभी कभी कुछ पाने से ज्यादा कुछ खो देने में संतोष होता है जैसे कुछ लोग कुछ सपने और वो🥹🥹 ©Rishu singh #Thinking कभी कभी कुछ पाने से ज्यादा कुछ खो देने में संतोष होता है जैसे कुछ लोग कुछ सपने और वो🥹🥹 आज का विचार
#Thinking कभी कभी कुछ पाने से ज्यादा कुछ खो देने में संतोष होता है जैसे कुछ लोग कुछ सपने और वो🥹🥹 आज का विचार
read moreDeepika, Pandey
Unsplash जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में .... जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रहे ....**DP// ((up 44)) कहानी हिन्दी में// ©Deepika, Pandey #traveling कहानियों की शाम
#traveling कहानियों की शाम
read moreNitin Gupta
White तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो, दिल मेरा था और धड़क रहा था वो। प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है, आंसू मेरे थे और सिसक रहा था वो। ©Nitin Gupta #good_night तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो, दिल मेरा था और धड़क रहा था वो। प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है, आंसू मेरे थे और सिसक रहा था वो।
#good_night तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो, दिल मेरा था और धड़क रहा था वो। प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है, आंसू मेरे थे और सिसक रहा था वो।
read moreSakshi Pateriya
अब तो चुप-चाप शाम आती है पहले चिड़ियों के शोर होते थे ©Sakshi Pateriya शाम life quotes sad
शाम wlife quotes sad
read moreBANDHETIYA OFFICIAL
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset वक्त -ए-शाम ढल ही गया, लेके जाम ढल ही गया। ढल भी जाए आई रात, अंधेरे गम जज्बात , हो लहजे -आम ढल ही गया। खाली हो जाता मैखाना भी, टूट यहां जाता पैमाना भी, क्या इंतजाम ,ढल ही गया ! ©BANDHETIYA OFFICIAL #SunSet #शाम
Bharadwaj Dilip
Unsplash (लड़का) चेहरा है या चांद। खिला है। जुल्फ घनेरी शाम है क्या। सागर जैसी आंखों वाली ये तो बता तेरा नाम है। (लड़की) कुत्ता है तू कमीना है। ये तो बता तुझे काम है क्या। कल ही तो पीटा था तुमको। मैं ये तो बता आराम है क्या। ©Bharadwaj Dilip # जुल्फ घनेरी शाम है
# जुल्फ घनेरी शाम है
read moreKiran Chaudhary
कितनी अजीब बात है, कि हम मिले और यूँही बिछड़ गए एक दिन।। ©Kiran Chaudhary कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
read moreF M POETRY
Unsplash बड़ी अजीब है दरख़्त के पत्तों कि वफ़ा.. शाख गिर जाती है पर साथ नहीं छोड़ते ये.. यूसुफ़ आर खान..... ©F M POETRY #बड़ी अजीब है दरख़्त के पत्तों कि वफ़ा...
#बड़ी अजीब है दरख़्त के पत्तों कि वफ़ा...
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