Find the Latest Status about दर्शनीय from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दर्शनीय.
Akash Das
#Secrets_Of_Vedas परमात्मा साकार है, सशरीर है और राजा के समान दर्शनीय है। - यजुर्वेद
BinTu Galiyon
#कौन_तथा_कैसा_है_भगवान यजुर्वेद में स्पष्ट है की पूर्ण परमात्मा राजा के समान दर्शनीय है अर्थात परमात्मा साकार है व सशरीर है। #kabirisgod
Pnkj Dixit
#OpenPoetry 🌷💝👰 आत्मिक मेल प्रिय .... मन से मन का मेल प्रिय । जीवन है एक खेल प्रिय । दूर रहकर अपनापन है । है आत्मिक मेल प्रिय । "मैं" और "तुम", "हम" हैं साथी । जन्म - जन्मांतर प्रेम की पाती । तुम स्याही , मैं प्रेम लेख प्रिय । है अपना सात्विक मेल प्रिय । प्रथम मिलन बेला सुखदाई प्रिय । मन हृदय को प्रेम से बधाई प्रिय । कभी ना हो क्षण भर जुदाई प्रिय । है अपना प्रभातमयी मेल प्रिय । मैं कमल हूँ , तुम प्रेम जल हो प्रिय । मैं भूमि हूँ ,तुम प्रेम जलद हो प्रिय । तुम प्रेम की साकार प्रतिमा हो प्रिय । है अपना सर्वस्व दर्शनीय मेल प्रिय । ०९/०८/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' 🌷💝👰 आत्मिक मेल प्रिय .... मन से मन का मेल प्रिय । जीवन है एक खेल प्रिय । दूर रहकर अपनापन है । है आत्मिक मेल प्रिय । "मैं" और "तुम", "
Poonam Ritu Sen
मैं- विरह की आग में जलती एक बाती हूँ अश्रु रूपी सागर में बहती एक नाव हूँ आसमान से नीचे गिरती एक पतंग हूँ हरे पेड़ो से उजड़ती एक डंगाल हूँ दरारों की तरह कराहती एक बंजर जमीन हूँ ( पूरी कविता caption में पढ़ें) मैं- विरह की आग में जलती एक बाती हूँ अश्रु रूपी सागर में बहती एक नाव हूँ आसमान से नीचे गिरती एक पतंग हूँ हरे पेड़ो से उजड़ती एक डंगाल हूँ दरार
Jagdishanand Ji Maharaj Maharaj
Divyanshu Pathak
दिल से निकलती इन पगडंडियों का राहगीर हूँ तलब कुछ पाने की सोने कब देती है मुझे ! कहतीं है धड़कने अपनी तरह चलने की जब थमेंगी ठहरना मुनासिब तब रहेगा तुझे ! ये जो सफ़र का मज़ा है ना किसी मंज़िल में नहीं पा कर देख या खो कर फिर ढूंढ मुझे ! :💕🙏☕☕☕☕💕👨 Good evening ji आओ तस्वीर के बारे में कुछ बताएं.... बुलन्द दरवाज़ा, आगरा शहर से 43 किमी दूर फतेहपुर सीकरी नामक स्थान पर स्थित एक
Priya Gour
जोधपुर स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्यारे जोधपुर का चित्रण मेहंदी डिजाइन से ❤ ©Priya Gour जोधपुर स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामना...🙏आज 12 मई 1459 रे दिन राव जोधा जोधपुर शहर री स्थापना करी ही...अपाणो जोधपुर जीण ने सूर्यनगरी, ब्लू
नेहा उदय भान गुप्ता
सब लोग मुझे गंवार कहते है, मुझको तो गंवार रहने दो।। मैं हूँ गाँव की तनया, मेरी देह पर भारतीय परिधान रहने दो, सब लोग मुझे गंवार कहते है, मुझको तो गंवार रहने दो।। अंग्रेजी के इस चकाचौंध में, मु
Divyanshu Pathak
रज्जब तैं गज्जब किया, सिर पर बांधा मौर ! आया था हरी भजन कुं, करे नरक की ठौर !! सन्त "दादू दयाल" ...😊 #शुभसंध्या मित्रो आज आपको एक बड़ा प्यारा सा #किस्सा बताता हूँ ....😊 : रज्जब पठान को एक लड़की से बहुत प्यार था पर घरबालों ने उनकी शादी तय